10-Year-Old Girl Donates Savings to Indian Soldiers गुल्लक लेकर साइकिल से सेना के दफ्तर पहुंच गई सिंजनी, Prayagraj Hindi News - Hindustan
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गुल्लक लेकर साइकिल से सेना के दफ्तर पहुंच गई सिंजनी

Prayagraj News - प्रयागराज की 10 साल की सिंजनी ने अपनी गुल्लक में जमा पैसे भारतीय सैनिकों को समर्पित करने का निर्णय लिया। ऑपरेशन सिंदूर के बाद, उसने अपने पैसे सेना के दफ्तर में देने का प्रयास किया। अपनी नानी से मिली...

Newswrap हिन्दुस्तान, प्रयागराजTue, 13 May 2025 11:15 AM
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गुल्लक लेकर साइकिल से सेना के दफ्तर पहुंच गई सिंजनी

प्रयागराज। गर्ल्स हाईस्कूल (जीएचएस) में पढ़ने वाली सिंजनी की उम्र महज दस साल है पर उसकी सोच उम्र से कई गुना बड़ी है। वह अपनी प्रिय गुल्लक में जमा की गई धनराशि सेना के उन वीर जवानों को समर्पित करना चाहती है, जो देश की सीमा पर तैनात होकर दुश्मन से लोहा ले रहे हैं। जिनकी वजह से हम बेफिक्र होकर चैन की नींद सो रहे हैं। ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाक के आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किए जाने के बाद से जो माहौल बना है, उसे देखते हुए सिंजनी सोमवार को दिन में अपनी गुल्लक अपने छोटे से बैग में रखी और सिविल लाइंस के एनके मुखर्जी मार्ग स्थित अपने घर से साइकिल चलाते हुए दयानंद मार्ग स्थित सेना के दफ्तर पहुंच गई।

डिफेंस सर्विसेज ऑफिसर्स इंस्टीट्यूट (डीएसओआई) के गेट पर पहुंचते ही सिंजनी ने अपना गुल्लक निकाला और उसे ड्यूटी पर तैनात सैन्यकर्मी को देना चाहा, जिस पर जवान ने उससे कहा कि बेटा आज छुट्टी है और आप इसे कैंट ऑफिस लेकर जाओ। वहां से लौटते वक्त उसे आपके अपने अखबार ‘हिन्दुस्तान का दफ्तर दिखा तो वह दफ्तर चली आई। यहां आकर उसने अपनी मंशा जाहिर की और अपने हाथ से अंग्रेजी में लिखा एक मार्मिक पत्र दिखाते हुए बताया कि अंकल मैं अपनी गुल्लक वीर सैनिकों को देना चाहती हूं। बताया कि उसके गुल्लक पर ताला लगा है, जिसकी चाभी उसने इसी गुल्लक में डाल दी है। उसने सैनिकों तक गुल्लक पहुंचाने का अनुरोध किया। सिंजनी तब तक आश्वस्त नहीं हुई जब तक की उसकी बात आला अधिकारियों तक नहीं पहुंची। मंगलवार को सिंजनी अपना गुल्लक जिला प्रशासन को सौंपेगी। हाईकोर्ट के अधिवक्ता प्रवाल त्रिपाठी की बेटी सिंजनी ने बताया कि उसे यह गुल्लक उसकी नानी ने 15 मार्च को उसके जन्मदिन पर उपहार में दिया था। तब से इसमें रोज मिलने वाले खर्चे की छोटी-छोटी राशि को डालती गई। सिंजनी की मम्मी अनुभूति त्रिपाठी ने बताया कि सिंजनी अपने दोस्तों के साथ तपोवन पार्क में खेलने जाती है, पार्क जाते वक्त उसने सेना का दफ्तर देखा था। सोमवार को वह अपनी गुल्लक लेकर वहां पहुंच गई।

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