संभल सीओ अनुज चौधरी को होली-जुमा बयान पर मिली क्लीन चिट निरस्त, दोबारा जांच का आदेश
संभल के चर्चित सीओ अनुज चौधरी को होली और जुमा को लेकर दिए गए विवादित बयान को लेकर मिली क्लीन चिट निरस्त कर दी गई है। शासन ने पूरे मामले की नए सिरे से जांच का आदेश दिया है।

संभल के चर्चित सीओ अनुज चौधरी की मुश्किलें बढ़ गई हैं। होली और जुमा को लेकर दिए गए विवादित बयान पर उन्हें मिली क्लीन चिट निरस्त कर दी गई है। प्रदेश सरकार ने इस मामले में नए सिरे से जांच के आदेश जारी कर दिए हैं। यह कार्रवाई पूर्व आईपीएस अधिकारी और आजाद अधिकार सेना के अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर की शिकायत के बाद हुई है। अमिताभ ठाकुर ने 9 अप्रैल को आईजीआरएस पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि सीओ अनुज चौधरी सेवा आचरण और वर्दी नियमों का उल्लंघन करते हुए धार्मिक टिप्पणियां करते हैं, जिससे समाज में सांप्रदायिक तनाव फैलता है। होली और जुमा को लेकर दिया गया बयान गैर जिम्मेदाराना और भड़काऊ था।
शिकायत में यह भी कहा गया कि जांच प्रक्रिया में पारदर्शिता नहीं रही। जांच अधिकारी एसपी लॉ एंड ऑर्डर मनोज कुमार अवस्थी और एएसपी उत्तरी श्रीशचंद्र ने अनुज चौधरी और अन्य संबंधित पक्षों से पूछताछ की, लेकिन अमिताभ ठाकुर को अपना पक्ष रखने का अवसर नहीं दिया गया। अमिताभ ठाकुर ने इसे मुख्य सचिव के आदेशों के उल्लंघन के रूप में दर्शाया। पहली जांच रिपोर्ट में पीस कमेटी के सदस्यों ने सीओ के बयान को गलत नहीं माना था और कहा गया था कि जुमा अलविदा, होली और ईद जैसे त्योहार शांतिपूर्ण ढंग से निपटे हैं। इसी आधार पर 17 अप्रैल को सीओ को क्लीन चिट दे दी गई थी।
अब प्रदेश सरकार ने शिकायतकर्ता के पक्ष को शामिल किए बिना दी गई क्लीन चिट को रद्द कर दिया है और दोबारा जांच के आदेश दिए हैं। मामले की जांच कर रहे एएसपी श्रीश्चंद्र ने अमिताभ ठाकुर को तीन दिन में आरोपों के समर्थन में सबूत पेश करने के लिए कहा गया है। अनुज चौधरी ने होली से ठीक पहले पीस कमेटी की बैठक में यह बयान दिया था।
अनुज चौधरी ने क्या कहा था
सीओ अनुज चौधरी ने रमजान के जुमे पर पड़ रही होली को लेकर पीस कमेटी की बैठक में विवादित बयान दिया था। अनुज चौधरी ने कहा था कि जुमा हर हफ्ते पड़ता है, जबकि होली साल में एक बार आती है। जिसे भी रंग से परहेज है वह अपने घर के अंदर ही रहे। अनुज चौधरी का यह बयान सोशल मीडिया से लेकर हर तरफ चर्चा का विषय बना था। विपक्षी पार्टियों ने इसका कड़ा विरोध किया था। इसे मुस्लिम समाज को धमकाने वाला बयान माना गया था। हालांकि इस बयान पर अनुज चौधरी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का समर्थन मिला था। योगी ने कहा था कि सीओ पहलवान रहा है। अगर मस्जिद में जाकर नमाज पढ़नी है तो रंग से परहेज न करें। जिस किसी को रंग से परहेज है वह घर में रहे।
अनुज चौधरी इसके अलावा भी कई बार विवादों में रहे हैं। शोभायात्रा के दौरान हाथ में हनुमान जी की गदा लेकर चलने पर भी विवाद गहराया था। पुलिस की वर्दी में इस तरह से अनुज चौधरी के चलने को नियमों का उल्लंघन बताया गया था। इसके अलावा भक्ति जागरण के दौरान उनका गाना भी खूब फेमस हुआ था।