प्रशांत किशोर ने BJP-JDU की मदद के लिए जन सुराज बनाई; बिहार उपचुनाव के नतीजों पर सुधाकर सिंह का दावा
आरजेडी सांसद सुधाकर सिंह ने प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी को बीजेपी की बी टीम बताते हुए कहा कि पीके ने बीजेपी-जेडीयू की मदद के लिए जन सुराज दल बनाया। जिसने बिहार उपचुनाव में आरजेडी का वोट काटने का काम किया।
बिहार उपचुनाव में एनडीए की एकतरफा जीत को लेकर आरजेडी के बक्सर से सांसद सुधाकर सिंह ने बड़ा दावा किया है, उनके निशाने पर प्रशांत किशोर रहे। सुधाकर सिंह ने कहा कि निश्चित तौर पर हम लोग चार सीटों पर पिछड़ गए हैं। इंडिया ब्लॉक (महागठबंधन) के वोटों में सेंधमारी हुई है, हम लोग इस चीज को देख रहे थे। प्रशांत किशोर की जनसुराज जो बीजेपी की बी टीम है, वो विपक्ष के वोटों को तोड़ने के लिए लड़ रहे हैं। बीजेपी के वोटों को तोड़ने के लिए नहीं।
आरजेडी सांसद ने कहा कि आप बिहार उपचुनाव के नतीजों को देखिए, कहीं भी जनसुराज ने एनडीए के वोटों को नुकसान नहीं पहुंचाया। जन सुराज के प्रत्याशी एनडीए के अनुरूप थे, जो वोट तोड़ा वो भी एनडीए के अनुकूल रहा। प्रशांत किशोर ने विपक्ष का वोट तोड़ा है। जिससे आरजेडी को नुकसान हुआ है। हम कहते भी थे, कि ये आरजेडी और महागठबंधन को नुकसान पहुंचाने के लिए बनाया गया दल है। उनका अपना कोई एजेंडा नहीं है, वो राजनीति में आगे जाना नहीं चाहते हैं। बल्कि बीजेपी-जेडीयू की मदद के लिए प्रशांत किशोर ने जनसुराज बनाई है।
सुधाकर सिंह ने कह कि आरजेडी कहीं से भी कमजोर नहीं है। 2024 में हम लोग और मजबूत हुए हैं। 2019 में महागठबंधन का एक सांसद था, आज 10 सांसद हैं। हम एक से 10 की यात्रा किए हैं। वहीं एनडीए 39 से 30 पर आ गए हैं। लेकिन लोकसभा और विधानसभा चुनाव में अंतर होता है। जब राज्य के नेतृत्व की बात होती है, तो तेजस्वी यादव सब पर भारी हैं। 2020 में जो थोड़ी कमी रह गई थी, वो 2025 में जनता पूरी कर देगी, आरजेडी अपने दम पर सरकार बनाएगी।
जेडीयू पर निशाना साधते हुए सुधाकर सिंह ने कहा कि भाजपा समर्थित मीडिया ये प्रचार कर रहा है, कि आरजेडी का हाल 2010 वाला होगा। लेकिन अब नीतीश कुमार के नेतृत्व को बिहार की जनता बहुत करीब से देख चुकी है। इसीलिए एनडीए अब पिछड़ता जा रहा है, जेडीयू का संख्या बल और मत प्रतिशत लगातार घट रहा है। आपको बता दें बिहार उपचुनाव में चारों सीटों पर एनडीए की जीत हुई थी। महागठबंधन का खाता तक नहीं खुला था। वहीं प्रशांत किशोर की जन सुराज को करीब 10 फीसदी वोट मिले थे।