असोला भाटी अभ्यारण्य से डीजल वाहन हटाए जाएंगे
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने असोला भाटी वन्यजीव अभ्यारण्य में सभी डीजल वाहनों को इलेक्ट्रिक वाहनों से बदलने का निर्देश दिया है। 60 दिन के भीतर यह परिवर्तन होगा, और गैर-जरूरी,...

नई दिल्ली, प्रमुख संवाददाता। असोला भाटी वन्यजीव अभ्यारण्य में अब ईको फ्रेंडली परिवहन की तैयारी है। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने वन्यजीवों की सुरक्षा और प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए सभी डीजल वाहनों के स्थान पर इलेक्ट्रिक वाहन चलाने के निर्देश दिए हैं। सिरसा ने 60 दिन के भीतर वन विभाग को सभी डीजल वाहनों को ई-वाहनों से बदलने का आदेश दिया है। पर्यावरण मंत्री ने वन विभाग को इस संबंध वन विभाग को विस्तृत अध्ययन करने और इससे संबंधित योजना सात दिन के भीतर प्रस्तुत करने को कहा है। साथ ही, दिल्ली के वन और संरक्षित क्षेत्रों में सभी गैर-जरूरी, गैर इलेक्ट्रिक वाहनों के प्रवेश पर तुरंत प्रभाव से रोक लगाने के निर्देश भी जारी किए हैं। यह निर्देश सरकारी व निजी दोनों ही तरह के वाहनों पर लागू होंगे।
पर्यावरण मंत्री ने बताया कि दिल्ली के जंगलों को शांत, सुरक्षित और प्रदूषण रहित मोबिलिटी की जरूरत है। इसके लिए दिल्ली सरकार अथक प्रयास कर रही है। ई-वाहनों का प्रयोग दिल्ली सरकार की प्रदूषण को नियंत्रित करने और ग्रीन इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावा देने की व्यापक रणनीति का हिस्सा है। ग्रीन तकनीक को अपनाकर जंगलों को सहेजना दिल्लीवासियों के लिए एक बेहतर और सेहतमंद भविष्य देने जैसा है।
दिल्ली को प्रदूषण मुक्त बनाने के अभियान के तहत पर्यावरण और वन विभाग के लिए बजट में 506 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है, ताकि पर्यावरण से जुड़ी ढांचागत संरचनाओं को मजबूत करके प्रदूषण नियंत्रण की योजनाओं को लागू किया जा सके। इसे जैव विविधता की भी रखा होगी। वहीं, दिल्ली में हरित क्षेत्र के विस्तार, वायु गुणवत्ता में सुधार और शहरी जैव विविधता को बढ़ावा देने के लिए 70 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य भी रखा गया है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।