केदारनाथ भूस्खलन हादसे में श्रद्धालुओं की दर्दनाक मौत, मलबे में दबकर तीन गंभीर घायल; रेस्क्यू जारी
- एसडीआरएफ के एसआई अशीष डिमरी ने बताया कि घटनास्थल पर पत्थर गिरने से चुनौतीपूर्ण हालात बने हुए हैं। इससे पहले सीएम पुष्कर धामी ने हादसे की जानकारी मिलते ही तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन के निर्देश दिए। वे रात तक बचाव कार्य की अपडेट लेते रहे।
केदारनाथ रूट में सोमवार देर शाम को हुए भूस्खलन की वजह से पांच तीर्थ यात्रियों की दर्दनाक मौत हो गई है। हादसे में श्रद्धालुओं को रेस्क्यू कर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मंगलवार सुबह चार और तीर्थ यात्रियों के शव मलबे से निकले गए हैं। जिला प्रशासन, पुलिस और एसडीआरएफ की ओर से राहत व बचाव का कार्य जारी है। मृतक और घायलों में नेपाल के साथ, मध्य प्रदेश और गुजरात के तीर्थ यात्री शामिल हैं।
केदारनाथ मार्ग पर सोनप्रयाग के पास भूस्खलन के दौरान यात्री मलबे की चपेट में आ गए। इसमें मध्य प्रदेश के एक यात्री की मौत हो गई जबकि तीन घायल हो गए। यह यात्री केदारनाथ से दर्शन कर लौट रहे थे। मलबे में कुछ और लोगों के भी दबने की आशंका भी जताई गई थी।
केदारघाटी में सोमवार को भारी बारिश हुई। देर शाम सोनप्रयाग से करीब आधा किलोमीटर आगे गौरीकुंड की ओर भूस्खलन हो गया। इस दौरान वहां से पैदल गुजर रहे तीर्थयात्री पहाड़ी से आए मलबे के नीचे दब गए।
सूचना पर एसडीआरएफ, पुलिस और स्थानीय लोगों ने बारिश के बीच बचाव कार्य शुरू किया। इस दौरान मलबा हटाकर चार लोगों को बाहर निकाला गया। हादसे में गोपाल पुत्र भक्तराम, निवासी जीजोड़ा, राजोद, जिला धार (मध्य प्रदेश) की मौके पर मौत हो गई।
जबकि उनके भाई छगनलाल के अलावा 30 वर्षीय मनप्रीत सिंह पुत्र कश्मीर सिंह वेस्टव गांव और 60 वर्षीय जीवछ तिवारी पुत्र रामचरित्र निवासी धनुसा, नेपाल घायल हो गए। एसडीएम ऊखीमठ अनिल कुमार शुक्ला ने बताया कि घायलों को गुप्तकाशी अस्पताल में भर्ती कराया है।
एसडीआरएफ के एसआई अशीष डिमरी ने बताया कि घटनास्थल पर पत्थर गिरने से चुनौतीपूर्ण हालात बने हुए हैं। इससे पहले सीएम पुष्कर धामी ने हादसे की जानकारी मिलते ही तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन के निर्देश दिए। वे रात तक बचाव कार्य की अपडेट लेते रहे।
रुद्रप्रयाग के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि सोमवार शाम को केदारनाथ यात्रा रूट पर सोनप्रयाग और मुनकटिया के बीच भूस्खलन हुआ था, जिसमें अब तक पांच तीर्थयात्रियों की मौत हो गई है। रेस्क्यू टीम ने तीन लोगों को बचाया गया है। बताया कि राहत व बचाव कार्य जारी है। तीन लोगों को बचाया गया है।
एक दिन पहले ही खुला था
31 जुलाई को आई आपदा में इस स्थान पर सड़क का 150 मीटर हिस्सा ध्वस्त हो गया था। 39 दिन बाद बीते रविवार को ही छोटे वाहनों के लिए हाईवे खुला था। संबंधित खबर P08
सीएम ने देर रात तक रेस्क्यू अभियान पर रखी नजर
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोनप्रयाग-मुनकटिया हादसे पर गहरा दुख जताते हुए अधिकारियों को घायलों को समुचित उपचार कराने के निर्देश दिए। हादसे की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री ने तत्काल अधिकारियों से अपडेट लिया। अधिकारियों को क्षेत्र में साधन रेस्क्यू अभियान चलाने के निर्देश दिए।
घटना की जानकारी मिलने के बाद मुख्यमंत्री रेस्क्यू अभियान की लगातार जानकारी लेते रहे। मुख्यमंत्री को अलर्ट देख रेस्क्यू टीम भी मुस्तैदी से मलबे में दबे लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने का प्रयास करतीं रही। दो घायलों की जानकारी मिलने पर उन्होंने अधिकारियों को उन्हे तत्काल अस्पताल ले जाने के निर्देश दिए।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।