बिहार के इस यूनिवर्सिटी में वास्तु शास्त्र की होगी पढ़ाई; स्काउट गाइड, नक्षत्र विज्ञान के कोर्स भी
बीआरएबीयू के इंस्पेक्टर ऑफ कॉलेज व भारतीय ज्ञान परंपरा के नोडल प्रो. राजीव कुमार का कहना है कि हमलोग बीआरएबीयू में भारतीय ज्ञान परंपरा के तहत विषयों की पढ़ाई शुरू करने पर काम कर रहे हैं।

बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर बिहार यूनिवर्सिटी में में छात्र धातु विज्ञान और वास्तु शास्त्र की पढ़ाई कर सकेंगे। भारतीय ज्ञान परंपरा के तहत इन विषयों की पढ़ाई कराने वाला बीआरएबीयू सूबे का पहला विवि होगा। इसके लिए तैयारी शुरू कर दी गई है। विश्वविद्यालय की इस पहले से वास्तु में रुचि रखने वाले छात्र छात्राओं में काफी उत्साह है।
बीआरएबीयू के इंस्पेक्टर ऑफ कॉलेज व भारतीय ज्ञान परंपरा के नोडल प्रो. राजीव कुमार का कहना है कि हमलोग बीआरएबीयू में भारतीय ज्ञान परंपरा के तहत विषयों की पढ़ाई शुरू करने पर काम कर रहे हैं। प्राचीन काल में धातुएं कैसे बनाई जाती थीं, इसके बारे में धातु शास्त्र में पढ़ाया जाएगा। इसके अलावा हमारी प्राचीन पद्धति वास्तु शास्त्र के बारे में भी स्नातक और पीजी के छात्र जान सकेंगे। प्रो. राजीव ने बताया कि वैल्यू एडेड कोर्स तहत इनकी पढ़ाई कराई जाएगी।
थ्योरी के साथ करना होगा प्रोजेक्ट वर्क भी
वैल्यू एडेड कोर्स में छात्रों को थ्योरी के साथ प्रोजेक्ट वर्क भी करना होगा। यह वैल्यू एडेड कोर्स 50 नंबर का होगा। छात्रों को प्रोजेक्ट वर्क में बताया जायेगा कि धातु का निर्माण कैसे किया जाता है। इसके अलावा वास्तु शास्त्र में किस तरह से कोण की व्याख्या की जाती है। अगले सत्र से इसे विवि में लागू करने के लिए तैयारी की जा रही है।
स्नातक चौथ सेमेस्टर में जुड़ेगा स्काउट गाइड
बीआरएबीयू में स्नातक चौथे सेमेस्टर में 100 नंबर के अतिरिक्त विषय में स्काउट गाइड विषय को भी जोड़ा जाएगा। इसके लिए डीएसडब्ल्यू प्रो. आलोक प्रताप सिंह ने शुक्रवार को स्काउट गाइड के अधिकारियों के साथ बैठक की। बीआरएबीयू में पहली बार स्नातक में स्काउट गाइड को विषय के तौर पर लाने की तैयारी की जा रही है।
लाइब्रेरी और लैबोरेट्री भी
भारतीय ज्ञान परंपरा के तहत शुरू होने वाले इन कोर्सों के लिए विवि में लैबोरेट्री और लाइब्रेरी भी खोली जाएंगी। इन लैबोरेट्री में सिर्फ भारतीय ज्ञान परंपरा से जुड़े विषयों का ही प्रैक्टिकल होगा और इन्हीं विषयों की किताबें रहेंगी। प्रो. राजीव का कहना है कि लाइब्रेरी में शुरुआत में हमलोग विवि के शिक्षकों से ही किताबें लेकर इसे शुरू करेंगे।
नक्षत्र विज्ञान और प्राचीन भौतिकी की भी पढ़ाई
भारतीय ज्ञान परंपरा में धातु विज्ञान और वास्तु शास्त्र के अलावा नक्षत्र विज्ञान और प्राचीन भौतिकी की भी पढ़ाई कराई जाएगी। इसके अलावा गंधर्व शास्त्र, नाट्य शास्त्र, प्राचीन वनस्पती विज्ञान, प्राचीन रसायन विज्ञान, समुद्र शास्त्र जैसे विषयों को भी वैल्यू एडेड कोर्स के तहत शुरू करने की तैयारी है। छात्रों को इनमें से किसी एक विषय को चुनने का विकल्प दिया जाएगा।