इमरान प्रतापगढ़ी ने राहत इंदौरी के शेर से मनमोहन सिंह को दी श्रद्धांजलि, फिर लिखा- सरदार असरदार था
- कांग्रेस के राज्यसभा सांसद और मशहूर शायर इमरान प्रतापगढ़ी ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर शोक जताया है और राज्यसभा में उनके साथ बैठने की व्यवस्था की फोटो पोस्ट की है।
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद और मशहूर शायर इमरान प्रतापगढ़ी ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर गहरा शोक जताया है। इमरान ने राज्यसभा में खुद की और मनमोहन सिंह के बगल में बैठने की व्यवस्था का फोटो पोस्ट करके लिखा है कि वो आने वाली पीढ़ी को गर्व से बताएंगे कि उन्होंने डॉ. मनमोहन सिंह के साथ बैठ कर संसद की कार्यवाही में हिस्सा लिया है। इमरान ने तीन ट्वीट में मनमोहन सिंह को याद किया है, जिसमें सबसे पहले ट्वीट में उन्होंने दुनिया भर में विशेषज्ञ अर्थशास्त्री के रूप में आदर से देखे जाने वाले पूर्व प्रधानमंत्री के कद को राहत इंदौरी की शेर के साथ समझाने की कोशिश की है। मनमोहन सिंह का 92 साल की उम्र में गुरुवार की रात दिल्ली में निधन हो गया था।
मरहूम शायर राहत इंदौरी की शेर से कुछ पंक्तियां उधार लेकर इमरान प्रतापगढ़ी ने लिखा है- “अलविदा डॉ. साहब। आपका जाना मुल्क का बहुत बड़ा नुक़सान है। आप जैसे लोग सदियों में एकाध पैदा होते हैं। लगा सका ना कोई उसके क़द का अंदाज़ा, वो आसमां था मगर सर झुकाये फिरता था।”
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इस पोस्ट के कुछ देर बाद इमरान प्रतापगढ़ी ने राज्यसभा के अंदर सांसदों के सिटिंग अरैंजमेंट की एक फोटो छापी, जिसमें मनमोहन सिंह और उनकी सीट अगल-बगल है। इस पोस्ट के साथ उन्होंने लिखा- “मेरे जैसे युवा सांसद के लिये शायद इससे बड़ी फ़ख़्र की बात और क्या हो सकती है कि राज्यसभा में मनमोहन सिंह की सीट के पास सीट एलॉट हुई। वो एकाध बार सदन में अपनी व्हीलचेयर पर आये तो बड़े अदब से उन्हें देखता रहा। कितनी सादगी थी शख़्सियत में। अलविदा डॉ. साहब। मैं आने वाली नई पीढ़ी को गर्व से बताया करूँगा कि मैंने डॉ. मनमोहन सिंह के साथ बैठ कर संसद की कार्यवाही में हिस्सा लिया है।”
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इमरान प्रतापगढ़ी ने तीसरे ट्वीट में खुद का एक शेर लिखा- "अमन का, शान्ति का तरफ़दार था। जिनकी ख़ामोशियों का भी मेयार था! फूल को फूल था, ख़ार को ख़ार था। कितना ज़्यादा असरदार "सरदार" था!"