आपकी विशेषताएं
कर्क राशि चर स्वभाव राशि मानी जाती है । इस राशि का चिन्ह केकड़ा है। इस राशि का स्वामी का ग्रह चंद्रमा होता है। कर्क राशि की दिशा उत्तर होता है। इस राशि के अक्षर ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो, होता है। पुनर्वसु नक्षत्र का प्रथम चरण ,पुष्य एवं अश्लेषा नक्षत्र के चतुर्थ चरण होता है। यह जल तत्व की राशि है। कर्क राशि के देवता भगवान शिव है। कर्क राशि स्त्री राशि होती है।
कर्क राशि के लोगों का स्वभाव
कर्क राशि के लोग भावुक प्रकृति के होते हैं। स्त्रियों से शीघ्र प्रभावित होने वाले,अच्छे मित्रों वाले और अध्यात्म में विश्वास रखने वाले होते हैं। कर्क राशि के लोग नीति परायण, न्यायप्रिय और संभावित रोगों से ग्रस्त होने वाले, सौभाग्य से युक्त, सदैव सोच विचार कर कार्य करने वाले, भोगी, मानव धर्म उपासक, मिष्ठान प्रेमी, उदार मनोवृति वाले, जल प्रिय चपल बुद्धि वाले और अपने कार्यों को प्राथमिकता देने वाले होते हैं।
कर्क राशि के स्वामी के अनुसार गुण
कर्क राशि के स्वामी ग्रह चंद्रमा होता हैं। चंद्रमा को ग्रहों में मन का कारक कहा जाता है । चंद्रमा शीतल और समग्र होता है ,चंद्रमा का सबसे ज्यादा असर मन पर दिखाई देता है।। इस कारण से कर्क राशि के लोग भावुक और भावना प्रद विचारों वाले होते हैं। ऐसे में कर्क राशि के लोगों में लचीलापन और स्वभाव में अनिश्चितता ज्यादा होती है। कल्पना शील होते हैं। योजनाएं बनाने वाले और कुशल प्रबंधक होते है । संगीत, कला सौंदर्य प्रिय होते है।
कर्क राशि का चिन्ह
कर्क राशि काल पुरुष की कुंडली में चौथी राशि होती है। इस राशि का प्रतीक केकड़ा होता है। जिस प्रकार केकड़ा को अपने आवास से अधिक प्रेम होता है उसी प्रकार कर्क राशि में जन्मे लोगों को भी अपने घर से बहुत प्यार होता है।
कर्क राशि का गुण
कर्क राशि मानव धर्म उपासक, धन संपदा ऐश्वर्य से संपन्न, उदार मनोवृति, जल प्रिय , विनम्र, संवेदनशील, चंचल, रोमांटिक चर प्रकृति का होते है।
कर्क राशि की कमियां
कर्क राशि चर स्वभाव राशि होती है । इस कारण से कर्क राशि के लोगों में अनिश्चित स्वभाव के साथ-साथ अप्रत्याशित स्वभाव भी पाया जाता है। शीघ्र ही क्रोध करने वाले होते हैं। शीघ्रता के साथ इन पर विश्वास नही किया जा सकता है अर्थात अविश्वसनीय भी होते हैं। स्वयं को असुरक्षित महसूस करते हैं तथा कुटिल प्रकृति के भी होते हैं। अपने उद्देश्यों को लेकर प्रायः स्थिर नहीं हो पाते है। एक लक्ष्य पर ज्यादा समय तक ध्यान केंद्रित नहीं करते हैं। अपने फायदे के लिए दूसरे का हित ज्यादा नहीं सोचते।
कर्क राशि का करियर
सेहत के दृष्टिकोण से मिथुन राशि के लोग प्रायः एक क्षेत्र में स्थिर नहीं रह पाते हैं जलीय तत्व का स्वभाव होने के कारण इनके विचारों में विभिन्नता आती है फिर भी ये बहुमुखी प्रतिभा के धनी होते हैं। मित्रों का असर इन पर ज्यादा होता है। कर्क राशि के लोग कवि, उपदेशक, सौंदर्य की वस्तुओं का व्यापार, प्रबंधन, न्याय क्षेत्र के साथ-साथ प्रशासनिक क्षेत्र में भी अपना वर्चस्व रखते हैं। नेतृत्व की क्षमता होने के कारण राजनैतिक रूप से सफल होते हैं। कला क्षेत्र में भी अपना वर्चस्व स्थापित कर पाते हैं । अध्यापन के क्षेत्र में भी यह लोग अच्छी सफलता अर्जित करते हैं। इसके अलावा पत्रकारिता, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, स्त्रियों के वस्त्र, चांदी, मैनेजमेंट, दूध तथा डेरी प्रोडक्ट के क्षेत्र में कार्य करना पसंद करते हैं।
कर्क राशि की सेहत
कर्क राशि का अंग सीना अर्थात छाती होता है । इस कारण से कर्क राशि वालों को सीने से संबंधित समस्या होती है। पेट की समस्या हृदय की समस्या, पाचन शक्ति, मानसिक रोग के अलावा कैंसर चेचक से ज्यादा परेशान होते हैं। हड्डी के रोग से भी कर्क राशि के लोग ज्यादा परेशान होते हैं।
मित्र के रुप में कर्क राशि
कर्क राशि के लोग सामान्य तौर पर मिलनसार और खुले विचारों के होते हैं, परंतु जब किसी पर विश्वास करने की बात आती है तो पीछे हट जाते हैं। आप इन्हें एक अच्छे परिचित के रूप में जान सकते हैं। दूसरों की भावनाओं को बहुत महत्त्व नहीं देने के कारण इनकी मित्रता अधिक दिन तक नहीं चलती। अपने परिवार को अधिक महत्व देने के कारण बहुत अच्छे जीवन साथी होते हैं । वृष, कन्या, तुला, वृश्चिक तथा मीन राशि वालों के साथ इनकी अच्छी मित्रता होती है, साथ ही मिथुन एवं कुंभ राशि वालों के साथ इनकी शत्रुता हो जाती है।
कर्क राशि का जीवनसाथी
कर्क राशि के लोग स्वतंत्र रहना ज्यादा पसंद करते हैं। अपने कार्यों में किसी तरीके का हस्तक्षेप पसंद नहीं करते, इसी कारण कभी-कभी इनका दांपत्य जीवन तनावपूर्ण हो जाता है।