प्रशांत किशोर के अनशन में वैनिटी वैन पर आया जन सुराज का रिऐक्शन; नीतीश, तेजस्वी, BJP को चुनौती दी
- जन सुराज के प्रवक्ता विवेक कुमार ने कहा है कि वैनिटी वैन यहां अनशन में बैठे लोगों के वॉशरूम के लिए है। विपक्ष की ये ओछी राजनीति छात्रों के असल मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश है। मुद्दा वैनिटी का नहीं छात्रों के पेपर लीक का है
बीपीएससी पीटी के री एग्जाम समेत पांच सूत्री मांगों को लेकर जन सुराज से संस्थापक प्रशांत किशोर गांधी मैदान में आमरण अनशन पर हैं। उनके अनशन में करोड़ों की चमचमाती हाईटेक वैनिटी वैन का मुद्दा गर्म है। कई नेताओं ने इस पर सवाल उठाया है। बीजेपी प्रवक्ता अरविंद कुमार सिंह, नीरज कुमार और आरजेडी के प्रवक्ता एजाज अहमद ने अनशन में वीआईपी कल्चर को लेकर प्रशांत किशोर पर निशाना साधा है। इस पर जन सुराज प्रशांत किशोर के बचाव में उतर आई है। पार्टी के प्रवक्ता ने विरोधियों को जवाब देते हुए नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव और बीजेपी को चुनौती दी है।
पार्टी के प्रवक्ता विवेक कुमार ने कहा है कि वैनिटी वैन यहां अनशन में बैठे लोगों के वॉशरूम के लिए है। विपक्ष की ये ओछी राजनीति छात्रों के असल मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश है। मुद्दा वैनिटी का नहीं छात्रों के पेपर लीक का है। सरकार बच्चों को लाठी से पिटवा रही है और विपक्ष के राजकुमार इस कड़ाके की ठंड में घर पर आराम कर रहे हैं।
जन सुराज प्रवक्ता ने विपक्ष के नेताओं खासकर तेजस्वी यादव, नीतीश कुमार और BJP के बड़े नेताओं को खुली चुनौती देते हुए कहा है कि हिम्मत है तो एक रात इस कड़ाके की ठंड में गांधी मैदान में गांधी मूर्ति के नीचे बिताकर दिखा दें। प्रशांत किशोर 24 घंटे मीडिया के कैमरे के सामने बैठे हैं। विपक्ष को छात्रों के मुद्दों से कोई मतलब नहीं है, इसलिए इस तरह के अनावश्यक मुद्दों को उठा रहे हैं।
बयान जारी करके विवेक कुमार ने कहा है कि वैनिटी वैन कोई मुद्दा ही नहीं है। यह हास्यापद बात है। पिछले चालीस सालों से बिहार देश का सबसे गरीब राज्य है। विगत दस सालों से राज्य की परीक्षा व्यवस्था ध्वस्त है। इसे ठीक करने के लिए बिहार के छात्र और युवा संघर्ष कर रहे हैं। विपक्ष को इन मुद्दों पर जोर देना चाहिए तो वे अपने घर में बैठकर वैनिटी पर बात कर रहे हैं। किसी नेता का नाम लिए बगैर विवेक कुमार ने कहा कि आप घर में आग ताप रहे हैं और युवा यहां संघर्ष कर रहे हैं।
विवेक कुमार ने कहा कि विपक्ष के नेता भी छात्रों के साथ खड़े होने के बजाए उन्हें भटका रहे हैं। यह उनकी मानसिकता दिखा रही है कि वे युवा विरोधी हैं। सत्ता पक्ष को शिक्षा और परीक्षा की व्यवस्था पटरी पर लाने की बात करनी चाहिए तो वैनिटी पर अटके हुए हैं। जनता के मुद्दों के साथ खड़े नहीं होने का जवाब चुनाव में देगी।