Notification Icon
Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़UP Ayodhya Ram Mandir Darbad Srivigrah will be 4 and half feet tall built with white Marble

राम दरबार का श्रीविग्रह बनेगा साढ़े चार फिट ऊंचा, श्वेत संगमरमर के एक शिलाखंड से हो रही तैयार

राम मंदिर में प्रथम तल का निर्माण लगभग पूरा हो गया है और द्वितीय तल के साथ शिखर के निर्माण की प्रक्रिया चल रही है। इस दौरान राम मंदिर के प्रथम तल पर राम दरबार के श्रीविग्रह के निर्माण का काम भी चल रहा है। यह निर्माण राजस्थान के जयपुर में श्वेत संगमरमर से किया जा रहा है।

Srishti Kunj हिन्दुस्तान, अयोध्या, कमलाकान्त सुन्दरमThu, 5 Sep 2024 02:30 AM
share Share

राम मंदिर में प्रथम तल का निर्माण लगभग पूरा हो गया है और द्वितीय तल के साथ शिखर के निर्माण की प्रक्रिया चल रही है। इस दौरान राम मंदिर के प्रथम तल पर राम दरबार के श्रीविग्रह के निर्माण का काम भी चल रहा है। यह निर्माण राजस्थान के जयपुर में श्वेत संगमरमर से किया जा रहा है। जानकारी के अनुसार राम दरबार के लिए बनाए जा रहे विग्रह की ऊंचाई साढ़े चार फिट निर्धारित की गई है। बताया गया कि सिंहासन पर विराजमान भगवान राम व माता सीता का श्रीविग्रह श्वेत संगमरमर की एक शिलाखंड पर ही निर्मित हो रहा है जबकि हनुमान जी के अलावा तीनों भाईयों (भरत-शत्रुघ्न व लक्ष्मण) के विग्रह का निर्माण अलग-अलग शिलाखंड में हो रहा है।

नौ को अयोध्या आएंगे मूर्तियों का निर्माण करने वाले मूर्तिकार
श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने राजस्थान से रामलला के श्रीविग्रह के निर्माण का प्रस्ताव लेकर आए उन प्रतिष्ठित मूर्तिकारों की टोली को ही यह जिम्मेदारी दी है जिन्हें तब अवसर नहीं मिल पाया था और वह निराश हुए थे। फिलहाल उनकी निराशा दूर कर दी गयी है, जिससे वह अत्यधिक प्रसन्न हैं और राम मंदिर में योगदान के लिए उत्साहित भी है। इन्हीं में एक प्रतिष्ठित मूर्तिकार ने नाम की गोपनीयता की शर्त पर बताया कि सभी मूर्तियों के निर्माण के लिए नवम्बर 2024 का समय तीर्थ क्षेत्र की ओर से दिया गया है।

हमारी कोशिश है कि समय के पहले निर्माण पूरा हो जाए। फिर भी निर्माण का काम बड़ी एकाग्रता व समर्पण की जरूरत होती है, तभी मूर्ति में ऊर्जा का संचार होता है और उसका आकर्षण अलग दिखता है। बताया गया कि जयपुर में परकोटा के छह मंदिरों के अलावा सप्त मंडपम की सात एवं गोस्वामी तुलसीदास समेत करीब दो दर्जन मूर्तियों का निर्माण कार्य प्रगति पर है। बताया गया कि इन मूर्तिकारों की टोली नौ सितम्बर को अयोध्या आएगी।

ये भी पढ़े:सीएम योगी आज करेंगे यूपी के शिक्षकों का सम्मान, बांटेंगे राज्य अध्यापक पुरस्कार

श्रीरामजन्मभूमि परिसर के आडीटोरियम में रामलला के शेष दो मूर्तियों को मिलेगा स्थान
राम मंदिर में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा से पहले तीन मूर्तिकारों के जरिए बनवाए गए भगवान के श्रीविग्रहों में से शेष दो विग्रहों को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया गया है। तीर्थ क्षेत्र के अधिकृत सूत्रों के अनुसार इन दो मूर्तियों को श्रीराम जन्मभूमि परिसर में प्रस्तावित ऑडिटोरियम में स्थान दिए जाने पर मंथन किया जा रहा है। तीर्थ क्षेत्र में दो विग्रहों का निर्माण दक्षिण भारत से लाई गई अलग-अलग दो श्याम वर्षीय शिलाओं से कराया था।

इन विग्रहों का निर्माण क्रमशः मूर्तिकार अरुण योगीराज व प्रो. गणेश भट्ट ने किया था। यह दोनों मूर्तिकार कर्नाटक के थे। वहीं श्वेत संगमरमर की शिला पर एक विग्रह का निर्माण राजस्थान के मूर्तिकार सत्य नारायण पाण्डेय ने किया था। तीर्थ क्षेत्र ने इन तीनों मूर्तिकारों को 75-75 लाख की धनराशि पारिश्रमिक के रूप में प्रदान की है। मूर्तिकार श्री पाण्डेय ने बताया कि धनराशि का भुगतान प्राप्तहोगयाहै।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें