उत्तराखंड के हल्द्वानी में गुरूवार को भड़की हिंसा की जानकारी प्रशासन को पहले से थी मगर अलर्ट कोई नहीं था. उच्च अधिकारियों द्वारा हुई लापरवाही पर अब कई सवाल खड़े किए जा रहे हैं. दरअसल उत्तराखंड के हल्द्वानी को जलाने की तैयारी पहले से ही हो चुकी थी। इसको लेकर खुफिया एजेंसी ने स्थानीय प्रशासन को रिपोर्ट भी भेजी थी लेकिन प्रशासन ने उसको नजरअंदाज कर दिया नतीजन हल्द्वानी आग पत्थर और बम के शोर से दहल कर रह गई. राज्य के गृह विभाग के सूत्रों ने कहा कि दंगा भड़कने के बाद सीएम पुष्कर सिंह धामी द्वारा वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों के साथ बुलाई गई बैठक के दौरान यह मुद्दा उठा...