कंपकंपाती ठंड में झाड़ियों में मिली तीन दिन की बच्ची, आंख और सिर पर चोट के निशान, हालत गंभीर
- कानपुर में कंपकंपाती ठंड में सोमवार को झाड़ियों में किसी ने तीन दिन के मासूम बच्ची को फेंक दिया। वह कपड़ों में लिपटी मिली। सुबह गांव के लोग जब रोने की आवाज सुनी तो बच्ची को देखा। इससे क्षेत्र में हड़कंप मच गया।
यूपी के कानपुर से मानवता को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां कंपकंपाती ठंड में सोमवार को झाड़ियों में किसी ने तीन दिन के मासूम बच्ची को फेंक कि दिया। वह कपड़ों में लिपटी मिली। सुबह गांव के लोग जब किलकारी सुनी तो बच्ची को देखा। इससे क्षेत्र में हड़कंप मच गया। लोगों ने इसकी सूचना थाने में दी। जिसके बाद पुलसि ने बच्ची को सीएचसी शिवराजपुर भेजा। यहां से उसे हैलट रेफर कर दिया गया।फिलहाल बच्ची का हैलट के NICU वार्ड में इलाज चल रहा है। उसकी हालत गंभीर है।
छतरपुर गांव में दरोगा बाबा मंदिर के पास सुबह लोगों ने नवजात की रोने की आवाज सुनी। तलाश शुरू की तो झाड़ियों में कपड़े में लिपटी बच्ची दिखी। उसके सिर पर कैप लगी थी, जबकि आंख के ऊपर और सिर पर चोट के निशान थे। इस पर लोगों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने जिला बाल कल्याण को सूचना देते हुए नवजात को सीएचसी भेजा। इंस्पेक्टर शिवराजपुर ने बताया कि तीन दिन की नवजात है। उसके सिर पर मामूली चोट है। आसपास इलाके के अलावा अस्पतालों के जरिए पता लगाने की कोशिश की जा रही है। जिला बाल कल्याण टीम को सूचना दी गई है।
हैलट के बाल रोग के विभागाध्यक्ष डॉ. अरुण आर्या ने बताया कि बच्ची को जैसे ही हैलट लाया गया तुरंत उसे NICU वार्ड में शिफ्ट किया गया। बच्ची के शरीर पर चोट के निशान हैं। हालत गंभीर है। डॉक्टरों की टीम निगरानी कर रही है। वहीं, बच्ची मिलने की सूचना पर गांव की महिलाएं और पुरुष जुट गए। महिलाएं उसकी हालत देख भावुक हो गईं और निर्दयी मां-बाप को कोसती रहीं।
पहले भी मिल चुकी हैं बच्चियां
कानपुर में नवजात को फेंकने का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले नवंबर 2024 में अशोक नगर में सफाई कर्मी को कूड़े के ढेर में नवजात बच्ची जीवित हालत में मिली थी। इसके कुछ दिनों बाद घंटाघर में एक घर के बाहर चबूतरे पर कोई नवजात बच्ची को छोड़ गया था। मार्च महीने में चकेरी के कोयला नगर में खड़े ट्रक के पहिये के नीचे पांच महीने की बच्ची मिली थी