स्टार्टअप के गुर सीखेंगे बिहार के इंजीनियरिंग स्टु़्डेंट, समझें बिहार सरकार का प्लान
उद्योग की मांग के अनुसार नए-नए पाठ्यक्रम एवं सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की गई है। सभी संस्थाओं में उद्यमिता के लिए स्टार्टअप सेल स्थापित की गई है। संस्थाओं में इंस्टीट्यूशन डेपलपमेंट सोसाइटी की स्थापना की गई है।
बिहार के तकनीकी संस्थानों के छात्र-छात्राओं को तकनीकी कौशल में दक्ष बनाया जाएगा। बिहार इंडस्ट्री एसोसिएशन के अध्यक्ष केपीएस केसरी, बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष पीके अग्रवाल समेत अन्य औद्योगिक प्रतिनिधियों ने आश्वासन दिया कि तकनीकी संस्थान के छात्र-छात्राओं को इंटर्नशिप और रोजगार के अवसर दिए जाएंगे। उन्होंने ये बातें विज्ञान प्रावैधिकी और तकनीकी शिक्षा विभाग की ओर से राजकीय अभियंत्रण महाविद्यालय वैशाली में आयोजित उद्योगों के प्रतिनिधियों के सम्मेलन में कहीं।
सम्मेलन का शुभारंभ करते हुए विज्ञान प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री सुमित सिंह ने कहा कि तकनीकी संस्थान और उद्योग एक-दूसरे के पूरक हैं। मंत्री ने कहा कि राज्य में सात निश्चय कार्यक्रम के तहत सभी इंजीनियरिंग एवं पॉलिटेक्निक कॉलेज में नियमित शिक्षा के लिए अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद के अनुसार डिपार्टमेंटल लैबोरेट्रीज और लैग्वेज लैब स्थापित किया गया है। इससे छात्र-छात्राओं में संवाद दक्षता बढ़ेगी। उद्योग की मांग के अनुसार नए-नए पाठ्यक्रम एवं सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की गई है। सभी संस्थाओं में उद्यमिता के लिए स्टार्टअप सेल स्थापित की गई है। संस्थाओं में इंस्टीट्यूशन डेपलपमेंट सोसाइटी की स्थापना की गई है। इसमें उद्योग के प्रतिनिधियों को भी शामिल किया गया है। विभाग की सचिव डॉ. प्रतिमा ने कहा कि राज्य के सभी 38 जिलों में इंजीनियरिंग कॉलेज स्थापित हैं, जो अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद के मानक को पूरा करता है। छात्र-छात्राओं को उद्योग जगत की मांग के अनुसार तकनीकी रूप से दक्ष करने का प्रयास किया जा रहा है।
सरकार की नीति के अनुरूप उद्योग की हो रही स्थापना
वैशाली के डीएम यशपाल मीणा ने कहा कि राज्य सरकार की नीति के अनुरूप जिला प्रशासन द्वारा उद्योग की स्थापना में अत्यंत ही सकारात्मक भूमिका निभाई जा रही है। आवश्यकतानुसार एप विकसित किया जाना है। राष्ट्रीय औषधि एवं अनुसंधान संस्थान हाजीपुर के प्रतिनिधि डॉ. समीर ढींगरा ने कहा कि उन्होंने अमेरिका की नौकरी छोड़ कर हाजीपुर में संस्थान ज्वाइन करना पसंद किया। उद्योग संस्थानों के प्रतिनिधि डीके श्रीवास्तव और डॉ. राजीव आदि ने भी विचार व्यक्त किया। डॉ. अनंत ने धन्यवाद ज्ञापन किया। सम्मेलन में शामिल उद्योग ब्रिटानिका इंडस्ट्री, अनमोल इंडस्ट्री लिमिटेड, सोना बिस्किट लिमिटेड, एक्सेल पेपर पैकेजिंग प्राइवेट लिमिटेड, नेशनल प्लास्टो प्रोडक्ट लिमिटेड, नारायणी पैकेजिंग प्राइवेट लिमिटेड, जीएनसी फैब्रिक प्राइवेट लिमिटेड, आम्रपाली फूड लिमिटेड, आसमा फूड एंड वेबरेज प्राइवेट लिमिटेड, मेसर्स गोदरेज एग्रो लिमिटेड, ट्रेडवेल इंडिया सेल्स प्रा. लिमिटेड सहित 60 उद्योगों की सहभागिता रही।