निजी स्कूल संचालक वसूलते मोटी रकम पर सुविधा नहीं
किशनपुर में कई निजी स्कूल बिना मान्यता के संचालित हो रहे हैं और बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। शिक्षा विभाग की अनदेखी से ये स्कूल नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। कई कोचिंग सेंटर भी बिना रजिस्ट्रेशन चल...

किशनपुर, एक संवाददाता। सरकारी नियमों को ताक पर रखकर संचालक स्कूलों का संचालन कर रहे हैं। प्रखंड में संचालित ज्यादातर निजी स्कूलों में निर्धारित मापदंडों का अभाव है। यहां तक की बुनियादी सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं कराई जा रही है। इन स्कूलों का निरीक्षण तो अधिकारियों द्वारा किया जाता है। इसके बाद भी निर्धारित मापदंडों के बिना निजी स्कूलों का संचालन शिक्षा विभाग की कार्यशैली पर सवाल खड़े करता है। बताते चलें कि निजी स्कूलों के संचालन के लिए शिक्षा विभाग से मान्यता लेनी पड़ती है। इसके लिए मानक निर्धारित किए गए हैं, जिनका पालन मान्यता प्राप्ति के पूर्व ही सुनिश्चित करना होता है।
इन मानकों में स्कूल के संचालन के लिए पर्याप्त रूप से भवन की उपलब्धता के अलावा फायर बिग्रेड से एनओसी लेना भी अनिवार्य है, लेकिन प्रखंड में संचालित दर्जनों स्कूल किराए के ऐसे मकानों में चल रहे हैं जहां सुविधाओं की कमी है। बिना रजिस्ट्रेशन के ही चल रहे कई कोचिंग सेंटर: प्रखंड क्षेत्र में लगभग तीन दर्जन से अधिक कोचिंग सेंटर बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहे हैं। इसके अलावे दो दर्जन से अधिक निजी स्कूलों में अवैध रूप से हॉस्टल चलाया जा रहा है। इसके बाद भी शिक्षा विभाग के अधिकारी इस बात से अनजान बने हुए हैं। उधर, कई निजी स्कूल जहां अवैध रूप से हॉस्टल चल रहे हैं उसके संचालक अब स्कूल में हॉस्टल संचालित होने से इंकार करने लगे हैं। उनका कहना है कि वह लोग स्कूल में छात्रों को पढ़ाते हैं। 32 निजी स्कूल व कोचिंग सेंटर का है रजिस्ट्रेशन: डीपीओ सह प्रभारी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी महताब रहमानी ने बताया कि प्रखंड क्षेत्र में कुल 32 निजी स्कूल व कोचिंग सेंटर रजिस्ट्रेशन का चल रहा है। कोई भी निजी स्कूलों में हॉस्टल नहीं चल रहा है। बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहे स्कूल व कोचिंग सेंटरों को चिन्हित कर कार्रवाई की जाएगी। उधर, अभिभावकों का कहना है कि मनमानी फीस वसूलने के बाद ज्यादातर निजी स्कूलों में किताब, कोपी, यूनिफॉर्म, जूता सहित अन्य सामान भी बेचे जाने लगे हैं।
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