पटना में TRE-3 शिक्षक अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज, BPSC ऑफिस के बाहर हंगामा; क्यों मचा बवाल?
बीएससी की तैयारी कर रहे टीआरई 3 के शिक्षक अभ्यर्थियों ने पहले से ही इस प्रदर्शन का ऐलान कर रखा था। वन कैंडिडेट वन रिजल्ट की मांग को लेकर अभ्यर्थियों ने आंदोलन की चेतावनी सरकार को दे रखी थी। पुलिस पहले से तैनात थी। रोकने के लिए पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लठी चार्ज कर दिया।
वन कैंडिडेट वन रिजल्ट की मांग को लेकर बीपीएससी TRE 3 के शिक्षक अभ्यर्थियों ने पटना में सोमवार को प्रदर्शन किया। सड़क पर उतरे अभ्यर्थियों पुलिस के बीच जमकर नोक झोंक हुई। इसके बाद पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया जिसमें कई प्रदर्शनकारी घायल हो गए। पुलिस ने उनका नेतृत्व कर रहे दिलीप कुमार को हिरासत में ले लिया जिससे प्रदर्शनकारी और भी भड़क गए। टीचर भर्ती के अभ्यर्थियों ने सड़क पर जमकर बवाल किया।
बीएससी की तैयारी कर रहे टीआरई 3 के शिक्षक अभ्यर्थियों ने पहले से ही इस प्रदर्शन का ऐलान कर रखा था। वन कैंडिडेट वन रिजल्ट की मांग को लेकर अभ्यर्थियों ने आंदोलन की चेतावनी सरकार को दे रखी थी। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार सैकड़ो की संख्या में शिक्षक अभ्यर्थी राज्य के विभिन्न जिलों से सोमवार को पटना पहुंच गए। बीएससी कार्यालय से कुछ दूर पर सैकड़ो की संख्या में टीचर भर्ती कैंडिडेट जमा हो गए और जुलूस की शक्ल में बीपी एससी की ओर बढ़ने लगे। शिक्षकों के ऐलान के कारण पुलिस पहले से तैनात थी।
पुलिस ने जब सचिवालय के पास उन्हें बलपूर्वक रोकने की कोशिश की तो नोक झोंक शुरू हो गई। शिक्षक अभ्यर्थी पीछे हटने को तैयार नहीं थे। वे बीएससी कार्यालय पर पहुंचकर घेराव और प्रदर्शन करना चाहते थे। पुलिस के रोकने पर जब उनकी बात मानने को तैयार नहीं हुई तो सुरक्षा बलों ने लाठी चार्ज कर दिया . प्रदर्शन कर रहे शिक्षक अभ्यर्थियों को पुलिस वालों ने दौड़ा दौड़ा कर पीटा। इस दौरान कई प्रदर्शनकारी सड़क पर गिर गए और उन्हें चोट आई।
प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने लाठी के बल पर खदेड़ तो दिया लेकिन वे वापस नहीं हुए। थोड़ी देर के लिए इधर-उधर छुप गए और दोबारा बेली रोड चौराहे के पास जमा होकर नारेबाजी करने लगे। इस पर दूसरी बार पुलिस ने उन पर बल प्रयोग किया। शिक्षक अभ्यर्थियों का कहना है कि बेल्ट्रॉन कंपनी को रिजल्ट का टेंडर दिया गया है उसके कर्मी ईमानदार नहीं है। आरोप लगाया कि बेल्ट्रॉन गलत तरीके से और गलत लोगों की बहाली करती है जो गड़बड़ी करते हैं। अभ्यर्थी अपनी वन कैंडिडेट 1 रिजल्ट की मांग पर आ रहे हुए हैं। उनका कहना है कि फिर एक बार मल्टीप्ल रिजल्ट निकाले जाएंगे जिससे किसी विद्यार्थी को एक बार भी मौका नहीं मिलेगा जबकि सीटें खाली रह जाएंगी। बीपीएससी कार्यालय के बाहर पुलिस बल तैनात है जबकि सैकड़ो की संख्या में प्रदर्शनकारी बेली रोड पर जुटे हुए हैं। ऐलान किया है कि जब तक शिक्षा विभाग या सरकार की ओर से कोई आश्वासन नहीं दिया जाएगा तब तक डटे रहेंगे।
अब सवाल उठता है कि शिक्षक अभ्यर्थी वन कैंडिडेट वन रिजल्ट की मांग क्यों कर रहे हैं। दरअसल टीआरई 1 और टीआरई 2 में मल्टिपल रिजल्ट निकाला गया। इससे एक अभ्यर्थी के विभिन्न श्रेणी में कई रिजल्ट आ गए। इन लोगों ने किसी एक जगह योगदान किया जिससे बड़ी संख्या में रिक्तियां रह गईं। दूसरी ओर हजारों अभ्यर्थियों का रिजल्ट नहीं निकला और उन्हें नौकरी का मौका नहीं मिला।
प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व कर रहे दिलीप कुमार ने कहा कि शिक्षक बहाली के फेज 1 और फेज 2 में मल्टीपल रिजल्ट दिए गए जिससे हजारों की संख्या में सीटें खाली रह गईं। उन्होंने कहा कि टीआरई 3 की शिक्षक बहाली में ऐसा नहीं होना चाहिए। लेकिन प्रदर्शन के दौरान उन्हें पुलिस ने हिरासत में ले लिया और थाने पर ले गई। प्रदर्शन करने पहुंचे शिक्षक अभ्यर्थियों की एक मांग आरक्षण को लेकर भी थी। प्रदर्शकारियों ने बताय् कि बिहार सरकार के आरक्षण नियम के अनुसार आरक्षण दिया। आरक्षण को ध्यान में रखते हुए टीआरई 1 और टीआरई 2 को पुनः संशोधित परिणाम जारी किया जाए। अन्य राज्यों के अभ्यर्थियों को दिव्यांग आरक्षण से बाहर करते हुए टीआरई 3 में बिहार के मूल निवासियों को आरक्षण दिया जाए।