पटना में उफनाई गंगा का CM नीतीश ने लिया जायजा, जेपी-कंगन घाट भी पहुंचे, अफसरों को दिए ये निर्देश
पटना में गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान पर आ गया है। जिसके चलते कई घाट जलमग्न हो गए हैं। इस बीच शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सड़क मार्ग से पटना के आसपास गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर का जायजा लिया।साथ ही जेपी, कंगन घाट का भी निरीक्षण किया। और अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश दिए।
भारी बारिश के बीच राजधानी पटना मे भी गंगा उफनाई हुई है। लगातार बढ़ते गंगा नदी के जलस्तर से कई घाट भी जलमग्न हो गए हैं। शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सड़क मार्ग से पटना के आसपास गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर का जायजा लिया। मुख्यमंत्री अटल पथ होते हुए जेपी गंगा पथ पहुंचे और कंगन घाट तक गंगा नदी के बढ़ते वॉटर लेवल का जायजा लिया। पैदल चलकर सीएम नीतीश ने जेपी गंगा पथ के कंगन घाट, काली घाट, गांधी घाट और कृष्णा घाट पर रुककर गंगा नदी के आसपास के इलाकों की स्थिति को देखा, और परखा।
मुख्यमंत्री नीतीश के इस दौरान अधिकारियों से विस्तृत जानकारी ली। अशोक राजपथ को जेपी गंगा पथ से मिलाने वाले कृष्णा घाट पर निर्माणाधीन पथ की भी जानकारी ली और तेजी से निर्माण पूर्ण करने का निर्देश दिया। आपको बता दें गुरुवार को गांधी घाट पर गंगा अपने तल से साढ़े आठ मीटर ऊपर और खतरे के निशान से 25 सेंटीमीटर ऊपर बह रही थी। सैर करने की जगह यानी रिवर फ्रंट पर पानी पहुंच गया है।
गांधी घाट पर गंगा नदी का जलस्तर सुबह में छह बजे 48.70 मीटर मापा गया है। जबकि खतरे का निशान स्तर 48.60 है। शाम में जलस्तर और बढ़ गया। शहर के साथ जिले के ग्रामीण इलाकों में गंगा का रौद्र रूप दिखने लगा है। शहर के गांधी घाट पर गंगा खतरे के निशान से लगातार ऊपर बह रही है। वहीं बख्तियारपुर और दानापुर के नीचले इलाके में भी पानी प्रवेश कर गया है। बख्तियारपुर में गंगा के उफान से पांच पंचायतों पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है, वहीं दानापुर के निचले हिस्सों में गंगा का पानी पहुंचने से लोग सहम गए हैं। फिलहाल गंगा के जलस्तर में वृद्धि जारी रहने की आशंका जताई गई है।
गुरुवार को सुबह में गांधी घाट पर लाल निशान से 10 सेंटीमीटर ऊपर था जबकि देर शाम तक गंगा का जलस्तर और बढ़ गया। शुक्रवार को सुबह आठ बजे तक गांधी घाट पर गंगा नदी के जलस्तर में 22 सेंटीमीटर बढ़ोतरी की आशंका है। वहीं दीघा घाट और हाथीदह में गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे है।
गंगा नदी का जलस्तर
घाट लाल निशान जलस्तर
गांधी घाट 48.60 मी 48.70 मी
दीघा घाट 50.45 मी 49.92 मी
मनेर 52 मी 50.33 मी
हाथीदह 41.76 मी 41.46 मी
दानापुर के दियारा क्षेत्र के निचले इलाके में गुरुवार को नदी का पानी फैलने लगा है। नदी का पानी खेत निचले इलाके से खेत-खलिहानों में जाने लगा है। पानापुर नवदियरी से मानस जाने वाले मुख्य मार्ग के ऊपर से पानी बहने लगा लगा है। इसके अलावा हेतनपुर, पुरानी पानापुर घाट से ऊपर, पतलापुर में लंगड़ा बैर के आसपास नदी का पानी फैलने लगा है, जहां तहां कच्ची और पक्की सड़कों तक पानी आ गया है।
वहीं गंगा के जलस्तर में लगातार वृद्धि से दियारा क्षेत्र की पांच पंचायतों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। गुरुवार को बाढ़ का पानी दियारे के निचले हिस्सों में प्रवेश कर गया। सैकड़ों एकड़ में लगी मक्का और सब्जी की फसलें डूब गईं। प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। हालात को देखते हुए दियारा क्षेत्र से लोग वहां से सुरक्षित जगहों पर जाने लगे हैं।
हालांकि, अब तक जान माल की क्षति की सूचना नहीं है। इस संबंध में सीओ निरंजन सुमन ने बताया कि गंगा के जलस्तर में वृद्धि हुई है पर स्थिति अभी नियंत्रण में है। इधर हरदासपुर दियारा जाने वाली सड़क पर दो फीट पानी आ जाने से आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया है। वहीं फतुहा के पुरानी चौक से कटैयाघाट के रास्ते रायपुरा स्टेट हाइवे को जाने वाली संपर्क सड़क में कटैयाघाट के पास तेजी से कटाव शुरू हो गया है।