बोले कन्नौज:पैदल चलना भी दुश्वार..ध्यान दें जिम्मेदार
Kannauj News - कन्नौज शहर में फुटपाथों पर अतिक्रमण के कारण सड़कों की चौड़ाई कम हो गई है, जिससे पैदल चलना मुश्किल हो रहा है। दुकानदारों द्वारा सामान सड़क पर फैलाने से जाम लगना आम हो गया है। पालिका के कई प्रयासों के...
कन्नौज। फुटपाथों पर अतिक्रमण के चलते शहर बदसूरत हो गया है। सड़कें सिकुड़कर आधी रह गईं हैं। इससे कई सड़कों पर वाहन चलाना तो दूर पैदल निकलना भी मुश्किल है। प्रमुख सड़कों पर दिन में कई-कई बार जाम लगना आम बात हो गई है। पालिका ने कई बार अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया लेकिन यह अभियान केवल औपचारिकता बन कर रह गया। कई अभियानों के बाद भी हालात जस के तस बने हुए हैं। दुकानदार अपनी दुकानों का आधा सामान निकाल कर दुकान के सामने लगा देते हैं। आपके अपने अखबार 'हिन्दुस्तान' से पैदल राहगीरों ने अपना दर्द साझा करते हुए कहा कि फुटपाथों पर अतिक्रमण न केवल जाम का कारण बन रहा है बल्कि सफाई कार्य भी बाधित हो रहा है।
अतिक्रमण से शहर की सड़कें संकरी और फुटपाथ गुम होते जा रहे हैं। ऐसे में राहगीरों का पैदल चलना मुश्किल हो रहा है। अतिक्रमण से प्रमुख चौराहों व बाजारों में दिन में कई मर्तबा जाम लगना रोजाना की बात हो गई है। एक बार जाम लगने पर घंटों खुलने का नाम नहीं लेता है। यही नहीं इन संकरी राहों पर रोजाना कोई न कोई सड़क हादसा भी होता रहता है। अतिक्रमणकारी वर्षों से सड़क और फुटपाथ पर दुकान की फड़ बढ़ाकर लगाए हुए हैं, लेकिन इन्हें हटाने के लिए कोई ठोस कार्ययोजना नहीं दिखती है। हो-हल्ला मचने पर कभी-कभार पालिका परिषद अभियान चलाती भी है तो महज रस्म अदायगी के सिवा कुछ नहीं होता है। आपके अपने अखबार ‘हिन्दुस्तान से परेशानी साझा करते हुए पैदल राहगीर राजकुमार ने बताया कि फुटपाथों से अतिक्रमण हटे तो हम लोगों को राहत मिले । अपनी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत के साथ ही इत्र व्यवसाय के लिए देश दुनिया में मशहूर कन्नौज शहर अतिक्रमण और अवैध कब्जों से जूझ रहा है l शहर की मुख्य सड़क हो या बाजार फुटपाथों पर बढ़ते अवैध कब्जे ने न केवल नगर की सुंदरता को प्रभावित किया है। बल्कि शहर के लोगों और खासकर पैदल यात्रियों की सुरक्षा का खतरा भी बना हुआ है। इसके अलावा बाजार आने वाले लोगों की सुविधा के लिए भी यह समस्या एक बड़ा खतरा बन गई है। फुटपाथ मूलतः सड़क किनारे पैदल चलने वाले लोगों के लिए बनाए जाते हैं, ताकि वे सड़क पर वाहनों की भीड़ से सुरक्षित रह सकें। बावजूद इसके कन्नौज की प्रमुख सड़कों, बाजारों में स्थिति कुछ और ही कहानी कहती है। दुकानदारों द्वारा अपने सामान को फुटपाथ तक फैला रखा है तो वहीं रेहड़ी-पटरी वालों का अवैध अतिक्रमण भी बड़ी समस्या है। इसके अलावा अस्थायी दुकानों की भरमार ने इन फुटपाथों को पूरी तरह से कब्जा लिया है। पवन का कहना है कि फुटपाथ पर कब्जे की समस्या के लिए नगर पालिका की लचर कार्यशैली के चलते नियमों का पालन न होना है। जब पालिका से रेहड़ी-पटरी वाले जीविकोपार्जन के लिए जगह की मांग करते हैं तो नगर पालिका प्रशासन उन्हें उचित वैकल्पिक स्थान मुहैया नहीं करा पा रहा है। इसके अलावा, स्थायी दुकानदार भी फुटपाथ तक अपने सामान का प्रदर्शन करने लगते हैं। इस समस्या का सीधा प्रभाव आम जनता पर पड़ रहा है। बुजुर्ग, महिलाएं और बच्चे जब सड़क पार करते हैं या बाजारों में चलते हैं, तो उन्हें वाहनों के बीच चलने को मजबूर होना पड़ता है, जिससे दुर्घटनाओं की आशंका बढ़ जाती है। इसके अतिरिक्त, एंबुलेंस और दमकल वाहनों को भी इन संकरे मार्गों से निकलने में भारी परेशानी होती है। इस समस्या से निपटने के लिए कठोर कदम उठाने होंगे। सबसे पहले, अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ नियमित अभियान चलाकर फुटपाथ खाली कराए जाने चाहिए। सड़कों की कम हुई चौड़ाई: शहर में अतिक्रमण के कारण सड़कों की चौड़ाई कम हो जाने और वाहनों का लोड लगातार बढ़ने से हालत खराब होते जा रहे हैं। बाजार की चौड़ाई वैसे भी बहुत कम है ऊपर से सड़क के दोनों ओर भारी अतिक्रमण के कारण हालत और ज्यादा बिगड़ गए हैं। अवैध अतिक्रमण के चलते अक्सर होता विवाद मुख्य मार्गों और बाजारों में अवैध अतिक्रमण के चलते राहगीरों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। दुकानदारों द्वारा अपनी दुकानों के आगे लगाए गए छज्जों (छाया) के नीचे सामान फैला लेने और उसके सामने ग्राहकों के वाहन खड़े होने से रास्ता संकरा हो जाता है। जिसके कारण आए दिन राहगीरों के बीच लड़ाई-झगड़े की नौबत आ रही है। शहर के कई व्यस्त इलाकों में दुकानदारों ने दुकानों के सामने टिन शेड या तिरपाल डालकर अतिक्रमण कर रखा है। फुटपाथ पर अतिक्रमण से नालियों की सफाई भी बाधित मुख्य सड़कों की नालियों पर लोगों ने सीढ़ियां बना रखी हैं या उन पर लिंटर डाल रखे हैं। इससे नालियां बंद हो गई है। नालियों की सफाई न हो पाने के कारण नालियां जाम हो चुकी हैं। जहां कहीं भी नाली खुली है उनका गंदा पानी ओवरफ्लो होकर सड़कों पर बह रहा है। अतिक्रमण न केवल जाम का कारण बन रहा है बल्कि इससे सफाई कार्य भी बाधित हो रहा है। इससे अब तक चलाए गए सभी अभियान बेअसर रहे। वहीं शहर की जनता सालों से इस परेशानी को भुगत रही है। हर समय बना रहता हादसों का खतरा शहर में सड़कों के किनारे बने फुटपाथों पर रेहड़ी-पटरी वालों के बढ़ते कब्जे के कारण राहगीरों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। फुटपाथों पर जगह न होने के कारण लोगों को मजबूरन मुख्य सड़क पर चलना पड़ता है, जिससे हर समय दुर्घटना का खतरा बना रहता है। शहर के अधिकांश प्रमुख मार्गों और बाजारों में यह स्थिति आम है। फल, सब्जी, चाट, कपड़े और अन्य दैनिक उपयोग की वस्तुएं बेचने वाले रेहड़ी-पटरी संचालक फुटपाथों को पूरी तरह से घेर लेते हैं। शिकायत 1. फुटपाथ पर कब्जे के कारण पैदल यात्रियों को मजबूरी में सड़कों पर चलना पड़ता है, जिससे उनकी सुरक्षा को खतरा होता है। इस समस्या पर ध्यान नहीं दिया जाता। 2. फुटपाथ पर कब्जे के कारण पैदल यात्रियों को आने जाने में असुविधा होती है। इन लोगों को कई बार टोकने पर दुकानदारों के गुस्से का भी शिकार होना पड़ता है। 3. कब्जे के चलते दुकानदार और ग्राहक सड़क किनारे ही अपने वाहन खेड़े कर देते हैं। जिससे जाम की समस्या खड़ी हो जाती है। 4. फुटपाथ पर कब्जे के कारण पैदल यात्रियों के लिए जगह की कमी होती है, जिससे उन्हें अपने गंतव्य तक पहुंचने में परेशानी होती है। जिससे लोगों को असुविधा होती है। सड़कें संकरी हो रही हैं । सुक्षाव 1. नगर पालिका और स्थानीय प्रशासन को नियमित रूप से शहर का निरीक्षण करना चाहिए। फुटपाथों पर कब्जा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। ताकि लोगों को समस्या से निजात मिले। 2. पालिका को फुटपाथों को कब्जा मुक्त करने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए। अभियान चलाकर नोटिस देकर उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। 3. स्थानीय प्रशासन को फुटपाथों के महत्व और कब्जे के नुकसान के बारे में जागरूकता अभियान चलाना चाहिए। जिससे लोगों में जागरूकता बढ़े। 4. नगर पालिका को फुटपाथों का संरक्षण करने के लिए फुटपाथों की मरम्मत और रखरखाव करना चाहिए। ताकि लोगों को समस्या से राहत मिले। बोले राहगीर फुटपाथों पर कब्जे से पैदल यात्रियों को सड़कों पर चलना पड़ता है, जिससे दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ जाती है। पालिका प्रशासन को ध्यान देना चाहिए। -महेश पालिका को फुटपाथों पर कब्जे को रोकने के लिए सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। ताकि फुटपाथों पर कब्जे के चलते हादसों का शिकार न होना पड़े। -राजकुमार नगर पालिका की लापरवाही के कारण फुटपाथों पर कब्जे की समस्या बढ़ रही है। इस पर रोक लगनी चाहिए। -राघव फुटपाथ पर सामान रखने से शहर की सुंदरता और स्वच्छता प्रभावित होती है। जो हमारे नगर के लिए बहुत खराब है। इस पर ध्यान देने की जरूरत है। फैसल फुटपाथों को मुक्त करने से शहर की सुंदरता और स्वच्छता बढ़ेगी। इस पर पूरे शहर में अभियान चलाने की जरूरत है। -अब्दुल हमीद बोले जिम्मेदार नगर पालिका शहर में अतिक्रमण को लेकर लगातार अभियान चलाती रहती है। सड़क, पटरी हो या फिर फुटपाथ कहीं भी अवैध रूप से कब्जा करना गैर कानूनी है। इस पर रोक लगाने को हम लोग लगातार काम कर रहे हैं। जल्द ही अभियान चलाकर अवैध कब्जे दारों को चिन्हित कर कार्रवाई होगी। जिससे पैदल राहगीरों को राहत मिल सकें। - श्यामेंद्र मोहन चौधरी, ईओ पालिका
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