कोरोना इफेक्ट:उत्तराखंड के इस जिले में 25 हजार से ज्यादा दाखिल खारिज अटके
इस साल जमीन खरीदकर उस पर लोन लेने या मानचित्र स्वीकृत करार निर्माण कराने की तैयारी कर रहे लोगों को झटका लगा है। जिले में 25 हजार से ज्यादा लोगों के दाखिल खारिज अटक गए हैं। इनमें अधिकांश ऐसे हैं,...
इस साल जमीन खरीदकर उस पर लोन लेने या मानचित्र स्वीकृत करार निर्माण कराने की तैयारी कर रहे लोगों को झटका लगा है। जिले में 25 हजार से ज्यादा लोगों के दाखिल खारिज अटक गए हैं। इनमें अधिकांश ऐसे हैं, जिन्हें जमीन खरीदने के बाद उस पर लोन या मानचित्र स्वीकृत करा निर्माण करना है।
कोरोना संक्रमण के चलते यह दिक्कत आई है। 21 मार्च को कोरोना संक्रमण के चलते लॉकडाउन की शुरुआत से जिले में सभी प्रशानिक कोर्ट बंद हैं। इनमें डीएम, एडीएम, एसडीएम और तहसील स्तर की कोर्ट भी शामिल है। बीते कुछ दिनों में कुछ जरूरी केसों की सुनवाई प्रशासनिक न्यायालयों में जरूर हुई है।
हालांकि, सामान्य प्रक्रिया बंद हैं। उधर, रजिस्ट्री कार्यालयों में जमीनों की रजिस्ट्री की प्रक्रिया जारी है। क्योंकि, इसे बंद कर दिया जाए तो बड़े स्तर पर इनसे आने वाला राजस्व प्रभावित होगा। खरीदार के नाम जमीन चढ़ाने की प्रक्रिया (दाखिल खारिज) बंद है। आलम यह है कि जिन्होंने इस साल लॉकडाउन लगने से पहले जमीन खरीदी, उनके म्यूटेशन की प्रक्रिया भी अभी तहसीलों में नहीं हो पाई है।
ऐसे में जमीनों के खरीदार परेशान हैं। उधर, तहसील स्तर के अधिकारियों का कहना है कि जिला प्रशासन के आदेश के तहत कोरोना संक्रमण काल में न्यायालय बंद चल रहे हैं। न्यायालय सामान्य प्रक्रिया में आएंगे तो जमीनों के दाखिल खारीज की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
जिले में इस वर्ष हुई रजिस्ट्रियां
जनवरी 4997
फरवरी 5407
मार्च 2194
अप्रैल शून्य
मई 1282
जून 2935
जुलाई 4809
अगस्त 5097
सितंबर 2777 (21 सितंबर तक)
योग 29498
रजिस्ट्रियों की प्रक्रिया सामान्य चल रही है। प्रशासनिक कोर्ट खोलने पर विचार किया गया था। हालांकि, बीते दिनों कोरोना बढ़ा तो इस प्रक्रिया को रोकना पड़ा। जल्द ही प्रशासनिक न्यायालय शुरू करने की कोशिश की जा रही है।
डॉ. आशीष कुमार श्रीवास्तव, जिलाधिकारी
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।