ग्राम प्रधान और सचिव अरेस्ट, फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र तैयार कर बीमा क्लेम कराने में मदद करते थे मदद
यूपी के संभल में ग्राम प्रधान और पंचायत सचिव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। दोनों पर मृतकों के फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र तैयार कर बीमा क्लेम कराने में मदद करने का आरोप है।

यूपी के संभल में अंतरराज्यीय फर्जी बीमा गिरोह के खिलाफ कार्रवाई करते हुए बनियाठेर थाना पुलिस ने रविवार को ग्राम प्रधान और पंचायत सचिव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। दोनों पर मृतकों के फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र तैयार कर बीमा क्लेम कराने में मदद करने का आरोप है। पुलिस ने बताया कि पूछताछ में दोनों ने रुपये के लालच में फर्जी दस्तावेज तैयार करने की बात स्वीकार की है।
पुलिस के मुताबिक, बनियाठेर निवासी सुगरवती पत्नी सत्यवीर सिंह की मृत्यु 5 नवंबर 2020 को बीमारी के चलते हो गई थी। इसके बाद गिरोह के सरगना वाराणसी निवासी ओंकारेश्वर मिश्रा और उसके साथियों ने पीड़ित परिवार से संपर्क कर सरकारी योजना का लाभ दिलाने का झांसा दिया। गिरोह ने 11 जनवरी 2021 को महिला का बीमा करवा दिया। बीमा दस्तावेजों में महिला की मृत्यु की तारीख बदलकर 31 मार्च 2021 कर दी गई और फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र तैयार किया गया।
इस फर्जीवाड़े में ग्राम प्रधान अशोक कुमार यादव और पंचायत सचिव राजीव कुमार की भूमिका सामने आई। दोनों ने गिरोह के सदस्यों से पैसे लेकर फर्जी प्रमाण पत्र बनाने में सहयोग किया। प्रधान अशोक कुमार ने पूछताछ में कबूला कि उसे 10 हजार रुपये दिए गए थे, जिसमें से पांच हजार सचिव राजीव कुमार को दिए गए। सचिव ने भी अपने हिस्से की रकम लेने और फर्जी प्रमाण पत्र बनवाने की बात स्वीकार की है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, इस फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र के आधार पर बीमा कंपनी से पांच लाख रुपये की क्लेम राशि स्वीकृत कराई गई, जो 30 सितंबर 2023 को मृतका के पति सत्यवीर सिंह के खाते में ट्रांसफर हुई थी। पुलिस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में दबिश दे रही है और जल्द और गिरफ्तारियां होने की संभावना जताई जा रही है।
एएसपी दक्षिणी अनुकृति शर्मा ने बताया कि महिला की मौत वर्ष 2020 में हो गई थी। गिरोह ने फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाकर बीमा कराया और पांच लाख रुपये की धनराशि क्लेम कर ली। फर्जी दस्तावेज तैयार कराने में सहयोग करने वाले ग्राम प्रधान अशोक कुमार और सचिव राजीव कुमार को जेल भेजा है।