Hindi Newsधर्म न्यूज़Diwali Maa Laxmi Pujan Samagri List 2024 Diwali Pooja Samagri Diwali 2024 puja vidhi Maa Lakshmi

दिवाली पर मां लक्ष्मी की पूजा कैसे करें? नोट कर लें संपूर्ण सामग्री लिस्ट

संध्या काल में दिवाली पूजन प्रारंभ किया जाता है। सबसे पहले भगवान गणेश की पूजा की जाती है। फिर मां लक्ष्मी की आराधना होती है। दिवाली की पूजा के दौरान पूजन स्थल से उठा नहीं जाता। इसलिए पहले ही सामग्री इकट्ठा कर रख लें।

Shrishti Chaubey लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीSat, 26 Oct 2024 10:30 AM
share Share

दिवाली का त्योहार हिन्दू धर्म में खास व महत्वपूर्ण त्योहार माना जाता है। इस इन भगवान गणेश व मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। संध्या काल में दिवाली पूजन प्रारंभ किया जाता है। सबसे पहले भगवान गणेश की पूजा की जाती है। फिर मां लक्ष्मी की आराधना होती है। दिवाली की पूजा शुरू करने से पहले सभी जरूर सामग्रियों को इकट्ठा कर लेना जरूरी माना जाता है। ऐसे में अभी से जान लें दिवाली पूजन संपूर्ण सामग्री लिस्ट व मां लक्ष्मी की पूजा विधि-

ये भी पढ़ें:गुरु-शुक्र के संयोग से दिवाली पर बन रहा समसप्तक योग लाभकारी,4 राशियों के लिए शुभ

दिवाली पूजा सामग्री: गणेश-लक्ष्मी की मूर्ति, एक लकड़ी की चौकी, चंदन, एक लाल कपड़ा, पंचामृत, कुमकुम, पान, हल्दी की गांठ, फूल (कमल, गुलाब व पीले फूल), रोली, सुपारी, लौंग, धूपबत्ती, भगवान के लिए वस्त्र, भोग के लिए मिठाई या लड्डू, माचिस, दीपक, घी, गंगाजल, फल, पान का पत्ता, कपूर, दूर्वा, अक्षत, शृंगार का समान, जनेऊ, लैया, खील, बताशे, गेहूं, चांदी के सिक्के, आम के पत्ते, आरती व चालीसा की किताब, कलावा, नारियल और कलश आदि होना चाहिए।

ये भी पढ़ें:क्या 31 अक्टूबर को मनेगी दिवाली? जानें पूजा का मुहूर्त व सामग्री लिस्ट

दिवाली पर मां लक्ष्मी की पूजा कैसे करें?

दिवाली के दिन घर के पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें। लकड़ी की चौकी पर लाल रंग का वस्त्र बिछाएं। इस स्थान को गंगाजल से पवित्र कर लें। इस चौकी पर अब गणेश जी और मां लक्ष्मी की प्रतिमा स्थापित करें। पहले गणेश जी की पूजा करें। फिर माता का पंचामृत सहित गंगाजल से अभिषेक करें। माता को लाल चुनरी व शृंगार का समान चढ़ाएं। इसके साथ ही फूल माला, धूप, दीप, इलायची, नैवेद्य, सुपारी और भोग आदि अर्पित करें। मां लक्ष्मी की पूजा करते हुए ध्यान करते हुए लक्ष्मी चालीसा का पाठ करें। शाम को भगवान गणेश के साथ माता लक्ष्मी की पूजा करें। तुलसी के पौधे के पास घी का दीपक भी जलाएं। गाय के दूध की खीर बनाकर भोग लगाएं और प्रसाद के रूप में पूरे परिवार को खिलाएं। पूजा के अंत में क्षमा प्रार्थना जरूर करें।

डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें