नीतीश-भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकना है, प्रशांत किशोर ने भरी हुंकार; गिरफ्तारी की कहानी सुनाई
प्रशांत किशोर ने कहा है कि तीश कुमार और भारतीय जनता पार्टी की सरकार को उखाड़ फेकने का अभियान चलेगा। न्यायालय की शर्तों के आधार पर बेल नहीं लेने के बाद उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने बिहार की डबल इंजन सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कहा है कि नीतीश कुमार और भारतीय जनता पार्टी की सरकार को उखाड़ फेकने का अभियान चलेगा। न्यायालय की शर्तों के आधार पर बेल नहीं लेने के बाद उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। इससे पहले पीके ने कोर्ट परिसर में मीडिया कर्मियों से बात की और कहा कि पुलिस ने उनके साथ कोई दुर्व्यवहार नहीं किया। उन्होंने पुलिस द्वारा उनपर थप्पड़ चलाए जाने की खबर को गलत बताया। प्रशांत किशोर को पटना पुलिस ने सोमवार को अहले पौने चार बजे गांधी मैदान से गिरफ्तार कर लिया। पीके बीपीएससी की पीटी परीक्षा रद्द कर री एग्जाम समेत पांच सूत्री मांगों को लेकरर 2 जनवरी से आमरण अनशन पर थे। पटना डीएम चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि गैर कानूनी तरीके से प्रतिबंधित क्षेत्र में धरना प्रदर्शन करने के आरोप में उन्हें गिरफ्तार किया गया। पीके के 43 समर्थकों को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
प्रशांत किशोर ने गिरफ्तारी से जेल भेजे जाने तक की पूरी कहानी सुनाई। उन्होंने कहा सुबह करीब चार बजे पुलिस उन्हें उठाकर ले गई और एम्स में करीब डेढ़ घंटे कर रखा गया। एम्स प्रबंधन ने उन्हें भर्ती करने से मना कर दिया उसके बाद उन्हें पटना की सड़कों र छः सात घंटों तक एंबुलेंस में बैठाकर घुमाया गया लेकिन यह नहीं बताया गया कि कहां ले जा रहे हैं और आगे का प्लान किया है। उसके बाद मेडिकल जांच कराने के लिए फतुहा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर ले गए जहां मेरे मना करने पर डॉक्टरों ने स्वास्थ्य जांच नहीं किया। पुलिस कोशिश की कि अस्पताल से सर्टिफिकेट ले लिया जाए लेकिन, डॉक्टर ने इनकार कर दिया।
पीके ने कहा कि उनके साथ कोई गलत हरकत नहीं की लेकिन एम्स में समर्थकों के साथ मार-पीट की गई। कोर्ट ने फिर से ऐसी गलती नहीं करने की शर्त पर उन्हें जमानत दे दी लेकिन, पीके ने सशर्त बेल लेने से इनकार कर दिया। 25 हजार का मुचलका और पीआर बॉन्ड नहीं भरने के कारण उन्हें जेल भेज दिया गया जिसे पीके ने स्वीकार कर लिया।
जेल जाने से पहले प्रशांत किशोर ने अपने कार्यकर्ताओं और समर्थकों से कहा कि हमारी लड़ाई पुलिस से नहीं है बल्कि सरकार से है। लाठी तंत्र चलाने वाली बिहार की नीतीश और भाजपा की सरकार को उखाड़ फेकने का अभियान है। तैयारी है ना, जरा हाथ उठाकर दिखाइए।