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Ekadashi: जया एकादशी पर कब से कब तक रहेगी भद्रा? जानें पूजन व व्रत पारण का उत्तम समय

  • Jaya Ekadashi 2025: जया एकादशी के दिन भद्रा का साया रहने वाला है। जानें एकादशी के दिन भद्रा कब से कब तक रहेगी और पूजा व व्रत पारण का उत्तम समय क्या है-

Saumya Tiwari लाइव हिन्दुस्तानFri, 7 Feb 2025 09:02 AM
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Ekadashi: जया एकादशी पर कब से कब तक रहेगी भद्रा? जानें पूजन व व्रत पारण का उत्तम समय

Jaya Ekadashi 2025 Puja Timing: हिंदू धर्म में एकादशी व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है। इस दिन भगवान विष्णु व मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। हिंदू पंचांग के अनुसार, माघ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को जया एकादशी है। इस साल जया एकादशी व्रत 8 फरवरी 2025, शनिवार को है। एकादशी के दिन शुभ मुहूर्त में पूजा-पाठ करना अत्यंत शुभ व लाभकारी माना गया है। इस बार जया एकादशी पर भद्रा का साया रहने वाला है। हिंदू धर्म में भद्रा को अशुभ समय माना गया है। मान्यता है कि भद्राकाल में शुभ कार्यों को करने से बचना चाहिए। जानें जया एकादशी पर पूजन व व्रत पारण का शुभ समय-

जया एकादशी पर भद्रा कब से कब तक रहेगी: हिंदू पंचांग के अनुसार, जया एकादशी के दिन भद्रा सुबह 08 बजकर 48 मिनट से रात 08 बजकर 15 मिनट तक रहेगी।

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जया एकादशी पूजन के शुभ मुहूर्त-

ब्रह्म मुहूर्त- 05:21 ए एम से 06:13 ए एम

अभिजित मुहूर्त- 12:13 पी एम से 12:57 पी एम

विजय मुहूर्त- 02:26 पी एम से 03:10 पी एम

अमृत काल- 09:31 ए एम से 11:05 ए एम

रवि योग- 07:05 ए एम से 06:07 पी एम

जया एकादशी पर चौघड़िया मुहूर्त:

शुभ - उत्तम: 08:28 ए एम से 09:50 ए एम

लाभ - उन्नति: 01:58 पी एम से 03:21 पी एम

अमृत - सर्वोत्तम: 03:21 पी एम से 04:43 पी एम

लाभ - उन्नति: 06:06 पी एम से 07:43 पी एम

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जया एकादशी व्रत पारण मुहूर्त 2025: जया एकादशी व्रत का पारण 09 फरवरी 2025, रविवार को किया जाएगा। जया एकादशी व्रत पारण का शुभ मुहूर्त सुबह 07 बजकर 04 मिनट से सुबह 09 बजकर 17 मिनट तक रहेगा।

व्रत का पारण द्वादशी तिथि के भीतर करना शुभ: एकादशी व्रत का पारण द्वादशी तिथि के भीतर करना शुभ माना गया है। जया एकादशी व्रत पारण तिथि के दिन द्वादशी समाप्त होने का समय शाम 07 बजकर 25 मिनट है।

जया एकादशी महत्व: हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार, एकादशी व्रत करने से जातक को पापों से मुक्ति मिलती है और अंत में मोक्ष की प्राप्ति होती है। भगवान विष्णु व मां लक्ष्मी की कृपा से जीवन में सुख-शांति व खुशहाली आती है।

इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

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