शेयर बाजार में लिस्टेड कंपनी पर सेबी ने लगाया बैन, प्रमोटर्स की हिस्सेदारी भी फ्रीज
सेबी ने कंपनी को आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के जरिए जुटाई गई रकम को दूसरी जगह लगाने के आरोप में सिक्योरिटी मार्केट से प्रतिबंधित कर दिया है।

भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने बीएसई के लघु एवं मध्यम उद्यम (एसएमई) प्लेटफॉर्म पर सूचीबद्ध कंपनी वर्या क्रिएशंस पर बड़ी कार्रवाई की है। सेबी ने कंपनी को आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के जरिए जुटाई गई रकम को दूसरी जगह लगाने के आरोप में सिक्योरिटी मार्केट से प्रतिबंधित कर दिया है। इसके साथ ही कंपनी के प्रमोटर समूह के सात सदस्यों की हिस्सेदारी भी अगले निर्देश तक फ्रीज कर दी गई है। बता दें कि बीएसई पर वर्तमान में यह शेयर 61.24 रुपये पर है। शेयर का 52 वीक लो 49 रुपये है।
क्या है आरोप
बिजनेस स्टैंडर्ड की खबर के मुताबिक सेबी की जांच में पता चला है कि आईपीओ की 71 फीसदी से ज्यादा रकम लीड मैनेजर के निर्देश पर इश्यू से जुड़े खर्चों की आड़ में तीसरे पक्ष को ट्रांसफर कर दी गई। बाजार नियामक ने आईपीओ के लिए लीड मैनेजर इनवेंचर मर्चेंट बैंकिंग सर्विसेज को भी कोई नया काम करने से रोक दिया है। फर्स्ट ओवरसीज कैपिटल के बाद यह दूसरा मर्चेंट बैंकर है, जिसे इस महीने एसएमई आईपीओ में चूक के लिए सेबी ने प्रतिबंधित किया है। सेबी ने पाया कि दोनों मामलों में कार्यप्रणाली एक जैसी थी।
आभूषणों के निर्माण और थोक व्यापार में लगी इस कंपनी को अप्रैल 2024 में बीएसई के एसएमई प्लेटफॉर्म पर सूचीबद्ध किया गया। इस आईपीओ से कंपनी ने 20 करोड़ रुपये जुटाए। सेबी की जांच में पाया गया कि कंपनी के पास इश्यू से प्राप्त राशि का केवल 30 प्रतिशत ही था। इसके अलावा, कंपनी ने राइट्स इश्यू के जरिए 35 करोड़ रुपये जुटाने की भी योजना बनाई थी। सेबी ने कहा कि जब तक जांच चल रही, तब तक फंड जुटाने की अनुमति नहीं दी जा सकती।
इस कंपनी पर भी एक्शन
हाल ही में सेबी ने मंगलवार को आईपीओ की रकम हड़पने के आरोपों के बाद सिनॉप्टिक्स टेक्नोलॉजीज लिमिटेड (एसटीएल) और उसके प्रवर्तकों को प्रतिभूति बाजार से प्रतिबंधित कर दिया। सिनॉप्टिक्स के अलावा कंपनी के प्रमोटर्स जतिन शाह, जगमोहन मणिलाल शाह और जानवी जतिन शाह को भी सेबी ने प्रतिबंधित कर दिया है।