CM नीतीश को महिला संवाद यात्रा से मिलेगी 2025 की मंजिल, बिहार चुनाव से पहले बड़ा दांव
अपने अब तक के शासनकाल में नीतीश कुमार ने महिलाओं के लिए कई लाभकारी योजनाएं चलाईं। आपको याद होगा कि राज्य में शराबंबदी जैसा बड़ा फैसला भी सीएम ने महिलाओं के कहने पर ही लिया था।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार महिला संवाद यात्रा पर निकलने वाले हैं। बिहार में अगले साल विधानसबा चुनाव होने हैं और इलेक्शन से पहले सीएम की यह प्रस्तावित यात्रा काफी चर्चा में है। राज्य के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव जहां एक तरफ इस यात्रा के दौरान होने वाले खर्च का लेखा-जोखा दिखा कर सीएम नीतीश कुमार को घेर रहे हैं तो दूसरी तरफ बिहार के पूर्व सीएम और राजद नेता लालू प्रसाद यादव ने तो यहां तक कह दिया कि नीतीश कुमार आंख सेंकने के लिए जा रहे हैं। हालांकि, सीएम नीतीश की इस यात्रा पर दूसरे नेताओं की प्रतिक्रियाओं से अलग होकर बात करें तो ऐसा माना जा रहा है कि नीतीश कुमार महिला संवाद यात्रा के जरिए साल 2025 की मंजिल तय करने की रणनीति पर काम कर रहे हैं।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि महिला संवाद यात्रा के पीछे सीएम नीतीश कुमार का मकसद बड़ा है। हालांकि, बिहार में किसी चुनाव से पहले नीतीश कुमार का किसी यात्रा पर जाना कोई नई बात नहीं है। वो अब तक करीब 14 यात्राएं कर चुके हैं। महिला संवाद यात्रा अपने आप में कई मायनों में खास है। दरअसल बिहार में महिलाएं नीतीश कुमार की बड़ी वोट बैंक मानी जाती हैं। इसकी वजह यह है कि अपने अब तक के शासनकाल में नीतीश कुमार ने महिलाओं के लिए कई लाभकारी योजनाएं चलाईं। आपको याद होगा कि राज्य में शराबंबदी जैसा बड़ा फैसला भी सीएम ने महिलाओं के कहने पर ही लिया था।
सीएम नीतीश कुमार अपनी इस यात्रा के दौरान महिलाओं से संवाद करेंगे। राज्य सरकार की तरफ से उनके लिए चलाई जा रही योजनाओं के बारे में जानकारी देंगे और साथ ही साथ यह जानने का प्रयास करेंगे कि महिलाओं के हित में राज्य में और क्या किया जा सकता है। कुछ राजनीतिक विश्लेषकों को मानना है कि 2025 के विधानसभा चुनाव से पहले इस यात्रा पर निकल कर नीतीश अपने कोर वोटर्स यानी महिला वोटर्स में किसी तरह के बिखराव को रोकने का प्रयास करेंगे।
साल 2010 और 2015 के चुनाव में लगभग सभी जातियों की महिलाएं सीएम नीतीश की वोटर रहीं। दरअसल इसके पीछे वजह यह है कि महिलाएं सीएम नीतीश के काम को पसंद करती हैं। नीतीश कुमार इससे पहले विश्वास यात्रा, संकल्प यात्रा, संपर्क यात्रा और जल-जीवन-हरियाली समेत कई यात्राएं निकाल चुके हैं। कई बार नीतीश कुमार को इन यात्राओं का फायदा मिला भी है। एक बात यह भी है कि हाल के दिनों में महाराष्ट्र, झारखंड और मध्य प्रदेश में हुए चुनाव में सरकार की सत्ता वापसी में महिलाओं की भूमिका अहम रही। इस वजह से भी महिलाओं पर फोकस ज्यादा है।
सीएम नीतीश कुमार की इस यात्रा में महिला सशक्तिकरण और उनके आर्थिक विकास पर जोर दिया जाएगा। बिहार में 48 फीसदी वोटर महिलाएं हैं। जाहिर है वो किसी भी वक्त किसी भी पार्टी की जीत-हार की बाजी को पलटने का माद्दा रखती हैं। राजनीतिक गलियारे में इस बात की भी चर्चा है कि इस यात्रा के दौरान सीएम नीतीश महिलाओं के हित क लिए किसी बड़ी योजना का भी ऐलान कर सकते हैं और नीतीश कुमार का यह दांव 2025 के चुनाव से पहले शायद सबसे बड़ा दांव हो सकता है।