जश्ने ईद मिलादुन नबी पर निकला जुलूसे मोहम्मदी
सीवान, हिन्दुस्तान संवाददाता। जलस्तर 60.840 है, जो वार्निंग लेबल से 1.65 सेंटीमीटर उपर बह रही है। सरयू नदी का डेंजर लेवल 60.82 है। जबकि वार्निं
सीवान, हिन्दुस्तान संवाददाता। शहर समेत पूरे जिले में पैगम्बर इस्लाम हजरत मोहम्मद सल. का जन्मदिन रिवाज के मुताबिक सोमवार को हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस मौके पर शहर समेत अनुमंडल व प्रखंड मुख्यालयों में जश्ने ईद मिलादुन नबी के मौके पर जुलूसे मोहम्मदी निकाला गया। शहर के पुराना किला मैदान से निकल कर जुलूस विभिन्न मार्गों से होकर शेख मोहल्ला स्थित ग्यारहवीं शरीफ मस्जिद पहुंचकर समाप्त हो गया। ग्यारहवीं शरीफ मस्जिद में लोगों ने हजरत मोहम्मद सल. , बीवी फातिमा समेत अन्य बुजुर्गों की निशानियों की जियारत की। इधर, जुलूसे मोहम्मदी में शामिल लोगों का शहर में जगह-जगह पर अकीदतमंदों ने स्वागत किया। शहर में ईद मिलानुनबी के जुलूस में सुसज्जित गाड़ी पर आगे-आगे हाफिज अब्दुल मुस्तफा चल रहे थे। जुलूस के स्वागत के लिए दरबार मोड़, मेहिया कुम्हार टोली, हाफिजी चौक, इमली चौक, पुरानी किला मोड़ समेत अन्य प्रमुख जगहों पर एक से बढ़ कर खूबसूरत फूल पत्तियों से तोरणद्वार बनाए गए थे। जगह-जगह जुलूस पर फूलों की बारिश की जा रही थी। शहर में कागजी मोहल्ला मोड़ समेत दर्जनों स्थान पर स्टॉल लगाकर लोगों को शरबत, पानी, केक, बिस्कुट, फल आदि वितरित किए जा रहे थे। जुलूस शहर के मुख्य मार्ग पुराना किला से बबुनिया रोड, सराय मोड़, तेलहट्टा बाजार, बड़ी मस्जिद के पीछे से कागजी मोहल्ला, शास्त्री नगर, दरबार मस्जिद, थाना रोड होते हुए हाफिजी चौक के रास्ते शेख मोहल्ला स्थित ग्यारहवी शरीफ मस्जिद पहुंचा। यहां रिवाज के मुताबिक फतेहाखानी कर जुलूस का समापन हुआ। मंच पर मौलाना अब्दुल मुस्तफा गौसी, हाफिज अतहर मोइन, कारी अब्बास कादरी, मौलाना अल्ताफ अजहरी, मौलाना जकी, मुफ्ती इरफान चिश्ती, हाफिज रेयाजुद्दीन, नदीम सिवानी, मकसूद अख्तर, गुड्डू भाई, इकबाल अली, जाहिद सिवानी, सोना बाबू, मो. कलीम, मो. मेराज, सलीम सिद्दीकी पिंकू, रेहान सादिक, सैफुल आलम समेत सैकड़ों अकीतमंद मौजूद थे। शांति व सुरक्षा को ले रही पुलिस फोर्स की तैनाती जुलूसे मोहम्मदी के मौके पर शहर में जेपी चौक समेत जगह-जगह पुलिस बल की तैनाती की गई थी। ट्रैफिक डीएसपी शैलेश कुमार, ट्रैफिक दारोगा विनायक राम व इनपेक्टर सुदर्शन राम जुलूस पर नजर बनाए हुए थे। शेख मोहल्ला में ग्यारहवीं मस्जिद के चारों तरफ महिला-पुरुष पुलिस बल की तैनाती की गई थी। ग्यावरहीं मस्जिद में जिले भर से पहुंची महिलाएं जियारत करने पैगम्बर इस्लाम हजरत मोहम्मद सल. के जन्मदिन पर ग्यारहवीं शरीफ मस्जिद में हजरत मोहम्मद सल., बीवी फातिमा व बुजुर्गों की निशानियों की जियारत लोगों ने की। जियारत करने वालो में जिले भर से पहुंची महिलाओं की तादाद अधिक थी।मस्जिद में पैगम्बर मोहम्मद साहब का मुवे मुबारक (बाल), दो पैर का निशान पत्थर पर, हजरत अली सल. के हाथ के पंजे का निशान पत्थर पर, पैर का निशान, हजरत फातमा जेहरा का चादर का टुकड़ा, हजरत इमाम हुसैन अलै. के हाथ का लिखा कुरान शरीफ, बड़े पीर साहब के पैर का निशान, गौसेपाक का जानेमाज (जिस पर वे नमाज पढ़ते थे), तव्यमूम की मिट्टी, हजरत इस्माईल अलै. के हाथों से कुर्बानी किए हुए दुमे के चमड़े की जियांरत देर शाम तक लोगो ने की। इस दौरान ग्यारहवीं शरीफ मस्जिद के व्यवस्थापक व राजा इस्माईल अली खान के पोते मोइनुद्दीन खान उर्फ मोईन बाबू, बदरुद्दीन खान उर्फ बशु बाबू, मो तारिक, जावेद अशरफ खान, नौशाद, कामरान अली, वारिस, गुलाम सरवर, वासिल, तौसीफ इकबाल आदि मौजूद थे।
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