जम्मू-कश्मीर के डोडा में 25 साल के कैप्टन दीपक सिंह आतंकियों से लोहा लेते शहीद हो गए थे 14 अगस्त को शहादत से पहले दीपक ने आखिरी बार अपनी मां से वीडियो कॉल पर बात की थी शुक्रवार को शहीद कैप्टन दीपक सिंह का पार्थिव शरीर जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचा शहीद कैप्टन दीपक सिंह को उत्तराखंड में नम आंखों से अंतिम विदाई दी पार्थिव देह घर पहुंचते ही मौहाल काफी गमगीन हो गया था भाई का पार्थिव शरीर जब घर पहुंचा तो दोनों बहनें और मां का रो-रो कर बुरा हाल हो रहा था दोनों बहनें ताबूत पर सर रखकर फूट-फूट कर रोने लगी थी वहीं शहीद कैप्टन दीपक सिंह के पिता महेश सिंह भी अपने-आप को संभाल नहीं...