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IIT बाबा ने श्मशान में खाईं हड्डियां, अघोरी ने क्या-क्या बताया; अभय सिंह ने खोले राज

  • IIT Baba Maha Kumbh 2025: आईआईटी बाबा अभय सिंह महाकुंभ 2025 में काफी ज्यादा वायरल हो रहे हैं। अब अभय सिंह से जुड़ा एक ऐसा राज सामने आया है, जिसके बारे में जानकर आप भी चौंक जाएंगे।

Deepak लाइव हिन्दुस्तानFri, 17 Jan 2025 04:22 PM
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IIT Baba Maha Kumbh 2025: आईआईटी बाबा अभय सिंह महाकुंभ 2025 में काफी ज्यादा वायरल हो रहे हैं। अब अभय सिंह से जुड़ा एक ऐसा राज सामने आया है, जिसके बारे में जानकर आप भी चौंक जाएंगे। आईआईटी बाबा ने बताया कि उन्होंने अघोर साधना की है। इस अघोर साधना के दौरान अघोरी ने उन्हें एक खास नाम भी दिया था। साथ ही उनके साथ भविष्य में क्या-क्या होगा, इसके बारे में भी बताया था। इसके अलावा अघोरी ने आईआईटी बाबा को हड्डी भी खिलाई थी। बता दें कि आईआईटी बाबा अभय सिंह महाकुंभ 2025 में जूना अखाड़ा के शिविर में हैं। यहां पर मीडिया के अलावा अन्य श्रद्धालु भी उन्हें देखने के लिए पहुंच रहे हैं।

आईआईटी बाबा के बारे में आए दिन कुछ न कुछ चौंकाने वाली जानकारियां सामने आ रही हैं। गुरुवार को दोपहर करीब 2 बजे लाइव हिन्दुस्तान भी आईआईटी बाबा का इंटरव्यू करने लिए पहुंचा था। वहां काफी भीड़ थी और अभय सिंह तमाम मीडियाकर्मियों से बातचीत कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने अपनी अघोर साधना के बारे में जानकारी दी। आईआईटी बाबा ने बताया कि अघोरी ने उन्हें मसानी गोरख का नाम दिया था। उन्होंने उस अघोरी बाबा का नाम चिंतायन बाबा बताया और कहाकि वह साउथ के थे।

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अघोरी ने कहा इतिहास लिखा जा रहा है
अभय सिंह ने कहाकि अघोरी बाबा ने मुझे माला देते वक्त कहाकि इतिहास लिखा जा रहा है। अघोरी बाबा ने आईआईटी बाबा से यह भी बताया कि तू सरदार है। फिर मुझसे कहाकि आगे जाकर क्या-क्या होने वाला है। उन्होंने बताया कि अघोरी साधना के दौरान वह श्मशान में बैठे रहते थे। इस दौरान उन्होंने हड्डी भी खाई थी। जब उनसे पूछा गया कि क्या यह मानव शरीर की हड्डी थी? इस पर उनका जवाब था कि मैंने तो भगवान का प्रसाद समझकर खाई थी। मुझे पता नहीं था कि किसकी हड्डी है।

आईआईटी बाबा के मुताबिक अघोर साधना के दौरान उन्हें खूब दारू पिलाई गई। उनके कपड़े उतारे गए और लंगोट पहनाई गई और भभूति लगाई। इसी दौरान उन्हें कुछ खाने के लिए दिया गया। अभय सिंह के मुताबिक उस वक्त उन्होंने बिना कुछ सोचे-समझे इसे खा लिया। बाद में जब दूसरे को वही खाने के लिए दिया गया तो उन्होंने ध्यान दिया कि यह तो हड्डी है।

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