अप्रैल में फिर बिहार आ रहे राहुल गांधी, पटना में सभा के बाद 'नौकरी दो यात्रा' में कन्हैया के साथ चलेंगे पैदल
- सदाकत आश्रम में प्रेस कांफ्रेंस में कांग्रेस के प्रभारी सचिव सुशील कुमार पासी ने कहा कि सात अप्रैल को राहुल गांधी आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि राहुल गांधी कृष्ण मेमोरियल हॉल में नमक सत्याग्रह आंदोलन को याद करेंगे।

2025 विधानसभा चुनाव को लेकर बिहार में बड़े-बड़े नेताओं का तूफानी दौरा शुरू हो गया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी फिर बिहार आ रहे हैं। माना जा रहा है कि सात अप्रैल को राहुल गांधी पटना आएंगे जहां संविधान सुरक्षा सम्मेलन में शिरकत करेंगे। उसके बाद राहुल गांधी एनएसयूआई के राष्ट्रीय प्रभारी कन्हैया कुमार की पलायन रोको नौकरी दो यात्रा में भी शामिल हो सकते हैं। अमित शाह 29 मार्च को आने वाले हैं तो पीएम नरेंद्र मोदी 24 अप्रैल को बिहार दौरे पर आ सकते हैं।
सदाकत आश्रम में शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस में कांग्रेस के प्रभारी सचिव सुशील कुमार पासी ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राहुल गांधी कृष्ण मेमोरियल हॉल में नमक सत्याग्रह आंदोलन को याद करेंगे। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार ने कहा कि हर घर कांग्रेस का झंडा लगाया जाएगा। इसके लिए लोगों से आग्रह करेंगे कि अपनी गाड़ी और घरों में कांग्रेस का झंडा लगाएं। कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद खान ने कहा कि वक्फ आंदोलन को कांग्रेस का भरपूर समर्थन है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सम्मेलन में भाग लेने के बाद राहुल गांधी पटना में प्रेस को संबोधित करेंगे। इससे पहले दिल्ली स्थित इंदिरा भवन में उन्होंने बिहार के पार्टी नेताओं के साथ बैठक की थी। बिहार कांग्रेस के सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर बताया गया था कि राज्य में जिला स्तर पर पार्टी को मजबूत करने के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी की मौजूदगी में सार्थक मीटिंग हुई। राहुल गांधी का नये साल में यह तीसरा बिहार दौरा होगा। इससे पहले वे 18 जनवरी और 5 फरवरी को बिहार आए थे।
दरअसल बिहार में कांग्रेस पार्टी लालू यादव की राजद के सहारे राजनीति कर रही है। पिछले दिनों पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने खुलकर रहा कि राज्य में राजद की ताकत कांग्रेस से अधिक है। हालांकि प्रदेश और राहुल गांधी के खास प्रभारी कृष्णा अल्लावरू ने साफ कर दिया कि कांग्रेस राज्य में अब किसी की बी टीम नहीं रहेगी। कांग्रेस बूथ स्तर तक पहुंचकर अपनी शक्ति बढ़ाएगी। कुछ दिनों के अंतराल पर कांग्रेस ने बिहार में प्रदेश प्रभारी और प्रदेश अध्यक्ष दोनों को बदल दिया। राजद की इफ्तार पार्टी में भी कांग्रेस के बड़े नेता नहीं पहुंचे। अंदरखाने चर्चा है कि कांग्रेस पार्टी बिहार में अपना वजूद कायम करने की रणनीति पर काम कर रही है।
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