जीविका से जुड़कर महिलाएं बन सकतीं हैं आत्मनिर्भर
जीविका से जुड़कर महिलाएं बन सकतीं हैं आत्मनिर्भर जीविका से जुड़कर महिलाएं बन सकतीं हैं आत्मनिर्भर

जीविका से जुड़कर महिलाएं बन सकतीं हैं आत्मनिर्भर महिला संवाद में अधिकारियों ने योजनाओं की दी जानकारी पावापुरी, निज संवाददाता। महिलाओं के आर्थिक एवं सामाजिक सशक्तिकरण के लिए चोरसुआ में महिला संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें एलईडी वैन के माध्यम से वीडियो दिखाकर बिहार सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी गई। प्रखंड विकास पदाधिकारी पवन कुमार ठाकुर ने कहा कि यदि किसी योग्य व्यक्ति को इंदिरा आवास या वृद्धा पेंशन का लाभ नहीं मिला है, तो वे उनके कार्यालय में आकर आवेदन कर सकते हैं। जीविका के क्षेत्रीय समन्वयक करण कुमार ने उन महिलाओं को जीविका से जुड़कर आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित किया, जो अभी तक इससे नहीं जुड़ी हैं।
प्रखंड परियोजना प्रबंधक संजीव कुमार ने बताया कि सतत जीविकोपार्जन योजना के तहत अनुसूचित जाति की उन महिलाओं को दो लाख रुपये का अनुदान दिया जा रहा है। जो पहले शराब या ताड़ी का व्यवसाय करती थीं और अब उसे छोड़कर कोई और रोजगार करना चाहती हैं। जीविका महिलाओं को स्वरोजगार के लिए सिलाई, ब्यूटीशियन, मशरूम, अगरबत्ती, आचार आदि के काम सिखाती है और प्रशिक्षण के बाद लोन देकर उनका अपना काम शुरू करवाती है। जीविका द्वारा विभिन्न कार्यों को भी उन्हीं महिलाओं से करवाया जाता है, जिसके लिए उन्हें पारिश्रमिक मिलता है। मौके पर प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी अविनाश कुमार, सामुदायिक समन्वयक अणु कुमारी, क्षेत्रीय समन्वयक पुष्पा कुमारी, मुखिया चंदन कुमार ने आदि मौजूद थे।
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