Parent Meeting at Saraswati Vidya Mandir Discusses New Education Policy अभिभावक गोष्ठी ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर चर्चा, Araria Hindi News - Hindustan
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अभिभावक गोष्ठी ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर चर्चा

गोष्ठी में 150 सौ अभिभावक हुए शामिल सरस्वती विद्या मंदिर में हुआ आयोजन फारबिसगंज,

Newswrap हिन्दुस्तान, अररियाSun, 18 May 2025 03:12 AM
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अभिभावक गोष्ठी ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर चर्चा

गोष्ठी में 150 सौ अभिभावक हुए शामिल सरस्वती विद्या मंदिर में हुआ आयोजन फारबिसगंज, एक संवाददाता। गंगा सरस्वती शिशु मंदिर में शनिवार को अभिभावक गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर चर्चा की गईं। कार्यक्रम की अध्यक्षता अभिभावक अजय कुमार आनंद ने की। गोष्ठी में अभिभावकों ने अपने-अपने महत्वपूर्ण विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का शुभारंभ आगंतुक अतिथियों के द्वारा दीप प्रज्वलन एवं स्वागत गीत के साथ किया गया। प्रस्तावना उद्बोधन में विद्या मंदिर के प्रधानाचार्य आशुतोष कुमार मिश्र ने कहा नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत शिशु वाटिका खंड में 12 व्यवस्था लागू की गई है।जिसका उद्देश्य बच्चों को खेल-खेल में क्रिया आधारित शिक्षा प्रदान करना है, जिससे उन्हें सीखने में आनंद आता है।

विद्यालय की सचिव डॉ. नेहा राज ने कहा भैया-बहनों के सर्वांगीण विकास में आचार्यों के साथ-साथ अभिभावकों की अहम भूमिका होती है। अभिभावक गोष्ठी शिक्षकों और अभिभावकों के बीच एक बेहतर संबंध स्थापित करने में मदद करती है। इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य रामनरेश सिंह ने कहा विद्या भारती विश्व की सबसे बड़ी गैर सरकारी शैक्षणिक संस्थान है, जो कि समाज के सहयोग से संचालित होता है। समाज के आवश्यकता के अनुरूप आज विद्या भारती कार्य कर रही है। विद्या भारती के विद्यालयों में देश की भावी पीढ़ी को वर्तमान चुनौतियों का सामना सफलता पूर्वक करने के लिए सिखाया जाता है। उन्होंने अभिभावकों के द्वारा दिए गए सुझाव पर बारीकी से चर्चा किया। अध्यक्षीय उद्बोधन में विद्यालय प्रबंधकारिणी समिति के अध्यक्ष सच्चिदानंद मेहता ने कहा की आज समाज में परिवार व्यवस्था में बदलाव आ रहे हैं। संयुक्त परिवार कम होते जा रहे हैं, और एकल परिवार की संख्या बढ़ रही है। संयुक्त परिवार भारतीय संस्कृति में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वे एक-दूसरे की देखभाल करते हैं, सहयोग करते हैं,और एक मजबूत सामाजिक बंधन प्रदान करते हैं। एकल परिवार में, बच्चों को अक्सर माता-पिता की देखभाल और ध्यान की कमी का सामना करना पड़ता है, और वृद्ध माता-पिता की देखभाल करने के लिए कोई नहीं रह जाता है। धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम के अध्यक्ष अजय कुमार आनंद ने किया। इस अवसर पर कक्षा अरुण से द्वितीय तक के 150 अभिभावक एवं विद्यालय परिवार के समस्त आचार्य बंधु भगिनी उपस्थित थे।

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