मैट्रिक परीक्षा में सेकंड डिवीजन आया, बिहार में छात्रा ने उठा लिया भयानक कदम
- परिजनों के अनुसार मैट्रिक परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद निशि ने मोबाइल फोन पर अपना परिणाम देखा और द्वितीय श्रेणी से पास होने पर उदास हो गई। घर वालों ने बताया कि पढ़ने में काफी अच्छी थी और हर वर्ष अपने वर्ग में हमेशा अव्वल रहती थी। विद्यालय एवं कोचिंग संस्थान में इनाम मिलता था।

मैट्रिक परीक्षा प्रथम श्रेणी से पास नहीं होने से हताश एक छात्रा ने पंखे से लटक कर खुदकुशी करने का प्रयास किया। आनन फानन में परिजनों ने बेहोशी की हालत में उसे पीएचसी में भर्ती कराया। वहां प्रारंभिक उपचार के बाद उसे सदर अस्पताल भेज दिया गया। वहां भी स्थिति गंभीर होने पर उसे बेहतर इलाज के लिए रेफर किया गया। शहर के महमदपुर के समीप एक निजी क्लीनिक में इलाज के दौरान आखिरकार छात्रा की मौत हो गयी। मृतका खगड़िया जिला के अलौली थाना क्षेत्र के आनंदपुर परास गांव निवासी सिकंदर चौधरी की 15 वर्षीय पुत्री निशि कुमारी थी।
परिजनों के अनुसार मैट्रिक परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद निशि ने मोबाइल फोन पर अपना परिणाम देखा और द्वितीय श्रेणी से पास होने पर उदास हो गई। घर वालों ने बताया कि पढ़ने में काफी अच्छी थी और हर वर्ष अपने वर्ग में हमेशा अव्वल रहती थी। विद्यालय एवं कोचिंग संस्थान में इनाम मिलता था।
घर वालों ने बताया कि वह घर जाकर पंखे से लटक गयी। घटना की सूचना पाकर उसकी जान बचाने स्थानीय पीएचसी में भर्ती कराया जहां डॉक्टरों ने उसे सदर अस्पताल रेफर कर दिया। सदर अस्पताल के चिकित्सकों द्वारा रेफर करने पर बेगूसराय के निजी अस्पताल में उसे भर्ती कराया जहां इलाज के दौरान रविवार को उनकी मौत हो गयी।
घटना से दुखी मृतका के रिश्तेदारों ने छात्र- छात्राओं को संदेश देते हुए कहा कि विद्यार्थी को रिजल्ट के हर स्थान को स्वीकार करना चाहिए। बेहतर करने के लिए आगे की तैयारी में जुटे रहें। मौत की सूचना मिलते ही संबंधित थाना की पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोर्स्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया और आगे की जांच पड़ताल में जुट गई है।
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