स्मार्ट सिटी की शर्तों का विरोध, सीवरेज कनेक्शन लेने से इनकार
मुजफ्फरपुर के स्मार्ट सिटी सीवरेज प्रोजेक्ट के तहत आठ हजार घरों को सीवरेज लाइन से जोड़ा जाना है। हालांकि, लोग एक ही कनेक्शन की शर्त पर आपत्ति जता रहे हैं। तकनीकी समस्याओं और खर्च के कारण लोग कनेक्शन...

मुजफ्फरपुर, वरीय संवाददाता। स्मार्ट सिटी के सीवरेज सिस्टम व अंडरग्राउंड मेन स्ट्रॉर्म वाटर ड्रेनेज प्रोजेक्ट के तहत शहर के आठ हजार घरों को सीवरेज लाइन से जोड़ा जाना है। हालांकि स्मार्ट सिटी की शर्तों से घरों को सीवरेज लाइन से जोड़ने का विरोध किया जा रहा है। कई जगहों पर लोग सीवरेज कनेक्शन लेने से इनकार कर रहे हैं। अमूमन घरों के बाथरूम/टायलेट, नाला व किचेन आदि से पानी की निकासी अलग-अलग होती है, जबकि स्मार्ट सिटी द्वारा सीवरेज लाइन से कनेक्शन को लेकर संबंधित घरों में बाथरूम आदि की पानी निकासी के लिए एक प्वाइंट करने को कहा जा रहा है।
इस पर लोगों को आपत्ति है। मोहल्लों के लोगों का कहना है कि कई आवासीय परिसरों में जगह की कमी या तकनीकी कारणों से यह संभव नहीं है। पानी निकासी के अलग-अलग प्वाइंट को एक करने पर मोटी राशि खर्च होगी। इसको लेकर लोग तैयार नहीं है। नतीजतन काम में बाधा उत्पन्न हो रही है। साथ ही स्थानीय वार्ड पार्षद से शिकायत कर रहे हैं। वार्ड-1 के अंतर्गत सरस्वती नगर मोहल्ले के रोड नंबर सात व आठ में बीते दो दिनों से काम बंद है। स्मार्ट सिटी ने पार्षदों से मांगी मदद : लोगों के विरोध पर स्मार्ट सिटी ने संबंधित इलाकों के वार्ड पार्षदों से सहयोग मांगा है। स्मार्ट सिटी के सीनियर मैनेजर प्रेमदेव शर्मा के मुताबिक डीपीआर में एक घर में एक ही कनेक्शन देना है, जबकि लोग अलग-अलग कनेक्शन मांग रहे हैं। तीन-चार कनेक्शन लाइन देने पर दो-ढाई हजार घरों तक ही काम हो पाएगा। इसको देखते हुए लोगों से बाथरूम, किचेन आदि की पानी निकासी को लेकर एक प्वाइंट करने का अनुरोध किया जा रहा है। इंस्पेक्शन चेंबर से जोड़ी जाएगी घरों की सीवरेज लाइन : घरों की सीवरेज लाइन को इंस्पेक्शन चेंबर से जोड़ा जाएगा। घरों से निकलने वाला गंदा पानी इंस्पेक्शन चेंबर के जरिए मेनहोल होकर इंटरमीडिएट पंपिंग स्टेशन पहुंचेगा। फिर वहां से पंप/प्रेशर के जरिए पानी को दाउदपुर स्थित एसटीपी में भेजा जाएगा। अब तक करीब 2800 मेनहोल और 6300 से अधिक इंस्पेक्शन चेंबर बनाए जा चुके हैं। 20 दिन में 560 घरों को किया गया कनेक्ट : सीवरेज लाइन से घरों को जोड़ने का काम 20 दिन पहले शुरू हुआ है। स्मार्ट सिटी के मुताबिक अब तक सरस्वती नगर और श्रीराम नगर में 560 घरों को कनेक्ट किया जा चुका है। मोहल्लेवासी और पार्षद बोले : पानी निकासी का एक प्वाइंट बनाने में समस्या है। तकनीकी रूप से भी मुश्किल है। लोगों की परेशानी को दरकिनार कर स्मार्ट सिटी अपनी शर्तें थोप रही है। -संजय पाटिल, सरस्वती नगर पुराने घरों में पानी निकासी का कंबाइंड सिस्टम बनाना आसान नहीं है। रिस्क भी होगा। परेशानी बढ़ने के साथ ही इमारत के नुकसान का भी खतरा रहेगा। -आदित्य रंजन, सरस्वती नगर लोग शिकायत कर रहे हैं। सरस्वती नगर में काम बंद है। इसको लेकर नगर आयुक्त से बात करेंगे। कुछ लोगों का कहना है कि जैसे-तैसे काम पूरा किया जा रहा है। लेवलिंग आदि गड़बड़ है। भविष्य में पाइप जाम होने पर घरों में गंदा पानी वापस आकर जमा होगा। -उमेश गुप्ता, पार्षद, वार्ड 1 घरों को सीवरेज लाइन से जोड़ने में लोगों के विरोध को देखते हुए स्मार्ट सिटी के अधिकारियों ने सहयोग मांगा है। इस संबंध में शुक्रवार को वार्ड में होने वाली जनसंवाद में लोगों से बात करेंगे। इसमें स्मार्ट सिटी के अधिकारियों को भी बुलाया गया है। -अमित रंजन, पार्षद, वार्ड 14 बयान : घरों को सीवरेज लाइन से जोड़ने का काम चल रहा है। प्रोजेक्ट में एक ही कनेक्शन लाइन का प्रावधान है। इसको देखते हुए लोगों से पानी निकासी का एक प्वाइंट बनाने का अनुरोध किया जा रहा है। इस काम को अगले माह 30 जून तक पूरा किया जाएगा। - विक्रम विरकर, नगर आयुक्त सह एमडी, एमएससीएल
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