गोला मंडी के व्यवसायियों की पुलिस से गुहार स्मैकियों पर सख्ती हो तो चले कारोबार
मुजफ्फरपुर में स्मैकियों का आतंक बढ़ रहा है, जिससे व्यवसायियों को दिक्कतें हो रही हैं। गोला मंडी के आसपास स्मैक का कारोबार बढ़ गया है, जिससे दुकानदार परेशान हैं। कई बार चोरी की घटनाएँ हो चुकी हैं,...
मुजफ्फरपुर। शहर में स्मैकियों का खौफ दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है। नशे की लत में अच्छे घर के लड़के भी आ रहे हैं। स्मैक के नशे के लिए जब पॉकेट मनी कम पड़ जाती है तो ये दुकानों में चोरी और राहजनी तक करते हैं। इसी तरह का एक अड्डा शहर के गोला मंडी में डीएन हाईस्कूल के पास बन गया है। गोला अनाज की बड़ी मंडी है। यहां तीन सौ से अधिक दुकानें हैं। स्मैकियों की हरकत से यहां के व्यवसायी परेशान रहते हैं। कहते हैं कि पहले थाने तक फरियाद लेकर जाते थे, पर पुलिस की सुस्ती से अब शिकायत दर्ज कराने की इच्छा भी नहीं होती।
हिन्दुस्तान से चर्चा में व्यवसायियों ने कहा कि स्मैकियों पर लगाम लगे तो चैन से कर सकें कारोबार। शहर के बीचोंबीच गोला मंडी इलाके में डीएन हाईस्कूल है। स्कूल परिसर और आसपास की गलियों में स्मैकियों ने संगठित अड्डा बना रखा है, जहां धंधेबाज उनको नशे की पुड़िया उपलब्ध कराते हैं। डीएन हाईस्कूल के क्लास रूम का ताला तोड़कर उसमें नशेड़ियों ने अड्डा बना रखा है। स्कूल के शिक्षक और प्राचार्य भी खौफ से कुछ बोल नहीं पाते। पास की गोला मंडी के व्यवसायी भी स्मैकियों से परेशान हैं। कई दुकानों में आठ-आठ बार चोरी हो चुकी है। व्यवसायी उमाशंकर चाचान ने कहा कि गोला में 53 दुकानों में चोरी हो चुकी है। इसमें दो दर्जन दुकानें ऐसी हैं जहां दो-दो, तीन-तीन बार चोरी हो चुकी है। गोला पर हुई चोरी की एफआईआर कई बार नगर थाने में दर्ज कराई गई, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। लिहाजा अब तो चोरी की एफआईआर भी दर्ज कराने व्यवसायी थाने नहीं जा रहे हैं। वहीं, संजय कुमार ने कहा कि डीएन हाईस्कूल परिसर में स्मैकियों के खौफ को लेकर आधा दर्जन बार प्राचार्य ने नगर थाने में आवेदन दिया। गोला के व्यवसायियों का प्रतिनिधिमंडल कई बार नगर थानेदार से मिला, लेकिन पुलिस की कार्रवाई नहीं हो रही है। डीएन हाईस्कूल के क्लास रूम से लेकर परिसर में जगह-जगह सिगरेट, गांजा और स्मैक पीने के कारण माचिस के खाली डिब्बे बिखरे पड़े हैं। क्लास खुलने पर शिक्षक झाड़ू लगवाकर इसकी सफाई कराते हैं, तब बच्चे बैठते हैं। स्कूल का नल और चापाकल तक खोलकर स्मैकिया बेच दे रहे हैं। लक्ष्मी साह ने कहा कि डीएन हाईस्कूल के अलावा शुभराज स्वीट्स हाउस गली में भी स्मैकियों का गिरोह दिनभर में चार से पांच बाइक लगाकर जुटता है। नशा लेने के बाद यह किसी की नहीं सुनते हैं। ये अपने पास नेपाली और चाइनीज चाकू रखते हैं। सामने कोई भी आ जाए तो सीधे हमला कर देते हैं। यहीं पर चावल व्यवसायी की लूट के दौरान स्मैकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।
व्यवसायियों ने बताया कि पास के एमएसकेबी, साहू पोखर, साहू रोड स्थित माड़वाड़ी मध्य विद्यालय परिसर, केदारनाथ बिजली ऑफिस और साहू पोखर मंदिर के पास तक स्मैकियों का अड्डा है। यहीं पर धंधेबाज भी जुटते हैं। महिला थाना के सामने गली में चांद कोठी तक स्मैकिए और धंधेबाज का जमावड़ा रहता है। सामने से उठाकर ले जाते हैं दुकान का सामान: व्यवसायी आकाश कुमार बताते हैं कि वह गोला पर पिकअप वैन से माल उतरवा रहे थे। इसी दौरान दो स्मैकिया आए और कार्टन उठाकर भागे। उसे खदेड़कर पकड़ लिया तो एक ने चाकू चला दिया। पूरी हथेली कट गई। सदर अस्पताल में आठ टांके लगे। जख्म के दाग आज भी स्मैकियों की याद दिलाते हैं। व्यवसायियों का कहना है कि गोला की अधिकांश दुकानों की दीवारें काफी पुरानी है। दुकान की छप्पर टीन की है। स्मैकिया पुरानी दीवार में आसानी से सेंध लगा देते हैं। जहां सेंध लगाने में दिक्कत है वहां छत का चदरा हटा दुकान में चोरी करते हैं। पहले अधिकांश दुकानदार गल्ला में चांदी का सिक्का रखते थे। गल्ला में कुछ रुपये छोड़ देना भी टोटका है। लेकिन, स्मैकिया चांदी के सिक्के और रुपये निकाल लेते हैं। इसलिए अब कोई दुकानदार चांदी के सिक्के गल्ला में नहीं छोड़ते।
मेरी दुकान में आठ बार चोरी हो गई पर अब तक नहीं हुई कोई कार्रवाई
गोला के व्यवसायी विश्वनाथ चौधरी ने बताया कि उनकी दुकान में आठ बार चोरी की वारदात हो चुकी है। पहले गल्ला में कुछ कैश छोड़ देते थे। लेकिन, दो बार की चोरी के बाद गल्ला में कुछ भी नहीं छोड़ते हैं। उन्होंने बताया कि दुकान में घुसने के बाद माल निकालकर ठेला पर लादकर चोर ले जाते हैं। कई बार थाने में चोरी का सीसीटीवी फुटेज दिया। एफआईआर भी दर्ज कराई। थानेदार को जाकर व्यक्तिगत रूप से भी बताया कि यह स्मैकियों की करतूत है। ये लोग कहां जुटते हैं यह भी बताया, लेकिन कभी छापेमारी नहीं हुई। इसके बाद से अब शिकायत दर्ज कराने की इच्छा भी नहीं होती है। पुलिस स्मैकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करे तो व्यवसायियों की सबसे बड़ी परेशानी दूर हो जाएगी।
वहीं, कई व्यवसायियों ने बताया कि स्मैकियों के डर से बाहर के व्यवयासी बड़ी रकम लेकर यहां आने से परहेज करने लगे हैं। स्मैक व स्मैकियों के खिलाफ अभियान के दावे पर सवाल उठा रहे व्यवसायी गोला के व्यवसायियों का कहना है कि अक्सर पुलिस के वरीय अधिकारी का दावा रहता है कि शहर में स्मैकियों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है, लेकिन इस इलाके में उनका दावा नहीं दिखता है। व्यवसायियों का दल डीएन हाईस्कूल में गया तो वहां पर उस समय 14 स्मैकिए नशा का सेवन कर रहे थे। व्यवसायियों को देखकर वे वहां से भागे नहीं, बल्कि उल्टे कहने लगे इधर कहां आ गए आप लोग।
40 स्मैकियों पर कोर्ट से लाल वारंट :
इस साल फरार घोषित किए गए 40 स्मैकियों व धंधेबाजों पर कोर्ट ने रेड इंक वारंट जारी किया है। पुलिस उन्हें पकड़ नहीं पा रही है। रेड इंक वारंट जारी करने से पहले कोर्ट ने उनके खिलाफ इश्तेहार व कुर्की भी जारी की। लेकिन, सभी वारंट व इश्तेहार थानों में ही दबकर रह गए। इससे फरार घोषित किए गए स्मैकिए शहर में गिरोह बनाकर मादक पदार्थ का नेटवर्क फैला रहे हैं।
बोले जिम्मेदार
स्मैकियों के अड्डों को चिह्नित कर छापेमारी अभियान चलाया जाएगा। जहां नशेड़ी जमावड़ा लगाते हैं, उसके आसपास के लोग पुलिस को कॉल कर सूचना दें। कुछ देर में ही पुलिस टीम पहुंचकर छापेमारी करेगी। सट्टा का अड्डा भी खत्म कराया जाएगा। गोला मंडी के व्यवसायियों की समस्याओं के निदान के लिए नगर थाने की पुलिस को निर्देश दिया जा रहा है। धंधेबाजों को चिह्नित कर गिरफ्तार किया जाएगा। डीएन हाईस्कूल के आसपास में पहले भी छापेमारी हो चुकी है।
- विश्वजीत दयाल, सिटी एसपी
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