तरारी से विशाल प्रशांत, रामगढ़ से अशोक सिंह; बिहार उपचुनाव के लिए बीजेपी के कैंडिडेट घोषित
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने तरारी से विशाल प्रशांत और रामगढ़ से अशोक कुमार सिंह को टिकट दिया है। बिहार की चार सीटों पर उपचुनाव के लिए अगले महीने मतदान होगा।
बिहार की चार विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अपनी दोनों सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं। भोजपुर जिले की तरारी विधानसभा सीट से विशाल प्रशांत को टिकट दिया गया है। वे से विधायक रह चुके बाहुबली नरेंद्र कुमार उर्फ सुनील पांडेय के बेटे हैं। हाल ही में सुनील पांडेय अपने बेटे के साथ बीजेपी में शामिल हुए थे। वहीं, कैमूर जिले की रामगढ़ सीट से बीजेपी ने अशोक कुमार सिंह को उम्मीदवार बनाया गया है। अशोक पहले रामगढ़ से विधायक रह चुके हैं। विशाल भूमिहार तो अशोक राजपूत जाति से ताल्लुक रखते हैं।
बिहार की चार विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया शुक्रवार को ही शुरू हो गई। तरारी और रामगढ़ के अलावा गया जिले की बेलागंज एवं इमामगंज में भी उपचुनाव होने हैं। एनडीए के तहत बेलागंज से जेडीयू तो इमामगंज से हिंदुस्तान आवाम मोर्चा (HAM) चुनाव लड़ेगी। उपचुनाव के लिए नामांकन का आखिरी दिन 25 अक्टूबर है। चारों सीटों पर एक साथ 13 नवंबर को मतदान होगा। 23 नवंबर को मतगणना के बाद नतीजे जारी किए जाएंगे।
तरारी और रामगढ़, इन दोनों ही सीटों पर बीजेपी की 2020 के चुनाव में हार हुई थी। तरारी से सीपीआई माले के सुदामा प्रसाद ने निर्दलीय लड़े सुनील पांडेय को 13 हजार वोटों से हराया था। जबकि बीजेपी के टिकट पर लड़े कौशल कुमार विद्यार्थी तीसरे नंबर पर रहे थे। सुदामा प्रसाद आरा से लोकसभा चुनाव जीतकर सांसद बन गए हैं। उनके इस्तीफे के बाद यहां उपचुनाव हो रहे हैं, जिसमें बीजेपी ने सुनील पांडेय के बेटे विशाल को मैदान में उतार दिया है।
वहीं, बक्सर लोकसभा के अंतर्गत आने वाली रामगढ़ विधानसभा सीट पर 2020 के चुनाव में आरजेडी के सुधाकर सिंह की जीत हुई थी। उन्होंने बसपा से लड़े अंबिका यादव को करीबी मुकाबले में हराया था, जबकि बीजेपी के अशोक कुमार सिंह तीसरे नंबर पर रहे थे। सुधाकर के बक्सर से सांसद बनने के बाद खाली हुई रामगढ़ सीट से उपचुनाव हो रहे हैं। बीजेपी ने यहां पर फिर से अशोक सिंह पर ही भरोसा जताया है।