Hindi NewsUttar-pradesh NewsMeerut NewsCantonment Board Neglects Meerut s Ward 6 Residents Face Filth and Insecurity

बोले मेरठ : कैंट के हालात बयां कर रहे अनदेखी की दास्तां

Meerut News - मेरठ के छावनी क्षेत्र के वार्ड 6 में सफाई व्यवस्था पूरी तरह से खराब हो चुकी है। नालियां भरी पड़ी हैं, कूड़ा उठाने वाला कोई नहीं आता और लोग गंदगी के बीच जीने को मजबूर हैं। स्थानीय निवासियों का कहना है...

Newswrap हिन्दुस्तान, मेरठSun, 16 Feb 2025 03:59 PM
share Share
Follow Us on
बोले मेरठ : कैंट के हालात बयां कर रहे अनदेखी की दास्तां

छावनी क्षेत्र का पूरा एरिया कैंटोनमेंट बोर्ड के अंतर्गत आता है। यहां 8 वार्ड हैं और एक लाख के करीब जनता निवास करती है। काफी समय से इस क्षेत्र में सभासदी का चुनाव नहीं हुआ है। ऐसे में मौजूदा वार्डों की देखरेख पूरी तरह कैंटोनमेंट बोर्ड के हाथों में चली गई है। वार्ड-6 की बात करें तो यहां साफ-सफाई की व्यवस्था डगमगा गई है। हालात ये हैं कि नालियां अटी पड़ी हैं और कूड़ा कोई उठाने आता नहीं है। जबकि शहर का मुख्य बाजार भी इसी क्षेत्र में पड़ता है। इसके बावजूद यहां के हालात बदतर होते जा रहे हैं। मेरठ छावनी परिषद, क्षेत्र का स्थानीय निकाय है। यह छावनी परिषद, क्षेत्र में रहने वाली जनता को सामाजिक कल्याण, स्वच्छता, स्वास्थ्य, सुरक्षा, जल आपूर्ति जैसी सुविधाएं मुहैया कराता है। इस छावनी क्षेत्र में करीब आठ वार्ड हैं और इनमें करीब एक लाख जनता निवास करती है। साथ ही यहां करीब 60 हजार वोटर्स अपने मत का प्रयोग करते हैं। लेकिन यहां 2015 के बाद से कोई चुनाव नहीं हुआ। ऐसे में वार्डों का प्रतिनिधित्व करने वाला अब यहां कोई नहीं है। इसके चलते इस क्षेत्र में बहुत सी बुनियादी सुविधाएं लोगों से दूर हो गई हैं। जो गंदगी, पानी और अन्य परेशानियों से जूझ रहे हैं।

वार्ड छह में स्थित धर्मपुरी मोहल्ले के अंकित सिंघल, सतीश भाटिया और श्याम अग्रवाल का कहना है कि पूरे क्षेत्र में हालात बद से बदतर हो गए हैं। कोई देखने वाला नहीं है, गली-मोहल्ले गंदगी से सराबोर हैं और नालियां अटी पड़ी हैं। पहले जहां छावनी क्षेत्र में दिन में दो-दो बार सफाई होती थी, अब कई दिन लग जाते हैं। खुले पशु, कुत्ते और बंदरों ने जनता का जीना हराम कर रखा है। हालात ये हैं कि लोग घरों से बाहर भी नहीं निकलते। टूटी सड़कें और गंदगी के अंबार से लोग जूझते रहते हैं। किससे क्या कहें, कोई सुनने वाला ही नहीं है। पहले क्षेत्र में वार्डों के प्रतिनिधि हुआ करते थे, लेकिन अब अपनी बात रखने के लिए कोई नहीं है। इसका खामियाजा जनता को उठाना पड़ रहा है।

प्रतिनिधि नहीं होने से दिक्कत

अमर प्रकाश, राजीव जैन और बीडी शास्त्री का कहना है, कि छावनी क्षेत्र में वार्डों का प्रतिनिधित्व करने वाला कोई व्यक्ति नहीं है। वर्तमान में छावनी परिषद में सतीश शर्मा नामित सदस्य हैं, जो इस क्षेत्र की समस्या रखते हैं। हालात ये हैं कि अब इन आठ वार्डों में हालात बदतर होते जा रहे हैं। यहां धर्मपुरी और दुर्गाबाड़ी में साफ-सफाई ना होने के कारण संक्रमण की समस्या पैदा होने लगी हैं।

साफ-सफाई के अभाव में फैल रही गंदगी

धर्मपुरी मोहल्ले के शास्त्री विशाल भारद्वाज, अदिति, पूनम, वैभव और अनुज गोयल का कहना है कि क्षेत्र की सफाई व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। नालियां जाम पड़ी हैं, जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हुए हैं और नियमित सफाई न होने से बदबू व गंदगी का साम्राज्य फैल गया है। धर्मपुरी, टंकी मोहल्ला और दुर्गाबाड़ी क्षेत्र के निवासी गंदगी से जूझ रहे हैं। लगातार शिकायतों के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। नालियों के अंदर गंदगी भर गई है और सफाई करने कोई नहीं आता। वहीं सीवरों की व्यवस्था भी बदतर हो गई है, उनमें से सांप और कीड़े-मकोड़े निकलने लगे हैं।

नालियों में बहता मैला

श्याम कुमार, सलीम और निक्की शर्मा का कहना है, कि क्षेत्र में सीवर लाइन है, जिसमें लोगों के घरों से गंदे पानी जाने का कनेक्शन तो हो गया, लेकिन सीवर चालू नहीं हैं। ऐसे में बहुत से लोगों के घरों का मैला नालियों में बहता है। इससे गंदगी व बदबू की समस्या और अधिक बढ़ गई है। सबसे बड़ी समस्या ये है, कि इलाके में कोई सफाई वाला नहीं आता। गंदगी कई दिनों तक सड़क किनारे पड़ी रहती है और उसे उठाने की व्यवस्था नहीं है। कई बार कूड़े वाला आता भी है तो बिना आवाज दिए निकल जाता है।

टंकियों में आता है गंदा पानी

मोहल्ले में रहने वाली सरला जैन और पूनम भारद्वाज का कहना है कि घरों में टंकी का पानी बहुत गंदा आता है। हालात ये है कि उसको पी भी नहीं सकते। ऐसे में पानी भी बाहर से खरीदना पड़ता है। रोटी, सब्जी बनाने के लिए पानी की व्यवस्था भी बाहर से ही करनी पड़ती है। इस पानी से कपड़े भी धोते हैं तो साफ नहीं धुलते। पानी की व्यवस्था में जल्द ही सुधार किया जाए। पूरे मोहल्ले की सड़कें भी खराब हो चुकी हैं और क्षेत्र में आए दिन जलभराव की समस्या रहती है। बरसात के दिनों में तो मोहल्ला तालाब बन जाता है।

रात में बंद दिन में जलती हैं स्ट्रीट लाइटें

इलाके के लोगों का कहना है कि यहां स्ट्रीट लाइटें दिन में जली हुई मिलेंगी, लेकिन रात में सभी बंद हो जाती हैं। गली-मोहल्ले और बाजार में स्ट्रीट लाइट बंद होने के कारण रात में अंधेरा बना रहता है। ऐसे में कई बार हादसे होने की संभावना बनी रहती है। एक तो टूटी हुई सड़कें, ऊपर से लाइटिंग की खराब व्यवस्था लोगों के लिए परेशानी का सबब बनती जा रही है। लाइटिंग की इस व्यवस्था को जल्द ही सुचारू किया जाना चाहिए, ताकि रात में कोई बड़ी घटना ना हो।

कुत्ते, बंदर और खुले पशुओं का खतरा

धर्मपुरी इलाके के लोगों का कहना है कि गाय और सांड सड़कों पर खुले घूमते रहते हैं। आए दिन किसी ना किसी को टक्कर मारकर घायल कर देते हैं। वहीं इलाके में कुत्ते खूंखार हो गए हैं और आतंक मचा रखा है। बच्चों और बुजुर्गों को निशाना बनाते हैं, उनके पीछे दौड़ पड़ते हैं। कई लोगों को कट चुके हैं, इनको कोई पकड़ता ही नहीं है। ऊपर से बंदरों ने जीना हराम कर रखा है। आए दिन किसी ना किसी को काट लेते हैं और सामान उठाकर ले जाते हैं। लोगों को अब बाहर निकलने से भी डर लगता है।

खुद कुछ नहीं कर सकते लोग

धर्मपुरी मोहल्ले के लोगों का कहना है, कि घरों में अगर थोड़ी बहुत मरम्मत की जाए तो तुरंत कोई ना कोई आ धमकता है। बुनियादी सुविधाओं का हल तो हो नहीं पा रहा, दूसरा काम भी करने नहीं दिया जाता। ऐसे में अगर मकान टूटकर गिर भी जाए तो कोई देखने वाला नहीं है। गंदा पानी आता है, उसे कोई नहीं देखता, नालियों में गंदगी भरी पड़ी है, कूड़ा उठाने कर्मचारी नहीं आते हैं। वार्ड 4, 5 और 6 सीवर पूरी तरह से चालू नहीं हैं। वहीं मोहल्ले के बाहर सड़क पर नाले की गंदगी निकालकर डाल दी गई है, जो कई दिनों तक पड़ी रहेगी।

यहां की हालत भी बदतर

इस क्षेत्र में शहर का मुख्य बाजार भी स्थित है, जहां रोजाना हजारों लोग आते-जाते हैं। लेकिन गंदगी और अव्यवस्था के कारण स्थानीय व्यापारियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है। स्थानीय निवासियों की मांग है कि जल्द से जल्द इस क्षेत्र की समस्याओं का हल खोजा जाए। साथ ही, वे चाहते हैं, कि कैंटोनमेंट बोर्ड सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करे और नियमित सफाई अभियान चलाए। यदि जल्द ही इस समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो क्षेत्र में स्वच्छता संबंधी गंभीर संकट उत्पन्न हो सकता है।

समस्या

- गली मोहल्लों की सफाई दुरुस्त नहीं है

- घरों में पीने का पानी गंदा आता है

- सीवर और नालियां जाम हो चुकी हैं

- गंदगी उठाने वाला कई दिनों तक नहीं आता

- कुत्ते, बंदर और खुले पशुओं की अधिकता है

- सड़के टूटी हैं और स्ट्रीट लाइटें खराब हैं

सुझाव

- गली मोहल्लों की सफाई दुरुस्त किया जाए

- घरों में पहुंच रहे पीने के पानी की व्यवस्था सही हो

- सीवर और नालियों की साफ सफाई समय पर होती रहे

- मोहल्ले से गंदगी उठाने वाले रोज समय पर आएं

- कुत्ते, बंदर और खुले पशुओं की व्यवस्था की जाए

- सड़कों की मरम्मत की जाए और स्ट्रीट लाइट सही हों

लोगों का दर्द

घरों में एकदम गंदा पानी आता है, बहुत बार शिकायत भी कर चुके हैं, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। - सरला जैन, धर्मपुरी

नालियां पूरी तरह भरी पड़ी हैं, कोई सफाई वाला आता नहीं है, इसके चलते गंदगी सड़क पर आ जाती है। - राजेंद्र सिंह, धर्मपुरी

सीवर की निकास भी सही नहीं है और नालियां सभी टूटी पड़ी हैं। ऐसे में गंदगी और जलभराव होता रहता है। - सतीश भाटिया, वार्ड छह

इलाके की सभी सड़कें टूटी पड़ी हैं। आने जाने में भी लोगों को दिक्कतें आती हैं, जिनकी मरम्मत जरूरी है। - अमर प्रकाश

टूटी सड़कों पर आए दिन लोग गिरकर चोटिल होते रहते हैं। गलियों में लगी इंटरलॉकिंग टाइल्स उखड़ चुकी हैं। - राजीव जैन

मोहल्लों में सफाई वाले नहीं आते, कई दिनों तक कूड़ा पड़ा रहता है। कभी आते हैं तो बिना आवाज के चले जाते हैं। - श्याम अग्रवाल,

घरों की मरम्मत कराई जाने लगे तो छावनी परिषद के कर्मचारी आ धमकते हैं, घर का कोई काम नहीं करा सकते। - बीडी शास्त्री

नालियों में गंदगी भरी है, लोगों के घरों का मैला नालियों में आता है, सीवर बंद पड़े हैं, ऐसे में दिक्कत होती है। - सलीम

सड़कों पर कुत्तों का आतंक बहुत बढ़ गया है। बच्चे और बुजुर्गों को काटते रहते हैं, इनको पकड़ा जाना जरूरी है। - वैभव

आजकल सीवर की निकासी सही नहीं होने के कारण इनमें से सांप निकल रहे हैं, लोगों को डर लगता रहता है। - अनुज गोयल

सड़क और मोहल्ले में पशु घूमते रहते हैं। ऊपर से बंदरों का आतंक रहता है। इनकी कोई खास व्यवस्था नहीं है। - शास्त्री विशाल भारद्वाज

सबसे बड़ी समस्या मोहल्लों में गंदे पानी की है। जिसमें ना खाना बना सकते हैं और ना ही उसको पी सकते हैं। - पूनम भारद्वाज

पहले सफाई दिन में दो बार हुआ करती थी, आजकल कई-कई दिनों में सफाई होती है, जिससे गंदगी जमा रहती है। - निक्की शर्मा

यहां दिन में स्ट्रीट लाइटें जली रहती हैं और रात में अधिकतर बंद रहती हैं, इस कारण मोहल्ले में अंधेरा रहता है। - टीटू शर्मा

धर्मपुरी ही नहीं दुर्गाबाड़ी की हालत भी बहुत खराब है। यहां नालियां गंदगी से भरी पड़ी हैं, सफाई बिल्कुल नहीं होती। - राजू बहेलिया, दुर्गाबाड़ी

गंदे पानी और सफाई की व्यवस्था में सुधार होना चाहिए। सीवर और नालियों की सफाई भी समय पर होनी चाहिएं। - अनुज वर्मा

आवारा पशु पूरे मोहल्ले में गंदगी करते फिरते हैं, लोगों को कई बार घायल कर चुके हैं, इनकी स्थाई व्यवस्था की जाए। - श्रवण कुमार

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें