बोले काशी: छात्राओं की इच्छा, वीआईपी दौरे में भी चले पढ़ाई और परीक्षा
Varanasi News - वाराणसी में पर्यटकों की संख्या बढ़ने से व्यापार में रौनक आई है, लेकिन वीवीआईपी कल्चर के कारण छात्राओं को परेशानी हो रही है। कॉलेज के पास यातायात रोकने से पढ़ाई और परीक्षाओं पर असर पड़ रहा है। छात्राओं...
वाराणसी। ‘काशी में पर्यटकों-तीर्थयात्रियों की संख्या बढ़ने से पर्यटन को उड़ान मिली है। बाजार और व्यापार में रौनक दिख रही है तो इसके साथ कुछ दिक्कतें भी आई हैं। सबसे बड़ी दिक्कत है वीवीआईपी कल्चर। खास शख्सियत के आगमन पर घंटों ट्रैफिक रोक देने से आम लोगों के जरूरी काम फंस जाते हैं। हमारी पढ़ाई के साथ परीक्षा पर बुरा असर पड़ता है। बैरिकेडिंग के चलते हम सड़क की दूसरी पटरी पर अपने कॉलेज में नहीं जा पाते। ऐसा अक्सर होता है-यह दर्द है अग्रसेन कन्या पीजी कॉलेज की छात्राओं का। शहर के प्रमुख महिला महाविद्यालयों में एक अग्रसेन पीजी कॉलेज की मैदागिन में स्थापना सन-1973 में हुई। मैदागिन के अलावा इसकी एक शाखा बाबतपुर हाइवे पर परमानंदपुर में भी है। मैदागिन कैंपस में लगभग 2500 छात्राएं पढ़ती हैं। मैदागिन का कॉलेज एक तरह से काशी विश्वनाथ धाम और काल भैरव मंदिर के बीच है। एक ही सड़क देश-दुनिया के श्रद्धालुओं को काशीपुराधिपति और काशी के कोतवाल तक पहुंचाती है। मैदागिन कैंपस में ‘हिन्दुस्तान के साथ बातचीत में छात्राओं ने कहा कि पहले सावन में और महाशिवरात्रि पर ही तीर्थयात्रियों-दर्शनार्थियों का दबाव रहता था। काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के बाद न सिर्फ तीर्थयात्रियों बल्कि वीवीआईपी लोगों का भी आगमन बढ़ गया है। अनुष्का अग्रवाल ने कहा कि वीवीआईपी के आने के काफी पहले रास्ता रोक देने, कॉलेज के सामने की बैरिकेडिंग कर देने से कक्षाएं छूट जाती हैं या आधी बीतने पर पहुंच पाते हैं। कनीज फातिमा ने जोड़ा, संयोग से उसी समय परीक्षा चल रही हो तो भारी मुसीबत। छात्राएं बोलीं, कितना अच्छा हो यदि दोनों प्रमुख मंदिरों में वीवीआईपी दर्शन का एक समय तय हो जाए। ऐसा समय जिससे छात्राओं की पढ़ाई और परीक्षा डिस्टर्ब न हो।
स्मूद ट्रैफिक को बने इफेक्टिव प्लान
इस पीजी कॉलेज की भी छात्राओं ने जाम से पूरे शहर की परेशानी पर फोकस किया। बोलीं, अफसरों के तमाम दावों और प्लानिंग के बाद भी जाम की समस्या कहीं कम नहीं हुई है। इसका असर मैदागिन-चौक से गोदौलिया तक के बाजार और व्यापार पर भी पड़ रहा है। अनुष्का के साथ प्रियांशी बिंद ने जोर दिया कि अब स्मूद ट्रैफिक के लिए इफेक्टिव प्लान बनना चाहिए। उसके तहत पार्किंग आदि सुविधाओं में विस्तार हो। जहां जरूरी हों, वहां कठोर प्रतिबंध लगाए जाएं। उन्होंने शहर में स्वच्छता और पर्यावरण के हालात पर भी चिंता जताई।
लोकल का न छिने चैन
अपर्णा ओझा, सुफिया परवीन ने कहा कि पर्यटन बढ़ने से शहर को लाभ हो रहा है। रोजगार के अवसर मिल रहे हैं, लेकिन प्रशासन को आम लोगों की भी सुविधाओं का ध्यान रखना होगा। प्रियांशी बिंद, सरस्वती जायसवाल का सुझाव था कि सिर्फ पर्यटन शहर के विकास का मापदंड न बने। लोकल लोगों की भी दिक्कतों का ध्यान रखा जाए। आयोजन खूब हों मगर उनके साथ पार्किंग और यातायात के इंतजाम में कमी न रहे।
पार्किंग में छात्राओं-शिक्षकों को मिले छूट
अग्रसेन पीजी कॉलेज के सामने स्मार्ट सिटी की पार्किंग है। अपर्णा ओझा, सुफिया परवीन ने कहा कि वहां कॉलेज की छात्राओं और शिक्षकों को छूट मिलनी चाहिए। उनके लिए महीने के हिसाब के पास जारी किया जाए। इससे वाहन पार्किंग में सहूलियत होगी। प्रतिदिन घंटे के हिसाब से पैसे देकर वाहन पार्क करना सभी छात्राओं के लिए संभव नहीं है।
मंदिर के पास ही लघुशंका
राजनंदिनी जायसवाल, अभिलाषा तिवारी ने ध्यान दिलाया कि कॉलेज के पास स्थित हनुमान मंदिर के आसपास लोग लघुशंका करते हैं। इससे कॉलेज की छात्राओं को असहज स्थिति का सामना करना पड़ता है, गंदगी भी बढ़ती है। ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए जो दूसरों के लिए नजीर बने।
चले डेडिकेटेड वाहन, नशेड़ी चालकों पर लगे प्रतिबंध
अभिलाषा तिवारी, वैभवी तिवारी, तनु ने कहा कि ऑटो-ई रिक्शा से आवागमन के दौरान महिलाओं और छात्राओं को परेशानी होती है। लोग अभद्र भाषा का प्रयोग करते हैं। कई बार अभद्रता का सामना भी करना पड़ता है। ऐसे में दिल्ली की तर्ज पर बनारस में छात्राओं और महिलाओं के लिए डेडिकेटेड वाहन चलना चाहिए। छात्राओं ने नशे में वाहन चलाने वालों पर हमेशा के लिए प्रतिबंध लगाने पर भी जोर दिया। रिया शर्मा, रिया बिंद, आयुषी ने कहा कि नशे में वाहन चलाने से छेड़छाड़ के मामले बढ़ रहे हैं।
पिंक बूथ एक्टिव नहीं
कनीज फातिमा, अनुष्का अग्रवाल, प्रियांशी बिंद ने बताया कि कॉलेज के सामने बना पिंक बूथ एक्टिव नहीं रहता है। इसमें पुलिसकर्मी कभी-कभी ही दिखते हैं। अक्सर यह बंद रहता है। इसके बनने न बनने का कोई फायदा नहीं है। जबकि उसे पूरी तरह चालू करना चाहिए। इसमें पुलिसकर्मी मैजूद रहें और किसी भी समस्या पर एक्शन लें। छात्राओं ने कहा कि शहर में रात के समय पुलिस पेट्रोलिंग बढ़नी चाहिए ताकि उनमें सुरक्षा का भाव आए। रविदास पार्क, पंचकोशी मार्ग आदि क्षेत्र में रहने वाली छात्राओं ने रात में पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ाने पर जोर दिया।
सुझाव
1- वीवीआईपी दौरे के दौरान दर्शन का समय निर्धारित किया जाए ताकि विद्यार्थियों को स्कूल, कॉलेज आने जाने में कोई दिक्कत न हो।
2- कॉलेज के पास गुटखा-पान की दुकानों पर सख्ती बैन को लगना चाहिए। इससे छात्राओं-शिक्षिकाओं को राहत मिलेगी।
3- शहर में कहीं भी पेशाब करने वालों पर भारी जुर्माना लगाना चाहिए ताकि कोई ऐसी हरकत न करे। इससे उनके मन में डर आएगा।
4- कॉलेज के पास बना पिंक बूथ एक्टिव किया जाए। इसमें प्रतिदिन पुलिसकर्मी बैठें ताकि छात्राएं और आसपास के लोग अपनी शिकायतें कर सकें।
5-ऑटो और ई-रिक्शा के लिए अलग-अलग कलर कोड की तरह किराया सूची भी जारी होनी चाहिए। इससे मनमाना किराया वसूली पर रोक लगेगी।
शिकायतें
1- वीवीआईपी दौरे के समय कॉलेज के पास यातायात रोक दिया जाता है। इससे अक्सर छात्राओं को समस्या होती है।
2- कॉलेज के पास गुटखा-पान की दुकानों पर खड़े होकर लोग अभद्रता करते हैं। कई बार नशे में लोग गलत बातें बोलते हैं। इससे शिक्षिकाओं को भी परेशानी होती है।
3- हनुमान मंदिर के पास लोग लघुशंका करते हैं। इससे कॉलेज आवागमन के दौरान छात्राओं को असहज महसूस होता है।
4- कॉलेज के पास बने पिंक बूथ में पुलिस नहीं रहती। वह कभी-कभी ही खुलता है। छात्राओं को उसका लाभ नहीं मिल पा रहा है।
5- ऑटो चालक मनमाना किराया वसूलते हैं। एक ही जगह के लिए अलग-अलग किराया लेते हैं। कभी-कभी दोगुना किराया देने पर मजबूर होना पड़ता है।
सुनें हमारी बात
आए दिन वीआईपी दौरे के दौरान कॉलेज के पास रास्ता रोक दिया जाता है। कॉलेज में प्रवेश के लिए घंटों इंतजार करना पड़ता है।
- सूफिया परवीन
वीवीआईपी लोगों को प्रशासन स्कूल, कॉलेज के बाद या उससे पहले दर्शन कराए। यातायात की उचित व्यवस्था हो।
- अनुष्का अग्रवाल
पर्यटन बढ़ने से लोगों का लाभ हो रहा है। व्यापार और रोजगार के अवसर मिल रहे हैं, लेकिन ऐसे में आम लोगों की सुविधाओं को भी ध्यान में रखना चाहिए। - कनीज फातिमा
कॉलेज के सामने स्मार्ट सिटी की पार्किंग में छात्राओं और शिक्षकों के लिए पास की व्यवस्था हो।
- प्रियांशी बिंद
ऑटो-ई रिक्शा में महिलाओं-छात्राओं से अभद्रता होती है। दिल्ली की तरह बनारस में भी डेडिकेटेड वाहन चले।
- सरस्वती जायसवाल
नशे में वाहन चलाने पर प्रतिबंध लगे। इससे दुर्घटनाओं के साथ छेड़छाड़ का भी मामला बढ़ रहा है।- अपर्णा ओझा
कॉलेज के निकट हनुमान मंदिर के आसपास पेशाब करने वालों पर भारी जुर्माना लगना चाहिए।
- अभिलाषा तिवारी
कॉलेज के सामने बना पिंक बूथ एक्टिव नहीं रहता। इसमें कभी-कभी ही पुलिसकर्मी दिखते हैं।
- राजनंदिनी जायसवाल
शहर में स्वच्छता और पर्यावरण पर जमीनी स्तर पर काम होना चाहिए। लोग परेशान हैं।
- वैभवी तिवारी
छात्राओं-महिलाओं के साथ अभद्रता की शिकायत पर सख्त कार्रवाई हो। जहां की शिकायत हो, वहां सख्ती होनी चाहिए।
- तनु
कॉलेज के पास से बैन हों गुटखा-पान की दुकानें
कॉलेज के पास गुटखा और पान की दुकानों पर पूर्ण प्रतिबंध लगना चाहिए। यहां खड़े लोग छात्राओं पर अभद्र टिप्पणी करते हैं। टाउनहाल मैदान में बनी स्मार्ट सिटी की पार्किंग में छात्राओं को पास के जरिए वाहन पार्क की सुविधा मिले। हर महीने छूट के साथ पास जारी हो।
- डॉ. मिथिलेश सिंह, प्राचार्य
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