विधानसभा पास लगी कार से ड्रग्स बेचता था तस्कर, 1.75 करोड़ के माल के साथ गिरफ्तार
लखनऊ पुलिस ने एक ऐसे ड्रग्स तस्कर को गिरफ्तार किया है, जो विधानसभा पास लगी कार से क्लब, कॉलेज स्टूडेंट्स और रेव पार्टी में लोगों को मॉर्फीन और अफीम की सप्लाई करता था।

लखनऊ शहर में करोड़ों रुपये की ड्रग्स और गांजे की खपत हो रही है। दो दिन पहले चौक पुलिस और एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स की संयुक्त टीम ने रूमी दरवाजे के पास से एक लग्जरी कार में विधानसभा का पास लगाकर तस्करी करने वाले अम्मार खान को दबोचा था। खान से पूछताछ के बाद उसकी निशानदेही पर पौने दो करोड़ रुपये कीमत की मार्फीन और अफीम बरामद की गई है। अम्मार से पूछताछ में कई चौंकाने वाले राज सामने आए हैं। क्लब, रेव पार्टी, मैनेजमेंट और इंजीनियरिंग कॉलेज के स्टूडेंट्स में ड्रग्स की डिमांड हर दिन बढ़ती जा रही है।
चौक पुलिस और एएनटीएफ अब पूरे गिरोह को पकड़ने में जुटी है। एनएनटीएफ की डीएसपी बीनू सिंह और चौक के इंस्पेक्टर नागेश उपाध्याय की टीम ने यह कार्रवाई की। गिरफ्तार तस्कर को जेल भेज दिया गया है। इंस्पेक्टर नागेश उपाध्याय ने बताया कि अम्मार खान ठाकुरगंज में राधाग्राम कॉलोनी का रहने वाला है। उसके पास से कार में करीब एक किलो मार्फीन और इतनी ही अफीम बरामद हुई है। दोनों की कीमत करीब पौने दो करोड़ रुपये आंकी जा रही है। गिरोह से जुड़े अन्य सदस्यों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।
विधानसभा पास कहां से मिला, हो रही जांच
इंस्पेक्टर उपाध्याय ने बताया कि अम्मार की कार में विधानसभा पास कैसे लगा था, इसकी जांच हो रही है। विधानसभा से भी इस बात को लेकर जानकारी जुटाई जा रही है। पूछताछ में उसने बताया कि विधानसभा पास लगा होने से पुलिस कार चेकिंग के लिए नहीं रोकती थी। कहीं रोकी भी जाती थी तो वह रौब दिखाकर निकल जाता था।
बाराबंकी से आती थी अम्मार तक ड्रग्स
अम्मार ने पूछताछ में पुलिस को बताया है कि बाराबंकी का एक व्यक्ति उसे माल (ड्रग्स) पहुंचाता था। कभी वह दे जाता था। कभी-कभार लेने के लिए उसे बाराबंकी बार्डर जाना होता था। अम्मार के मोबाइल से पुलिस को कई अहम जानकारी मिली है। अम्मार क्लबों, इंजीनियरिंग कॉलेज और रेव पार्टी में इसकी सप्लाई करता था।
पुलिस डिपार्टमेंट में भी ऐक्शन
घसियारीमंडी में गांजा तस्करी के मामले में कैसरबाग थाना प्रभारी सुनील सिंह और चौकी प्रभारी विजय यादव के निलंबन के 24 घंटे के अंदर डीसीपी पश्चिम विश्वजीत सिंह ने तीन और चौकी के प्रभारियों को हटा दिया है। डीसीपी ने इसके अलावा जोन के अन्य थानों में लंबे समय से तैनात 12 दारोगा के कार्यक्षेत्र बदल दिए हैं।