Severe Waterlogging Issues in Kanpur s Gandhi Nagar Ward Impacting Residents बोले उन्नाव : पानी निकासी के प्रबंध नहीं दुरुस्त जलभराव से ‘तालाब बनीं गलियां, Unnao Hindi News - Hindustan
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बोले उन्नाव : पानी निकासी के प्रबंध नहीं दुरुस्त जलभराव से ‘तालाब बनीं गलियां

Unnao News - कानपुर के गांधी नगर वार्ड में जलभराव की गंभीर समस्या है। बारिश के दिनों में गलियों में पानी भर जाता है, जिससे लोग परेशान हैं। सफाई कर्मियों की कमी और नालियों में जमा कचरे के कारण समस्या बढ़ रही है।...

Newswrap हिन्दुस्तान, उन्नावSat, 17 May 2025 02:31 AM
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बोले उन्नाव : पानी निकासी के प्रबंध नहीं दुरुस्त जलभराव से ‘तालाब बनीं गलियां

मिश्रित आबादी वाले इस वार्ड में जलभराव ने लोगों की नींद उड़ा रखी है। पानी का निकास सही न होने के कारण अधिकांश नालियां उफनाकर सड़क पर बह रही हैं। वर्षा के दिनों में गलियों के बीच घुटनों तक पानी भरा रहता है। आए दिन इस समस्या से आजिज लोग शिकायतें कर थक चुके हैं, लेकिन अब तक किसी ने सुध नहीं ली। सफाई कर्मी भी नियमित नहीं आते हैं। इसके चलते कूड़ा उड़कर नालियों में एकत्र हो जाता है। इससे पानी गुजरना मुश्किल हो जाता है। आपके अपने अखबार ‘हिन्दुस्तान से लोगों ने अपनी पीड़ा साझा की। सभी ने एकसुर में कहा कि पानी निकासी के प्रबंध दुरुस्त न होने से जलभराव से गलियां तालाब सी बन जाती है।

शहर का गांधी नगर वार्ड कानपुर छोर का विकसित इलाका है। 24 हजार से अधिक आबादी वाले इस इलाके में जलभराव गंभीर समस्या है। वर्षा के दिनों में यहां आबादी के बीच भीषण जलभराव से लोगों का निकलना दूभर हो जाता है। कलक्टरगंज से गांधी नगर के अंदर जाने वाली गली में पीछे के छोर के लोग तो इस समस्या को लेकर इस कदर परेशान हैं कि बात करते ही झल्ला उठते हैं। उनका कहना है कि एक नाला इस समस्या का हल है, लेकिन सालों बाद भी नगर पालिका ने इस ओर ध्यान नहीं दिया था। हालांकि, एक वर्ष पहले सभासद के प्रस्ताव पर रेल नहर रोड नाले की सफाई हुई और जलभराव से निजात मिली। आपके अपने अखबार ‘हिन्दुस्तान भूपनारायण और भास्कर ने बताया कि रेलवे नहर नाला अक्सर ओवरफ्लो रहता था। इस कारण आए दिन मोहल्ले के लोगों को समस्या का सामना करना पड़ता था। ईदगाह रोड के भाग में रहने वाले लोग भी इस सफाई की समस्या से परेशान थे। हालांकि, इस बार कुछ ठोस प्रस्ताव खुशहाली लाए हैं। यहां के लोगों का दूसरी तरफ यह भी आरोप है कि कई गलियां ऐसी हैं, जहां सफाई कर्मी नहीं आते हैं। सप्ताह या महीनेभर में एक बार आकर लौट जाते हैं। मंदिरों में चूना छिड़काव भी नियमित कराने की मांग गीता, नैना और राहुल करते हैं। उनका कहना है कि नियमित सफाई न होने के कारण आवागमन में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। कई बार इसके लिए शिकायत की पर कोई हल आज तक नहीं निकाला। शिवम यादव, रिंकू पाल और सूरज बताते हैं कि कई बार शिकायत के बावजूद कोई सुनवाई नहीं हुई। बनने के साथ ही टूटने लगा नाली का क्रास गांधी नगर दुर्गा मंदिर वाली गली की शुरुआत में पड़ने वाले क्रास पिछले कार्यकाल में बने थे। लोग बताते हैं कि घटिया निर्माण के कारण वह भी जर्जर होकर टूटने लगा था। यहां के लोगों में इसे लेकर आक्रोश है। लोगों ने आरोप लगाया कि कई साल भागदौड़ करने के बाद क्रास बना तो लेकिन अत्यंत घटिया सामग्री का प्रयोग होने के कारण कभी भी टूट सकता है । बिजली कटौती से परेशान लोग बिजली की आवाजाही से हर साल की तरह इस बार भी लोग परेशान है। आलम यह है कि 24 घंटे के सापेक्ष गर्मियों में यहां 18 घंटे भी बिजली नहीं मिलती है। पिछले 25 दिनों से समस्याओं की भरमार है। दिनभर आठ- आठ घंटे बिजली रोस्टिंग चल रही है। सुझाव 1. नालियों में जमा कचरा पानी चोक कर रहा है। इससे गलियों में गंदा पानी बहता रहता है। नालियों की बेहतर ढंग से सफाई कराई जाए। 2. अमृत योजना के कर्मियों ने सड़क खोद दी है। इससे हादसों का खतरा बना हुआ है। 3. नई बस्ती में बिजली के पोल अब तक नहीं लगाए गए हैं। इससे लोग बल्लियों के सहारे कनेक्शन लेने को मजबूर हैं। 4. बिजली के पोलों पर लगी अधिकांश स्ट्रीट लाइटें मरम्मत के अभाव में खराब हो गई हैं। इन्हें ठीक कराया जाए। 5. जगह-जगह टूटी नालियां जलभराव का कारण बन रही हैं। इन्हें दुरस्त कराया जाए। शिकायतें 1. लंबे समय से खस्ताहाल सड़कों की मरम्मत नहीं हो सकी है। हादसों का खतरा बना हुआ है। 2. पेयजल के लिए लगाए गए इंडियामार्का हैंडपंप अधिकांश खराब हो गए हैं। ऐसे में दूषित पानी से काम चलाना पड़ रहा है। 3. स्ट्रीट लाइटें खराब होने से शाम होते ही लोग घरों में दुबकने को मजबूर हैं। अराजकतत्वों का जमावड़ा लगा रहता है। 4. कई मोहल्लों में तारों का मकड़जाल फैला है। इससे अक्सर बिजली की आपूर्ति आपूर्ति बाधित रहती है। 5. कई लोगों ने नालियों पर अवैध अतिक्रमण कर रखा है। इससे नालियां साफ नहीं होती हैं। इन्हें हटवाया जाए। बोले बाशिंदे वार्ड में एंटी लार्वा का छिड़काव और फॉगिंग नहीं होती है। मच्छरों की तादात बढ़ी है। हर सप्ताह फॉगिंग हो। -गीता जर्जर सड़कें हादसों को दावत दे रही हैं। शिकायतों के बावजूद सड़कों का निर्माण नहीं हो सका है। - सुधा कचरा गाड़ी चुनिंदा जगहों पर आती है। कचरा डालने में परेशानी होती है। छोटी गलियों में गाड़ी नहीं आती है। - भूपनारायण सफाई कर्मी न आने से कचरे के ढेेर जमा हैं। संक्रामक बीमारियां फैलने का खतरा बना हुआ है। - भास्कर बिजली पोल न लगे होने से लोग बल्लियों के सहारे तार घरों तक पहुंचाते हैं। हादसों का खतरा बना हुआ है। - संदीप बोलीं जिम्मेदार रेलवे भाग से जुड़े नाले को साफ कराया गया। अब वहां जलभराव नहीं होता है। एक करोड़ से सड़कें, करीब चार लाख से पेयजलापूर्ति, दस लाख से अन्य अतिरिक्त कार्य कराए हैं। - श्वेता मिश्रा, अध्यक्ष- नगर पालिका उन्नाव

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