महाकुंभ भगदड़ में हो गए थे बेहोश, आंख खुली तो खुद को रैन बसेरे में पाया; 10 दिन बाद घर पहुंचे युवक बयां किया दर्द
महाकुंभ भगदड़ में गुम हुए कटघर के एक शख्स सकुशल घर लौट आए। शनिवार को क्षेत्रीय पार्षद ने उनका माला पहनाकर व मिठाई खिलाकर स्वागत किया। इस दौरान उनके चेहरे पर खुशी साफ झलक रही थी। वह अपनों से लिपटकर खूब रोए। उनकी आंखों से खुशी के आंसू थम नहीं रहे थे।
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महाकुंभ भगदड़ में गुम हुए कटघर के एमएच डिग्री कॉलेज के कर्मचारी सकुशल घर लौट आए। शनिवार को क्षेत्रीय पार्षद विवेक शर्मा के नेतृत्व में उनका माला पहनाकर व मिठाई खिलाकर स्वागत किया। इस दौरान उनके चेहरे पर खुशी साफ झलक रही थी। वह अपनों से लिपटकर खूब रोए। उनकी आंखों से खुशी के आंसू थम नहीं रहे थे। बोले, गंगा मैया ने दूसरी जिंदगी दे दी। एक समय लगा कि अब बच नहीं पाएंगे।
घटना का दर्द बयां करते-करते कई बार भावुक भी हो गए। कहा कि खुशी-खुशी 28 और 29 दिसंबर को महाकुंभ में पुण्य की डुबकी लगाई। इसके बाद घर के लिए चले तो अचानक भीड़ में गुम हो गए। भीड़ का दबाव बढ़ा तो पत्नी का हाथ छूट गया। इसके बाद भीड़ में कब बेहोश हो गया, इसका कोई भी पता नहीं चला। आंख खुली तो खुदको रैन बसेरे में पाया। मोबाइल भी गायब था। किसी तरह थाने पहुंचे और जानकारी दी। तब तक चार दिन बीत चुके थे। बिना खाना खाए हालत बिगड़ने लगी थी। पुलिस और प्रशासन का गजब का सहयोग रहा। उन्होंने खाना भी खिलाया और ढांढस भी बंधाया। उन्होंने कहा कि एक बार लगा कि अब जिंदगी नहीं बचेगी, मगर मां गंगा ने दूसरी जिंदगी दे दी। क्षेत्रीय पार्षद विवेक शर्मा, नितिन कुमार, संजीव कश्यप, अतुल कश्यप के अलावा मुस्लिम समाज के अनवर अली और रिजवान हसन ने उनका स्वागत किया।
पत्नी बोलीं, भगवान पर था भरोसा, जरूर लौटेंगे पति
मुरादाबाद। पति को सही सलामत देखकर गोविंदी देवी भी भावुक हो गईं। उन्होंने कहा कि सात दिन का समय उन्होंने सात साल की तरह काटा। भगवान पर विश्वास और भरोसा था कि पति एक दिन सही सलामत लौटेंगे। गंगा मैया ने मेरी सुन ली। पूरी तरह से ठीक होने पर फिर से गंगा में डुबकी लगाने प्रयागराज जाएंगे।