घर में बार बनाने का कल्चर बढ़ा : कुमार विश्वास
Shahjahnpur News - कवि कुमार विश्वास ने शाहजहांपुर में एक कार्यक्रम में कहा कि आज लोग घर में मंदिर और पुस्तकालय बनाना भूल गए हैं, जबकि बार बनाने की संस्कृति तेजी से बढ़ रही है। उन्होंने स्थानीय शहीदों को याद करते हुए...

शाहजहांपुर, संवाददाता। कवि कुमार विश्वास ने कहा कि आज लोग घर में मंदिर और पुस्तकालय बनाना भूल गए हैं, लेकिन घर में बार बनाने का कल्चर तेजी से बढ़ रहा है, यह बहुत ही सोचनीय विषय है। उन्होंने कहा कि दो लाख रुपए का आईफोन लेने के लिए लाइन लगाते हैं, लेकिन लोग घर में एक छोटी सी चक्की नहीं ला सकते हैं। कवि कुमार विश्वास ने रविवार को शाहजहांपुर में एक कार्यक्रम में पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि शाहजहांपुर कवि दामोदर स्वरूप विद्रोही की नगरी है। 1992 में वह यहां एक मेले में आए थे। कहा कि 23 मार्च को जिन तीन बहादुर जाबाजों ने सपना देखा था, क्या वह पूरा हुआ है। आज के ही दिन शहीद भगत सिंह, सुखदेव सिंह, राजगुरु ने शहादत दी थी। बोले कि शाहजहांपुर चालीस साल पहले आए थे। बताया कि मैंने सबसे पहले यहां आकर शहीदों, कवियों को नमन किया है। शाहजहांपुर का जब आप कहीं नाम लेंगे तो यह़ां के शहीदों की नाम से चर्चा करेंगे। आज हम बिस्मिल की जमीन पर खड़े हैं।
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