एक ही दिन चार जगह काम करते हैं मनरेगा मजदूर
एक ही दिन चार जगह काम करते हैं मनरेगा मजदूर एक ही दिन चार जगह काम करते हैं मनरेगा मजदूरएक ही दिन चार जगह काम करते हैं मनरेगा मजदूर

एक ही दिन चार जगह काम करते हैं मनरेगा मजदूर एक ही दिन चार जगह काम करते हैं मनरेगा मजदूर पलक झपकते ही मनरेगा हिंदू को बना देता मुसलमान फिल्मों निर्माता से आगे निकल गए पंचायत रोजगार सेवक चार-चार रोल में होते हैं एक ही मजदूर फोटो 13, 14 व 15: एक ही मजदूर का तीन जगह पर एक ही दिन में चल रहा है काम, परिचय राकेश सिंहा/ जमुई, हिंदुस्तान प्रतिनिधि जमुई में मनरेगा मजदूर पलक झपकते ही हिन्दू से मुसलमान बन जाते हैं। इतना ही नहीं एक ही मजदूर चार-चार रोल भी निभाते हैं। मनरेगा योजना में एक ही समय एक मजदूर चार जगह पर मजदूरी करते हैं।
भले ही उन्हें मजदूरी 1 दिन की मिलती हो लेकिन उन्हें चार जगह पर मजदूरी करते हुआ दिखाया जाता है। मनरेगा योजना में भ्रष्टाचार की जड़ इतनी गहरी हो गई है की पारदर्शिता कि कहीं कोई जगह ही नहीं। लगभग सभी प्रखंडों का यही हाल है। समय-समय पर इस तरह के फर्जीबाड़े से जुड़ी खबर अखबार में सुर्खियां बटोरती है। मामले की जांच कर दोषी को अगर समय से दंड मिल जाती तो वैसे फर्जीबाड़े पर अंकुश लगाया जा सकता है। अभिनेत्री एवं अभिनेता किरदार निभाने में डबल रोल तक ही सीमित रह गए। यहां पंचायत प्रतिनिधियों के साथ मिलकर रोजगार सेवक एक-एक मजदूर को चार-चार रोल में खड़ा कर देते हैं। यह हाल है जमुई सदर प्रखंड के थेगुआ पंचायत का। अलग-अलग योजनाओं में एक ही तारीख में एक ही मजदूर काम करते भी देखे जा रहे हैं। ऐसा नहीं है यह पहला पंचायत है इससे पहले भी कई पंचायत से भी गड़बड़ी के प्रमाण मिल चुके हैं। यह सब फर्जीवाड़ा कर योजना की राशि निकासी के खेल में संभव हो रहा है। इस खेल में पंचायत प्रतिनिधि बिचौलिए की भूमिका में होते हैं। जबकि रोजगार सेवक इसके मुख्य किरदार होते हैं। इस बंदरबांट में पंचायत तकनीकी सहायक तथा कनीय और सहायक अभियंताओं के साथ-साथ मनरेगा कार्यक्रम पदाधिकारियों की भूमिका अहम होती है। डीएम अभिलाषा शर्मा और डीडीसी सुभाष चंद्र मंडल की इन फर्जीबाड़े के खेल पर नजर है। फर्जीबाड़े की यह है कहानी जमुई। सदर प्रखंड के थेगुआ पंचायत की अजब कहानी है। पंचायत के निमिया आहार की खुदाई और चौरा पोखर की खुदाई एक ही दिन एक ही समय हो रही है। दोनों ही योजनाओं में एक ही मजदूर काम कर रहे हैं। सिर्फ मजदूर का नाम बदल जाता है। कोई हिंदू से मुसलमान तो कोई मुसलमान से हिंदू बन जाता है। मो. अरमान कुछ ही पल में मनीष कुमार बन जाते हैं वहीं निसार मियां श्यामा देवी बन जाती है। तस्वीर 13 मार्च को 10:39 बजे की है वही तस्वीर 1 मिनट पहले दूसरे योजना की खुदाई में लगाई गई। मास्टर रोल संख्या 1603, 1606, 1639 पर अपलोड किया गया है। कहीं यह तस्वीर 10:39 पर है तो कहीं 10:38 पर और कहीं 11:12 पर। दोनों योजनाओं के 4 - 4 मास्टर रोल पर एक ही तस्वीर चश्पा है। अब इन दोनों में कौन सही और कौन गलत, यह तो रोजगार सेवक अश्वनी कुमार सिंह ही बता सकते हैं। आपके द्वारा जानकारी मिली है। मामले की जांच कराई जाएगी। जांच में दोषी पाए जाने वाले कर्मी, तकनीकी सहायक, अभियंता व कार्यक्रम पदाधिकारी के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। अभिलाषा शर्मा जिला पदाधिकारी, जमुई। आवास सहायक के आरोपों की शुरू नहीं हुई जांच दैनिक वेतन भोगी मजदूर पर लगाए थे कई गंभीर आरोप भ्रष्टाचार के पैसे से विदेश मे बेटा को पढ़ाने का लगाया था आरोप जमुई,हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। ग्रामीण आवास सहायक के द्वारा डीआरडीए के दैनिक वेतन भोगी मजदूर दिलीप झा के विरुद्ध लगाए गए गंभीर आरोपों की अब तक ग्रामीण आवास सहायक संघ ने दिलीप के ऊपर अकूत संपत्ति अर्जित करने के साथ कई गंभीर आरोप लगाए थे। विभिन्न गंभीर आरोपों से संबंधित आवेदन आवास सहायक संघ ने मुख्यमंत्री से लेकर जिला अधिकारी अभिलाष शर्मा को भी दिया था।आवेदन में कहा है कि नाजायज आमदनी के बल पर दैनिक वेतन भोगी मजदूर बेटा को विदेश में पढ़ रहा है। वह फोन पे, गूगल पे और पेटीएम के अलावा अन्य माध्यम से अवैध राशि प्राप्त करने में भी नहीं हिचकते हैं। अध्यक्ष ने दिलीप झा के बैंक खाते की भी जांच की मांग की है। हाल के दिनों में लगभग आधा दर्जन आवास सहायकों को उप विकास आयुक्त द्वारा बर्खास्त किए जाने के बाद हलचल तेज है। दरअसल बर्खास्त आवास सहायकों में राज्य ग्रामीण आवास सेवा संघ के जिला अध्यक्ष उत्तम कुमार दास भी शामिल हैं।अधिकारी को प्रेषित पत्र में कहा है कि दिलीप झा वरीय पदाधिकारी को गुमराह करते हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना, मुख्यमंत्री आवास योजना एवं मुख्यमंत्री आवास सहायता योजना के लाभार्थियों के खाते में राशि भेजने में नाको चने चबाने को मजबूर करते थे और मिसमैच के नाम पर आवास सहायकों को लाभार्थियों से राशि वसूली के लिए मजबूर किया जाता रहा है। अध्यक्ष ने आवास योजना की स्वीकृति के नाम पर वसूली का भी आरोप लगाया है। इसके अलावा बैठक, स्पष्टीकरण एवं बर्खास्तगी का भय दिखाकर दोहन करना उनकी आदत में शुमार है। शराब बंदी में शराब लाने के लिए बाध्य करना और महिला कर्मियों से अश्लील बातें करने की भी शिकायत की गई है। ग्रामीण आवास सहायक द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच की जाएगी। जांच में दोषी पाए जाने पर कार्रवाई होगी। अभिलाष शर्मा डीएम, जमुई
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