तुम्हें पीटूंगा, भाजपा नेता का वार, तुम्हारी चिता न जलवा दूं, सपा विधायक नसीम सोलंकी का पलटवार, ऑडियो वायरल
कानपुर की सीसामऊ सीट से समाजवादी पार्टी की विधायक नसीम सोलंकी को भाजपा नेता धीरज चड्ढा ने फोन कर पीटने की धमकी दी है। एक बार नहीं दो बार धीरज ने विधायक को फोन किया।
कानपुर की सीसामऊ सीट से समाजवादी पार्टी की विधायक नसीम सोलंकी को भाजपा नेता धीरज चड्ढा ने फोन कर पीटने की धमकी दी है। एक बार नहीं दो बार धीरज ने विधायक को फोन किया। पहली बार तो तब फोन किया गया जब विधायक शहर में उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड की महिला विधायकों के सम्मेलन में उपस्थित थीं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जाने के बाद टी ब्रेक के दौरान सपा विधायक को पहली बार फोन आया। फोन पर जमकर अभद्रता की गई। अलाव नहीं जलवाने की बात कहते हुए विधायक को पीटने की धमकी भी दी गई। शाम को फिर कॉल कर जमकर खरी खोटी सुनाई। सपा प्रमुख अध्यक्ष अखिलेश यादव को भी नहीं बख्शा गया। उन पर भी टिप्पणी की गई।
विधायक नसीम सोलंकी ने इस बारे में पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार को फोन कर जानकारी दे दी है। कानूनी कार्यवाही के लिए अधिवक्ताओं की सलाह ले रही हैं। कुछ दिन पहले भी धीरज चड्ढा ने नसीम सोलंकी से फोन कर अभद्रता की थी। धीरज ने चुनाव प्रचार के दौरान मंदिर में जाकर जल चढ़ाने पर आपत्ति जताते हुए कोर्ट में परिवाद भी दाखिल किया था। अब बुधवार को फिर से दो बार फोन कर धमकी दी है। इस दौरान नसीम ने कहा भी कि तुम बार बार मुझे क्यों फोन कर रहे हो। इस पर धीरज ने 500 बार फोन करने की बात कही। गुरुवार को दोनों की बातचीत का ऑडियो वायरल हो गया।
दोनों ऑडियो में क्या हुई बातचीत
ऑडियो -1
धीरज चड्ढा: नमस्कार बहन…धीरज चड्ढा बोल रहा हूं स्वरूप नगर से।
नसीम: जी बताएं?
धीरज: बहन ये बताइए कोर्ट से आपको नोटिस गया। इसके बाद आप हाजिर नहीं हो रहीं। चलिए ये तो सेकेंड बात है। आपके क्षेत्र में अलाव नहीं जल रहा, आप विधायिका हैं। कम से कम अलाव तो जलवाइए।
नसीम: बहुत जगह जल रहा।
धीरज: आपके घर में जल रहा क्या?
नसीम: तमीज से बात करो।
धीरज: तमीज से आप बात करिए..मोहतरमा।
नसीम: हमें फोन ही क्यों करते हो?
धीरज: अरे हम इसीलिए फोन करते हैं कि आप जैसे दोगले लोगों ने सारा सिस्टम भ्रष्ट कर दिया है। जनता के बीच त्राहि-त्राहि मची हुई है। कल मैंने 100 कंबल बांटे। सब लोग रो रहे हैं। आप घर में अलाव जलवा रहीं?
नसीम: पागल हो क्या बे?
धीरज: ये बे शब्द यूज कर रहीं।
नसीम: हमसे तमीज से बात करना।
धीरज: आपसे उम्मीद भी यही है कि बे शब्द का इस्तेमाल करें।
नसीम: हमसे बहुत तमीज से बात करना। तुम बहुत ज्यादा बदतमीज आदमी हो। तुम क्यों फोन करते हो।
धीरज: अरे फोन क्यों नहीं करेंगे? कोई दिक्कत होगी तो फोन नहीं करेंगे? वोट लेने के लिए मंदिर तो चली गई थी। अब अलाव जलवाने में क्या दिक्कत आ रही?
नसीम: अलाव बहुत जगह जल रहा, अपनी परेशानी बताओ..हम उसका हल निकालेंगे।
धीरज: 5 दिन से सूरज निकल नहीं रहा, जनता परेशान है।
नसीम: कहां अलाव जलवाना है..ये बताओ?
धीरज: हम कभी किसी मुसलमान को वोट नहीं देंगे। तुम बहुत बदतमीज हो, तुम्हारा पूरा परिवार बदतमीज है। मंदिर क्यों गई थीं? अब अलाव जलवाओ। कंबल बंटवाओ। विधायक निधि का पैसा लेकर क्या अपने घर में अलाव जलवा रही?
नसीम: अलाव नहीं, तुम्हारी चिता न जलवा दें...बेवकूफ आदमी।
ऑडियो-2
धीरज: हैलो बहन
नसीम: बताएं…
धीरज: बहन अभी हम अपनी रिकॉर्डिंग सुन रहे थे। तुमने कहा- हम तुम्हारी चिता जलवा देंगे।
नसीम: तुम मेरी क्या कब्र खुदवा दोगे।
धीरज: हम तुम्हें पीटेंगे समझ गई। तुम मेरी चिता जलवाओगी, मुझे मरवाओगी, आदमी लगवाकर मरवाने का प्रयास कर रही हो।
नसीम: अच्छा
धीरज: तुम्हारा तो अच्छा हो गया। अपने उस टोटी चोर अखिलेश यादव को बता देना।
नसीम: एक काम करो, मेरे पास आओ, हम तुम्हारा यहां इलाज करवा दें।
धीरज: तुम सजायाफ्ता मुजरिम इरफान सोलंकी का इलाज कराओ, जो सजा काट रहा। तुम मेरा इलाज न कराओ।
नसीम: हमारे परिवार से क्या तकलीफ है तुम्हें?
धीरज: तकलीफ कुछ नहीं। तुमने हमसे कहा कि तुम मेरी चिता जलवाओगी। इतनी औकात है तुम्हारी?
नसीम: नहीं, तुम तो कह रहे हो कि हमारे यहां अलाव नहीं जल रहा है। हमने कहा कि कहां-कहां अलाव जलवाना है...तुम बताओ।
धीरज: तुम कहां-कहां अलाव जलवाओगी? डिफेंस कॉलोनी में अलाव जलवाकर मौज ले रही हो। हमसे फालतू की बात कर रही हो। शटअप, शटअप…। यू आर आलवेज बदतमीज लेडी।
नसीम: तुम हमको धमकी दोगे।
धीरज: हम धमकी नहीं दे रहे। तुमसे अलाव जलवाने को कहा। हमारा मतलब है कि क्षेत्र में अलाव जलवाओ।
नसीम: हर जगह अलाव जला है। अगर तुम्हारे पास कोई पॉइंट हो तो बता दो। हम वहां पर अलाव जलवा दें।
धीरज: अरे पूरे क्षेत्र की विधायक बनी नहीं हो। तुम्हीं बड़ी अम्मा बनी घूम रही हो।
नसीम: तुम जब जाओगे दुनिया से तो कोई न कोई तो तुम्हारी चिता में आग लगाएगा। तुम अच्छे परिवार से लग रहे, लेकिन इतनी बदतमीजी क्यों कर रहे हो।
धीरज: तुम्हारे अखिलेश यादव को इतनी हैसियत है। तुम हिंदुओं की चिता जलवाओगी। जलाओ आकर चिता, मैं अभी तुम्हारे घर आता हूं।
नसीम: तुम्हें इतनी तमीज नहीं है कि महिलाओं से कैसे बात करते हैं। तुम मेरे राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए इतनी बदतमीजी से क्यों बात कर रहे हो।
धीरज: तुम्हारे राष्ट्रीय अध्यक्ष क्या कर लेंगे मेरा। जाओ विधानसभा में उठा देना मुद्दा।
नसीम: तुमको होश है, किससे बात कर रहे हो?
धीरज: तुमसे बात कर रहा हूं। नसीम सोलंकी वर्सेज इरफान सोलंकी सजायाफ्ता मुजरिम से बात कर रहा हूं।
नसीम: तुम्हारे लिए तो मेरे को बहन कहना ही बड़े अपमान की बात है।
धीरज: तुम्हारे जैसी महिला को बहन कहना हमारे लिए अपमान है, लेकिन हम हिंदू लोग हैं। हम हर जाति के लोगों को मां, बहन बेटी के रूप में देखते हैं। तुमसे बात करना मेरे लिए गुनाह है।
नसीम : तुम मुझे फोन क्यों कर रहे हो?
धीरज: करेंगे, तुम्हें 500 बार फोन करेंगे।
नसीम: तुम्हें कमिश्नर साहब का भी डर नहीं है क्या?
धीरज: मुझे किसी का डर नहीं है। मैं हिंदू हूं। मैं जान दे दूंगा, लेकिन तेरे जैसे लोगों को मक्कारी नहीं करने दूंगा।
नसीम: मैं कमिश्नर साहब से तुम्हारी शिकायत करूंगी।
इस बारे में कानपुर बुंदेलखंड के भाजपा के क्षेत्रीय मीडिया प्रभारी अनूप अवस्थी का कहना है कि भाजपा के सहकारिता प्रकोष्ठ में पूर्व प्रवक्ता कब रहे हैं या नहीं, पता नहीं है। वर्तमान में वह नहीं हैं। सहकारिता प्रकोष्ठ में क्षेत्र औऱ जिला संयोजक होते हैं। रही बात भाजपा कार्यकर्ता की तो कोई भी मिस्ड कॉल करके सदस्य बन सकता है।
भाजपा उत्तर के जिलाध्यक्ष दीपू पांडेय ने इस पर कहा कि भाजपा सहकारिता प्रकोष्ठ के पूर्व प्रवक्ता बताने वाले धीरज चड्ढा की शक्ल तक नहीं देखी है। मेरे कार्यकाल में वह न तो सक्रिय सदस्य हैं और न ही किसी पद पर हैं। इसके पहले भी वह भाजपा की मुख्य कमेटी वह किसी पद पर नहीं रहे हैं। वहीं, अपर पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था हरीश चन्दर का कहना है कि इस मामले की जानकारी हुई है। जांच एडीसीपी राजेश श्रीवास्तव को सौंपी गई है। तहरीर मिलेगी तो उचित कार्रवाई की जाएगी।