सूरजपाल को क्लिन चीट, प्रशासन पर सवाल...हाथरस कांड पर राकेश टिकैत बोले- बाबा का कोई दोष नहीं
राकेश टिकैत ने सोमवार को हाथरस पहुंचे। जहां सत्संग में मारे गए लोगों के परिवारों से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी। उन्होंने कहा कि बाबा का कोई दोष नहीं है। यह सरकार का फेलियर है।
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने सोमवार दोपहर को हाथरस में सत्संग में मारे गए लोगों के परिवारों से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी। उन्होंने कहा कि हादसा काफी गंभीर है, आपस में छींटाकशी न कर मृतक परिवारों के बारे में सोचना चाहिए। मृतक परिवारों को उचित मुआवजा राशि 50-50 लाख रुपये मिलनी चाहिए। सरकार के एजेंडे में धार्मिक भावनाएं शामिल हैं। महाराज जी सरकार का ही तो प्रचार-प्रसार कर रहे हैं।
राकेश टिकैत ने सोखना में मृतक परिवारों को सांत्वना देने के बाद पत्रकारों से रूबरू हुए। उन्होंने कहा कि हादसे से सरकार और पुलिस प्रशासन को सीख लेनी चाहिए। सरकार के एजेंडे में धार्मिक भवनाएं शामिल होने की बात कही। देश का राजा जो चाह रहा है, महाराज जी वो ही कर रहे हैं। उनके खिलाफ कार्रवाई का प्रश्न ही नहीं उठता। प्रशासन को सत्संग में व्यवस्थाएं बेहतर करनी चाहिए थी। सरकार ही तो चाह रही है कि धार्मिक उत्सव ज्यादा हो। आने वाले समय में धार्मिक युद्ध मथुरा में होगा। सत्संग बंद नहीं होने चाहिए।
लखीमपुर खीरी में 50-50 लाख रुपया मुआवजा दिया गया था। सत्संग हादसे में मृतक परिवारों को कम से कम 50-50 लाख रुपये मुआवजा मिलना चाहिए। जिन धार्मिक स्थलों पर भीड़ अधिक पहुंचती है। सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि वहां बंदोबस्त बेहतर हो। बाबा को कोई दोष नहीं है, सरकार का फेलियर है। इंतजाम बेहतर होने चाहिए थे। सरकार को जांच से पहले उचित मुआवजा देना चाहिए। राजनैतिक षड्यंत्र नहीं है, बाबा को खुद कुछ चीजें हटानी पड़ेंगी। खुद एजेंडे से यह हटाना होगा कि वो चरणों की रज वाली बात को सत्संग से हटाएं। जांच तो होती रहेगी, पहले मुआवजा मिलना चाहिए। भीड़ को कैसे कंट्रोल किया जाए, उस पर ध्यान देना चाहिए।
राकेश टिकैत ने घटना की एसडीएम से ली जानकारी
सत्संग प्रकरण के चलते मृतकों के घरों पर जाकर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने परिजनों से मिलकर शोक जताया तथा सरकार से ज्यादा से ज्यादा मुआवजा राशि देने की मांग की।
तहसील के गांव गोपालपुर रामनगर, नगला विहारी जाकर मृतकों के घर जाकर परिजनों से घटना की जानकारी लेने के बाद दुख जताया। उसके बाद जीटी रोड स्थित घटनास्थल पर गांव फुलरई मुगलगढ़ी पहुंचे। उन्होंने वहां पर मौजूद एसडीएम रवेंद्र सिंह से घटना के बारे में जानकारी हासिल की। उसके बाद भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत पिलखना अलीगढ़ में चार मौतों को लेकर वहां गए।
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