गांधी मैदान में नियुक्ति पत्र देने का आइडिया हमने दिया था, पटना में तेजस्वी का CM नीतीश पर हमला
- तेजस्वी ने कहा कि इसके पहले कोई बेरोजगारी की चर्चा नही करता था। इसके पहले हमने बेरोजगारी मुक्ति यात्रा निकाली थी लेकिन कोरोना के कारण स्थगित करना पड़ा था। जब NDA की सरकार बनी तो किसी ने रोजगार पर ध्यान नहीं दिया। लेकिन जब हमारी सरकार बनी तो पांच लाख नौकरी दी और गांधी मैदान में नियुक्ति पत्र बंटवाया।'

65 फीसदी आरक्षण की मांग को लेकर पटना में धरने पर बैठे तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोला। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ऐतिहासिक गांधी मैदान में शिक्षकों को नियुक्ति पत्र सौंपा है। इसपर तेजस्वी यादव ने यह भी कहा कि गांधी मैदान में ज्वाइनिंग लेटर बांटने का आइडिया भी मेरा ही थी। राजद दफ्तार के बाहर सैकड़ों पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं के साथ धरने पर बैठे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि 2020 के चुनाव में हमने कहा था कि सरकार बनी तो बेरोजगारी दूर करने के लिए 10 लाख सरकारी नियुक्तियां होंगी।
इसके पहले कोई बेरोजगारी की चर्चा नही करता था। इसके पहले हमने बेरोजगारी मुक्ति यात्रा निकाली थी लेकिन कोरोना के कारण स्थगित करना पड़ा था। जब एनडीए की सरकार बनी तो किसी ने रोजगार पर ध्यान नहीं दिया। लेकिन जब हमारी सरकार बनी तो पांच लाख नौकरी दी और गांधी मैदान में नियुक्ति पत्र बंटवाया। इसके साथ ही जातिगत गणना कराया। उस वक्त कोई प्रश्नपत्र लीक नही हुआ। स्वास्थ्य विभाग में डेढ़ लाख नौकरी की व्यवस्था की,जिस पर आजतक नही नियुक्ति हुई।
तेजस्वी यादव ने भाजपा को आरक्षण,संविधान, लोकतंत्र विरोधी बताया और बजट में पलायन रोकने, गरीबी खत्म करने, रोजगार देने की कोई चर्चा नहीं की। गांधी मैदान में नियुक्ति पत्र बांटने का आइडिया भी हमने ही दिया था,जिसको आज क्रियान्वित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज आरक्षण हुआ होता तो 51 हजार में से 8222 पिछड़े अति पिछड़े लोगों को रोजगार मिला होता। उन्होंने सवाल किया कि 9 माह तक क्यों नहीं आरक्षण को तमिलनाडु के तर्ज पर नौंवी अनुसूची में नहीं डाला गया। आरक्षण की लड़ाई को तेजस्वी लड़ेगा और इसे मुकाम तक पंहुचाएगा। इसे जगह-जगह पार्टी कार्यकर्ता पहुंचाए।
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