उपेंद्र कुशवाहा ने मोदी सरकार से बिहार में बाढ़ और सुखाड़ का स्थायी समाधान मांगा, कहा- नेपाल से बात करे
उपेंद्र कुशवाहा ने राज्यसभा में बोलते हुए मोदी सरकार से बिहार में बाढ़ और सुखाड़ के मुद्दे पर पहल करते हुए इसका स्थायी रूप से समाधान निकालने की मांग की। उन्होंने सोन नदी पर लंबित डैम का निर्माण भी जल्द कराने का आग्रह किया।
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राष्ट्रीय लोक मोर्चा (आरएलएम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद उपेंद्र कुशवाहा ने बिहार में बाढ़ और सुखाड़ की समस्या का स्थायी समाधान निकालने की मांग की है। संसद में केंद्रीय बजट पर चर्चा के दौरान कुशवाहा ने मोदी सरकार से इस संबंध में नेपाल से बात करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि बिहार कृषि प्रधान राज्य है। यहां किसानों की अपनी समस्याएं हैं। बिहार का एक भाग सुखाड़ तो दूसरा बाढ़ से परेशान होता है। केंद्र सरकार को नेपाल से बात कर बाढ़ की समस्या का स्थायी समाधान निकालने की पहल करनी चाहिए।
उपेंद्र कुशवाहा ने मंगलवार को राज्यसभा में बोलते हुए कहा कि बिहार में शाहाबाद और मगध क्षेत्र के आसपास का इलाका ऐसा है, जहां अगर बारिश ठीक से नहीं होती है तो सुखाड़ की स्थिति पैदा हो जाती है। यहां अंग्रेजों के समय की नहर प्रणाली से सिंचाई हो रही है। सोन नदी से नहर में पानी जाता है तो उसमें गाद भर गया है। इस नहर की उड़ाही और आधुनिकीकरण करने की आवश्यकता है। सांसद ने मोदी सरकार से इस पर विचार करके जरूरी कदम उठाने की अपील की।
कुशवाहा ने कहा कि सोन नदी में बहाव तेज किया जाना चाहिए। 30-35 साल पहले इंद्रपुरी जलाशय नाम से डैम के निर्माण का काम शुरू हुआ था। मगर अभी तक यह परियोजना नहीं पूरी हो पाई है। बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, अलग-अलग राज्यों से जुड़ा हुआ मामला है। इसलिए केंद्र सरकार को इस ओर पहल करनी चाहिए।