Construction Delays in Muzaffarpur Land Issues and Local Protests Halt Community Building Projects बिना जांचे दे दी एनओसी, कहीं गड्ढा तो कहीं विवादित मिली भूमि, Muzaffarpur Hindi News - Hindustan
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बिना जांचे दे दी एनओसी, कहीं गड्ढा तो कहीं विवादित मिली भूमि

मुजफ्फरपुर में सामुदायिक भवन और वर्क शेड के निर्माण में बाधाएं आ रही हैं। चार स्थानों पर कार्य नहीं हो पा रहा है क्योंकि भूमि विवाद, गड्ढे और मानक से कम भूमि आवंटित की गई है। अभियंताओं ने वैकल्पिक...

Newswrap हिन्दुस्तान, मुजफ्फरपुरFri, 16 May 2025 06:41 PM
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बिना जांचे दे दी एनओसी, कहीं गड्ढा तो कहीं विवादित मिली भूमि

मुजफ्फरपुर, मुख्य संवाददाता। सामुदायिक भवन सह वर्क शेड निर्माण में बाधा उत्पन्न हो गई है। स्थानीय क्षेत्र अभियंत्रण संगठन कार्य प्रमंडल-एक के अंतर्गत इस वित्तीय वर्ष में सात योजनाओं का चयन किया गया। इसके तहत निर्माण कार्य करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई, लेकिन सहायक और कनीय अभियंता जब कार्यस्थल पर निरीक्षण करने गए तो पता लगा कि चार जगहों पर काम करना संभव नहीं है। कहीं गड्ढे वाली तो कहीं विवादित भूमि का आवंटन कर दिया गया है। ग्रामीण कार्य करने का विरोध कर रहे हैं। इसके अलावा कुछ जगहों पर मानक अनुरूप भूमि का चयन नहीं किया और एनओसी दे दी गई।

अभियंताओं ने उक्त स्थलों पर कार्य शुरू करने में असमर्थता जताई है। इसके आलोक में कार्यपालक अभियंता ने जिला कल्याण पदाधिकारी को पत्र भेजकर वस्तुस्थिति से अवगत कराया है। उक्त स्थलों को छोड़कर वैकल्पिक भूमि उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है, ताकि निर्माण कार्य ससमय शुरू होकर पूरा हो सके। उन्होंने बताया कि गायघाट, औराई में दो जगह और सकरा में चिह्नित भूमि पर कार्य करने में परेशानी हो रही है। उन्होंने वैकल्पिक भूमि की तलाश कर सीमांकन और नजरी नक्शा साथ-साथ उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है। इन जगहों पर आवंटित भूमि पर कार्य करने में कठिनाई : 1. सकरा की मड़वन उर्फ अजिजनगर पंचायत के सांघोपट्टी महादलित टोले में निर्माण कार्य होना है। प्रस्तावित भूमि 30 गुणा 50 वर्गफीट की है, जबकि विभागीय नियमानुसार 50 गुणा 60 वर्गफीट भूमि की आवश्यकता है। 2. गायघाट के कांटा पिरौछा में चिह्नित भूमि सड़क लेवल से 10-12 फीट गहरा है। जलजमाव की समस्या हमेशा रहेगी। मिट्टी भरवाने पर आर्थिक बोझ बढ़ेगा और प्राक्कलन से अधिक राशि खर्च होगी। 3. औराई के सहिलाबल्ली में प्रस्तावित भूमि पर ग्रामीणों ने निजी भूमि होने का दावा कर दिया। इस कारण वहां पर कार्य शुरू नहीं किया जा सका। 4. औराई के भलूरा में प्रस्तावित भूमि मानक से बहुत कम है। इसलिए यहां पर निर्माण करने में असमर्थता जताई गई है।

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