BJP का 56 इंच का सीना, औरों का 56 इंच का जीभ; तेजस्वी के ताड़ी वाले बयान पर मनोज तिवारी का तंज
- मनोज तिवारी ने कहा कि इस देश में भारतीय जनता पार्टी है जिसके नेताओं का सीना 56 इंच का है और बाकी लोगों का 56 इंच का जीभ है। जनका 56 इंच का जीभ है वे कुछ भी बोल सकते हैं।

नेता प्रतिपक्ष और लालू प्रसाद से लाल तेजस्वी यादव ने शराबबंदी पर नई बहस छेड़ दिया है। सरकार बनने पर ताड़ी की बिक्री पर लगी रोक हटाने की बात कहकर उन्होंने सियासी हलके में हलचल पैदा कर दिया है। इस पलटवार करते हुए बीजेपी नेता मनोज तिवारी ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) 56 इंच सीना वाली पार्टी है वहीं और लोग 56 इंच जीभ वाले हैं। इसी वजह से ऐसी बात कह रहे हैं। तेजस्वी के बाद कांग्रेस विधायक ने कहा कि उनकी सरकार बनी तो शराबबंदी कानून को ही समाप्त कर देंगे। जन सुराज के प्रशांत किशोर ने भी शराबबंदी को बिहार के लिए घाटे का कानून बताया है।
पटना में पत्रकारों से बात करते हुए मनोज तिवारी ने तेजस्वी के ताड़ी शुरू करने के ऐलान पर कहा कि कुछ तो उनको करना ही चाहिए। कहने में कुछ नहीं लगता है। इस देश में भारतीय जनता पार्टी है जिसके नेताओं का सीना 56 इंच का है और बाकी लोगों का 56 इंच का जीभ है। जनका 56 इंच का जीभ है वे कुछ भी बोल सकते हैं, कौन रोक रहा है।
तेजस्वी यादव पर हमला करते हुए मनोज तिवारी ने कहा कि स्टालिन के साथ तेजस्वी जी गठबंधन करते हैं जो हिंदी भाषा का विरोध करते हैं। हिन्दी के सम्मान के लिए उन्हें अविलंब गठबंधन तोड़ देना चाहिए। लेकिन, इत्मिनान रखिए एक दिन ऐसा आएगा जब पूरे भारत में स्थानीय भाषा के बाद हिंदी का स्थान होगा। हिंदी भाषा का विरोध करने वाले खुद साइड हो जाएंगे।
तेजस्वी यादव पर हमला करते हुए मनोज तिवारी ने कहा कि स्टालिन के साथ तेजस्वी जी गटबंधन करते हैं जो हिंदी भाषा का विरोध करते हैं। हिन्दी के सम्मान के लिए उन्हें अविलंब गठबंधन तोड़ देना चाहिए। लेकिन, इत्मिनान रखिए एक दिन ऐसा आएगा जब पूरे भारत में स्थानीय भाषा के बाद हिंदी का स्थान होगा। हिंदी भाषा का विरोध करने वाले खुद साइड हो जाएंगे।
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मनोज तिवारी ने बागेश्वर धाम के पीठाधिश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री का विरोध करने वालों पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि बागेश्वर बाबा सनातन का प्रचार करते हैं ना कि बीजेपी। जिन लोगों को लगता है कि वे हमारा प्रचार कर रहें तो उन्हें भी सनातन के रंग में रंग कर अपना प्रचार बना लेना चाहिए।