यूपी पुलिस के डिजिटल वॉरियर को गूगल का ‘झटका’, फिलहाल ठंडे बस्ते में योजना
- एक साथ कई लोगों ने लिंक पर डिजिटल वॉरियर बनने के लिए आवेदन शुरू किया, तो गूगल को इस लिंक पर ही संदेह हो गया। जालसाजी समझकर इसे गूगल की ओर से प्रतिबंधित कर दिया गया। पता चला है कि इसे लेकर पुलिस मुख्यालय की ओर से गूगल से पत्राचार किया गया है, लेकिन अभी तक समाधान नहीं हो सका है।

Digital warrior against cyber crime: साइबर अपराध से बचाव के लिए आम लोगों को जागरूक करने का फैसला लिया गया। इसके लिए यूपी पुलिस की ओर से डिजिटल वॉरियर बनाए जाने की तैयारी की गई, लेकिन इसे गूगल का ‘झटका’ लग गया है। एक साथ कई लोगों ने लिंक पर डिजिटल वॉरियर बनने के लिए आवेदन शुरू किया, तो गूगल को इस लिंक पर ही संदेह हो गया। जालसाजी समझकर इसे गूगल की ओर से प्रतिबंधित कर दिया गया। खबर है कि इसे लेकर पुलिस मुख्यालय की ओर से गूगल से पत्राचार किया गया है, लेकिन अभी तक समाधान नहीं हो सका है, जिस वजह से डिजिटल वॉरियर बनाने की योजना फिलहाल ठंडे बस्ते में चली गई है।
दरअसल, साइबर अपराध के मामले तेजी से बढ़े हैं, इसके लिए लोगों को ज्यादा से ज्यादा जागरूक करने का फैसला लिया गया। सोशल मीडिया व अन्य माध्यमों से जागरूक करने के साथ ही साइबर वॉरियर बनाने का फैसला लिया गया। इसमें पुलिसवालों के अलावा आम लोगों को भी शामिल करने की योजना थी। मकसद है कि ज्यादा से ज्यादा लोग नए तरीके के साइबर अपराध के बारे में समझें और उससे खुद के बचाव के साथ ही लोगों को भी बचा सकें।
इसके लिए पुलिस मुख्यालय की ओर से एक लिंक भेजा गया, जिस पर टच करके लोग वॉरियर बन सकते थे, लेकिन आने के साथ ही लिंक फेल हो गया। तीन बार नए-नए लिंक को भेजा गया, मगर हर बार एक साथ कई आवेदन होने की वजह से इसे गूगल ने काली सूची में डाल दिया और संदिग्ध मान लिया है, जिस वजह से यह योजना परवान नहीं चढ़ पा रही है।
तीन बार बदले गए लिंक, लेकिन नहीं मिली कामयाबी
पिछले 20 दिन में तीन बाद लिंक को बदल-बदल कर भेजा गया, ताकि लोग जुड़ सके। लेकिन इसकी शुरुआत होते ही यह फेल हो जा रहा है। आवेदन के लिए टच करते ही इसे प्रतिबंधित बता दिया जा रहा है। जानकर बताते हैं, अब मुख्यालय से पत्राचार किया गया है और गूगल की अनुमति के बाद ही यह संभव है।