पटना में ऑटो चलाने के लिए परमिशन जरुरी, 3 जोन और 26 रूट तय, जानें सबकुछ
- क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकार मनोज कुमार चौधरी ने बताया कि शहरी क्षेत्र में ऑटो परिचालन के लिए संचालकों से आवेदन लिया जाएगा। यह आवेदन कंप्यूटराइज्ड होगा। जो सबसे पहले आवेदन करेगा उसे पहले परिचालन की अनुमति मिलेगी। आवेदन करने के लिए अखबारों में विज्ञापन प्रकाशित होंगे।
बिहार की राजधानी पटना के शहरी इलाकों में ऑटो और ई-रिक्शा की संख्या कम करने के लिए प्रशासन ने तैयारी कर ली है। शहरी क्षेत्र में चार तरह के ही ऑटो चलेंगे। श्हर में ऑटो के संचालन के लिए तीन जोन बनेंगे। इस बाबत 26 रूट तय किए गए हैं। यह व्यवस्था मई से लागू कर दी जाएगी। इस माह के अंत में इस पर प्रमंडलीय आयुक्त की अध्यक्षता में बैठक होनी है, जिसमें अंतिम मुहर लगेगी।
प्रमंडलीय आयुक्त मयंक वरवड़े ने शहर में जाम की समस्या कम करने के लिए डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह से ठोस उपाय करने को कहा था। डीएम ने इस विषय पर डीटीओ और टैफिक एसपी के साथ तीन बैठकें कीं। यातायात पुलिस ने डीएम को सुझाव दिया कि शहर में आवश्यकता से अधिक ऑटो और ई-रिक्शा हैं, इसीलिए इसे नियंत्रित करने की जरूरत है। बाद में तय किया गया कि शहरी क्षेत्र में एक निर्धारित संख्या में ही ऑटो के परिचालन की अनुमति दी जाएगी।
पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर होगा निबंधन
क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकार मनोज कुमार चौधरी ने बताया कि शहरी क्षेत्र में ऑटो परिचालन के लिए संचालकों से आवेदन लिया जाएगा। यह आवेदन कंप्यूटराइज्ड होगा। जो सबसे पहले आवेदन करेगा उसे पहले परिचालन की अनुमति मिलेगी। आवेदन करने के लिए अखबारों में विज्ञापन प्रकाशित होंगे। ऑटो यूनियन और संचालकों को पहले ही सूचना दे दी जाएगी ताकि वे आवेदन के लिए तैयार रहें। कंप्यूटराइज्ड तरीके से आवेदन लिया जाएगा। जिन्हें अनुमति मिलेगी वही ऑटो शहरी क्षेत्र में चलेंगे।
इस जोन में शामिल ऑटो शहरी क्षेत्र के किसी रूट पर संचालित होंगे, लेकिन उन्हें रिजर्व के रूप में ही चलना होगा। इनके लिए रूट का निर्धारण नहीं होगा, लेकिन ऐसे ऑटो को बस स्टैंड, पटना एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन आदि प्रमुख जगहों से संचालित करने की अनुमति होगी। ऐसे ऑटो की संख्या केवल दो हजार रहेगी, ताकि सार्वजनिक स्थलों से बाहर से आने वाले लोगों को आसानी से ऑटो मिल सके।
यातायात पुलिस और डीटीओ ने दी रिपोर्ट
इस पर यातायात पुलिस और डीटीओ ने संयुक्त रिपोर्ट दी, जिसमें कहा गया कि शहरी क्षेत्र में 22 हजार ऑटो का परिचालन कराया जा सकता है। इनमें 20 हजार ऑटो तीन जोन के लिए तथा दो हजार ऑटो फ्री जोन के लिए ताकि जिन यात्रियों को ऑटो रिजर्व कर बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन या एयरपोर्ट जाना हो तो वे जा सकते हैं। इस पर सहमति बन गई है।
नीला जोन
● जीपीओ, गर्दनीबाग, अनीसाबाद, फुलवारी और खगौल
● अनीसाबाद गोलंबर, जीरोमाइल, बैरिया बस स्टैंड
● फुलवारीशरीफ, बिरला कॉलोनी, जगदेव पथ
● मीठापुर, गया लाइन गुमटी, पुरंदरपुर, सिपारा पुल से पुनपुन
● अगमकुआं शीतला मंदिर, जीरोमाइल, बैरिया बस स्टैंड
हरा जोन
● नाला रोड, सीडीए बिल्डिंग, पटना जंक्शन
● बुद्ध मूर्ति, लोहानीपुर, खेमनीचक
● गांधी मैदान, अशोकराजपथ, दीदारगंज, मालसलामी, पटना सिटी
● टाटा पार्क, कंकड़बाग, कुम्हरार, गुलजारबाग, पटना सिटी
● टाटा पार्क, कंकड़बाग, हनुमाननगर
● करबिगहिया, कंकड़बाग, हनुमाननगर
● करबिगहिया, सिपारा पुल, जीरोमाइल, बैरिया बस स्टैंड
● गायघाट, कुम्हरार, बहादुरपुर, राजेंद्रनगर टर्मिनल
● गायघाट, कुम्हरार, बहादुरपुर, राजेंद्रनगर टर्मिनल
● गायघाट, गुलजारबाग, पटना सिटी
● करबिगहिया, जीरोमाइल, हाजीपुर
पीला जोन
● मल्टीलेवल पार्किंग, राजाबाजार, आशियाना, जगदेव पथ सगुना मोड़
● मल्टीलेवल पार्किंग , बोरिंग रोड, पाटलिपुत्र कुर्जी मोड़
● रूपसपुर, दीघा
● गांधी मैदान बांसघाट, राजापुर पुल, कुर्जी, दीघा, दानापुर
● गांधी मैदान, राजापुर पुल, बोरिंग कैनाल रोड , बोरिंग रोड चौराहा
● गांधी मैदान, राजाबाजार, आशियाना, सगुना मोड़
● गांधी मैदान, फ्रेजर रोड,पटना जंक्शन
● जीपीओ, सगुना मोड़, दानापुर
● आशियाना मोड़ से दीघा
● दीघा पुल, सोनपुर, हाजीपुर