नीतीश की इफ्तार पार्टी पर सिसायत; JDU ने विरोध वाले लेटर को बताया फर्जी; कहा- RJD की साजिश है
- नीतीश कुमार की ओर से इफ्तार पार्टी का ऐलान किए जाने के बाद एक लेटर सामने आया जिसे इमारत ए शरिया का बताया जा रहा है। लेटर में सात मुस्लिम संगठनों की ओर सीएम नीतीश के दावत ए इफ्तार से दूर रहने की बात कही गयी है। इस लेटर को जदयू ने फर्जी करार दिया है।

चुनावी साल से गुजर रहे बिहार में इफ्तार पार्टी की सियासत शुरू हो गयी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सरकारी आवास एक अणे मार्ग पर दावत-ए-इफ्तार का आयोजन किया गया है। इस बीच मुस्लिम संगठनों का एक लेटर चर्चा में है जिसमें सात मुस्लिम संगठनों ने सीएम की इफ्तार से दूरी बनाने का ऐलान किया है। इस पर सियासत तेज हो गई है। जदयू और बीजेपी ने इसे राजद की साजिश करार दिया है। जदयू एमएलसी खालिद अनवर ने इस लेटर को फर्जी बताया है तो बीजेपी प्रवक्ता प्रभाकर मिश्रा ने कहा है कि एम वाई समीकरण को अपनी बपौती समझने वाले आरजेडी की कारगुजारिओं से मुसलमानदूर रहें।
दरअसल नीतीश कुमार की ओर से इफ्तार पार्टी का ऐलान किए जाने के बाद एक लेटर सामने आया जिसे इमारत ए शरिया का बताया जा रहा है। लेटर में सात मुस्लिम संगठनों की ओर सीएम नीतीश के दावत ए इफ्तार से दूर रहने की बात कही गयी है। इस लेटर को जदयू ने फर्जी करार दिया है। जदयू एमएलसी खालिद अनवर ने कहा है कि यह राजद की साजिश है। लेटर को राजद ने जारी किया है इससे स्पष्ट हो रहा है कि किसकी क्या नीयत है। उन्होंने कहा कि इफ्तार में बड़ी संख्या में मुसलमान भाई शरीक होंगे।
जदयू विधान पार्षद ने कहा कि जिन लोगों ने वहिष्कार की बात कही है उन्हें दावत दी गयी है या नहीं, यह देखना पड़ेगा। यह एक धार्मिक आयोजन है जिसे नीतीश कुमार बहुत पहले से करते आ रहे हैं। राष्ट्रीय जनता दल साजिश करके नीतीश कुमार को टारगेट करना चाहती है तो राजद खुद अपने पैर में कुल्हाड़ी मारने जा रही है। यह आयोजन मुसलमानों के सम्मान में किया जा रहा है। राजद को यह समझना चाहिए कि उपचुनाव में मुसलमानों ने जता दिया कि राजद ने उनकी लाशों पर जो सियासत की है उसे समझ गए हैं। तभी से राजद के लोग साजिश में लग गए। ताजा मसला उसी का हिस्सा है। उनका मकसद है कि नीतीश कुमार के सेक्यूलर क्रिडेंशियल को टारगेट किया जा रहा है। लेकिन बिहार के मुसलमान उनके बहकाबे में आने वाले नहीं है।
उन्होंने कहा कि राजद ने कुछ लोगों को अपने पास बुलाया और बैठक करके यह फर्जी लेटर जारी किया गया है। इसकी तस्वीर भी वायरल हो गयी है। एक दो ऐसे संगठन है जिन्होंने कह दिया है कि लेटर से उनका कोई लेना देना नहीं है। वे लोग आ भी गए हैं। नीतीश कुमार से मुलमान इतना मोब्बत करते हैं यह आज दिख जाएगा और राजद के मुंह पर तमाचा लगेगा।
इधर बीजेपी प्रवक्ता प्रभाकर मिश्रा ने कहा है कि नीतीश कुमार की इफ्तार पार्टी का विरोध करना निंदनीय है। इसका प्रचार प्रसार राजद की ओर से किया जा रहा है इससे पता चलता है कि असलियत क्या है। वक्फ संशोधन बिल को लेकर कहा कि यह बिल वक्फ बोर्ड की करोड़ों की संपत्तियों को बचाने के लिए लाया गया है जिनपर अवैध कब्जे की शिकायत लंबे समय से की जा रही थी। मुस्लिम धार्मिक संगठनों से अपील है कि वे राजद की कारगुजारियों से दूर रहें क्योंकि उन्हें सिर्फ मुस्लिम वोट से मतलब है। सीएम नीतीश कुमार सबका साथ सबका विकास के संकल्प के साथ काम कर रहे हैं।